बढ़ते वजन की परेशानी को दूर करेंगे ये योगासन, दिनचर्या में शामिल कर खुद को रखें फिट

आजकल की बिजी लाइफस्टाइल में लोग मोटापे और बढ़ते वजन का शिकार होते जा रहे हैं जो कि बीमारियों का कारण बनते हैं। वजन बढ़ने से स्वास्थ्य पर विपरित प्रभाव पड़ने लगता है। अत्याधिक वजन से हमारा शरीर भारी और सुस्त हो जाता है। ऐसे में कई लोग चर्बी को घटाने के लिए जिम में खूब पसीना बहाते हैं और सभी सोचते हैं कि जिम जाने से ही वजन कम होगा। जबकि ऐसा नहीं हैं, आप घर पर रहकर भी अपनी दिनचर्या में योगासन को शामिल कर बढ़ते वजन की परेशानी को दूर कर सकते हैं। योग करने से आपका शरीर वास्तव में अपने सही स्वरूप में आता है। आज हम आपको कुछ योगासन के बारे में बताएंगे जिनको करने से वजन तेजी से कम होगा और शरीर स्वस्थ रहेगा। आइये जानते हैं इन योग के बारे में...

वीरभद्रासन

वीरभद्रासन को योद्धा मुद्रा कहते हैं। इस आसन में आपकी पोजीशन पहाड़ों पर जाने वाली मुद्रा के जैसी होती है। इसमें अपने पैर को पीछे की ओर खींचते हुए दूसरे पैर को आगे कूदने की पोजीशन में बना लें। फिर हाथों को जोड़कर सिर को ऊपर तक से जाएं। अब अपने हाथ को छाती के सामने ले जाते हुए खींचे हुए पैरों को सीधा कर लें। फिर दूसरे पैर को अभी भी 90 डिग्री पर रखें और दोनों हाथों को खींचकर बाहर की तरफ फैला लें।

संतुलनासन

पेट के बल लेट जाएं। हथेलियों को कंधों के नीचे रखें और ऊपरी शरीर, श्रोणि और घुटनों को ऊपर उठाएं। फर्श को पकड़ने के लिए पैर की उंगलियों का प्रयोग करें और घुटनों को सीधा रखें। सुनिश्चित करें कि घुटना, श्रोणि और रीढ़ एक सीध में हो। कलाइयों को कंधों के ठीक नीचे रखा जाना चाहिए और बाहें सीधी रखी जानी चाहिए। अंतिम मुद्रा में थोड़ी देर रुकें।

भुजंगासन

एक शोध से जानकारी मिलती है कि पेट की चर्बी को कम करने वाले योगासन की सूची में भुजंगासन भी है। मैट बिछाएं और इस पर पेट के बल लेट जाएं। दोनों हाथों को कंधे के पास रखें। माथे को जमीन से टिकाए रखें। अब एक लंबी गहरी सांस भरते हुए हाथों से जमीन की ओर दबाव डालते हुए शरीर के ऊपरी भाग को नाभि तक उठाने का प्रयास करें। इस तरह सबसे पहले मस्तक, फिर छाती और आखिर में नाभि वाले हिस्से को क्रमवार ऊपर उठाने का प्रयास करें। इस अवस्था में कुछ देर ठहर कर सामान्य गति से सांस लेते रहें और आसमान को देखने की कोशिश करें। इसके बाद धीरे-धीरे सांस को छोड़ते हुए अपनी प्रारंभिक अवस्था में लौट आएं।

हलासन

फर्श पर पीठ के बल सीधे लेट जाएं और अपने दोनों हाथों को भी बिल्कुल आराम की मुद्रा में जमीन पर सीधे रखें। लंबी सांस लेते हुए पेट की मांसपेशियों के सहारे अपने पैरों को फर्श से ऊपर उठाएं और दोनों पैरों को 90 अंश के कोण पर खड़े रखें। सामान्य रूप से लगातार सांस लेते हुए अपने कूल्हों और पीठ को हाथ की सहायता से फर्श से ऊपर उठाएं। अब अपने पैरों को सिर के ऊपर से ले जाते हुए 180 डिग्री के कोण पर मोड़े जब तक कि आपके पैरों की उंगलियां फर्श से नहीं छू जाती हैं।

पादहस्तासन

हस्तउत्तानासन से सांस छोड़ें और धीरे से ऊपरी शरीर को कूल्हों से नीचे झुकाएं और नाक को घुटनों के बीच में टिकाएं। हथेलियों को पैर के दोनों ओर रखें। शुरुआत में, इसे पूरा करने के लिए घुटनों को थोड़ा मोड़ सकते हैं। अभ्यास के साथ, धीरे-धीरे घुटनों को सीधा करें और जांघों को छाती से छूने की कोशिश करें। गर्दन को गुरुत्वाकर्षण के साथ गिरने दें और नाक को घुटनों के बीच में रखें। ऊपरी और निचले शरीर के बीच यथासंभव कम जगह छोड़ने का प्रयास करें।

चक्रासन

चक्रासन का अभ्यास करने से स्पाइन से लेकर पेट तक में खिंचाव पड़ता है। चक्रासन करने से फैट कम होता है। इस आसन को करने से आप वजन को कम कर सकते हैं। चक्रासन करने के लिए पैरों को मोड़कर जमीन पर लेट जाएं। अब हाथों से पैरों के ठखनों को पकड़ें और अपनी तरफ खीचें। अब पैरों को उसी अवस्था में रहने दें और हाथों को मोड़कर पंजों को सिर के बगल में रख दें। इस बात का ध्यान रखें कि आपकी उंगलियां कंधे की ओर फैली होनी चाहिए। इसके बाद अपने शरीर के मध्य भाग को उठाएं। हाथ और पैर जमीन की तरफ होने चाहिए और बाकी शरीर उठा होना चाहिए।

नौकासन

वजन घटाने के लिए योग में यह आसन बहुत लाभकारी हो सकता है। पीठ के बल लेट जाएं। संतुलन बनाने के लिए ऊपरी और निचले शरीर को ऊपर उठाएं। पैर की उंगलियां आंखों के साथ संरेखित होनी चाहिए। घुटनो और पीठ को सीधा रखें। भुजाओं को जमीन के समानांतर रखें। पेट की मांसपेशियों को कस लें। पीठ को सीधा करें। सामान्य रूप से श्वास लें और छोड़ें।

एकपादासन

समस्थिति से शुरू करें। बांहों को ऊपर उठाते हुए पीठ को सीधा रखें और हथेलियों को प्रणाम में मिला लें। सांस छोड़ें और ऊपरी शरीर को तब तक मोड़ें जब तक कि यह फर्श के समानांतर न हो जाए। बांहों को कानों के पास रखें। दाहिने पैर को सीधा रखते हुए धीरे-धीरे ऊपर की ओर उठाएं। दाहिना पैर, श्रोणि, ऊपरी शरीर और हाथ सभी एक सीधी रेखा में होने चाहिए। संतुलन बनाए रखने के लिए आंखों को फर्श पर केंद्रित करें।

गरुड़ासन

अगर कोई मोटापा घटाने के लिए योग करना चाहता है, तो गरुड़ासन फायदेमंद हो सकता है। पहले सीधे खड़े हो जाएं। अपने घुटनों को थोड़ा मोड़ लीजिए और दोनों हाथों को सामने की ओर लाइए। अब पूरे शरीर का भार दाएं पैर पर ले आएं और बाएं पैर को ऊपर उठा लें। इसके बाद अपने बाएं पैर को दाईं टांग के आगे से घूमाते हुए पीछे तक ले जाएं। इस दौरान बाईं जंघा, दाईं जंघा के ऊपर रहेगी। अब अगले स्टेप में आपको दोनों बाजुओं को कोहनी से मोड़ते हुए क्रॉस करना है। इस दौरान बाईं बाजू को दाईंं बाजू के ऊपर रखना है। फिर आपको दोनों हथेलियों को नमस्कार मुद्रा में लाने का प्रयास करना है। अब इस मुद्रा में जितनी देर हो सके खुद को बनाकर रखें। फिर धीरे-धीरे अपनी प्रारंभिक अवस्था में आ जाएं। अब यही प्रक्रिया आपको दूसरी ओर यानी दाएं पैर व हाथ से भी करनी है। इस आसन के तीन से पांच चक्र किए जा सकते हैं।