HMPV से बचाव: जानें कैसे फैलता है यह वायरस और किसे है ज्यादा खतरा

एचएमपीवी (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) एक वायरस है, जो सामान्य सर्दी के लक्षण उत्पन्न करता है। हाल ही में चीन में एचएमपीवी के प्रकोप के कारण विश्वभर में चिंता का माहौल बन गया है, और भारत में भी इसके संक्रमित मामलों की पुष्टि हो चुकी है। अब तक भारत में एचएमपीवी के 7 मामलों की पहचान की जा चुकी है, जिसके बाद विभिन्न राज्य सरकारें एहतियाती कदम उठा रही हैं। हालांकि, यह वायरस गंभीर नहीं है, लेकिन कुछ सावधानियां बरतने से आप इससे खुद को बचा सकते हैं। यहां हम जानते हैं कि यह वायरस कैसे फैलता है, किस उम्र के लोगों को इसका अधिक खतरा है, और इससे बचने के उपाय क्या हैं।

HMPV कैसे फैलता है?

एचएमपीवी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैल सकता है। जब कोई संक्रमित व्यक्ति खांसता या छींकता है, तो वायरस वायुमंडल में फैल जाता है और आसपास के लोगों को संक्रमित कर सकता है। इसके अतिरिक्त, यदि आप वायरस से दूषित सतहों या वस्तुओं को छूते हैं, तो आप भी इस वायरस से प्रभावित हो सकते हैं। अन्य श्वसन संबंधी वायरस की तरह एचएमपीवी के मामले सर्दी के मौसम में अधिक होते हैं और वसंत के मौसम में ये कम हो जाते हैं।

किसे है ज्यादा खतरा?

एचएमपीवी के अधिकतर मामले वयस्कों में हल्के होते हैं, लेकिन छोटे बच्चों, बुजुर्गों और कुछ विशेष रोगों से ग्रसित व्यक्तियों के लिए यह गंभीर हो सकता है। विशेष रूप से निम्नलिखित लोगों को एचएमपीवी से अधिक खतरा होता है:

- 5 साल से कम उम्र के बच्चे
- बुजुर्ग व्यक्ति
- डायबिटीज, दिल की बीमारी, लिवर की बीमारी, किडनी की बीमारी, डायलिसिस पर रहने वाले मरीज
- कैंसर के मरीज

क्या एचएमपीवी से बचाव के लिए कोई वैक्सीन है?


वर्तमान में एचएमपीवी के लिए कोई विशेष वैक्सीन या इलाज उपलब्ध नहीं है। साथ ही, एंटीवायरल उपचार की सलाह भी नहीं दी जाती। हालांकि, इससे बचने के लिए कुछ एहतियाती उपाय किए जा सकते हैं:

एचएमपीवी से बचने के उपाय

1. हाथ धोने की आदत डालें:

क्यों जरूरी है?

एचएमपीवी समेत कई वायरस हाथों के माध्यम से फैलते हैं। जब आप संक्रमित सतहों, वस्तुओं, या किसी बीमार व्यक्ति से संपर्क करते हैं और फिर बिना हाथ धोए चेहरे पर हाथ लगाते हैं, तो संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।

क्या करना चाहिए?

आपको बार-बार साबुन और पानी से अपने हाथ अच्छे से धोने चाहिए। हाथ धोने का सही तरीका है:

- हाथों को पानी में गीला करें।
- साबुन लगाकर कम से कम 20 सेकंड तक हाथों को रगड़कर धोएं, खासकर उंगलियों के बीच, नाखूनों के नीचे, और हाथों के पिछवाड़े को अच्छे से साफ करें।
- हाथ धोने के बाद किचन टॉवल या डिस्पोजेबल टॉवल से हाथ सुखाएं।

2. चेहरे को छूने से बचें:

क्यों जरूरी है?

बिना हाथ धोए यदि आप अपनी आंखों, नाक, या मुंह को छूते हैं, तो वायरस सीधे आपके शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। यह एचएमपीवी जैसे श्वसन संक्रमण को फैलाने में मदद कर सकता है।

क्या करना चाहिए?

- जब तक आपने हाथ अच्छे से धो नहीं लिए हैं, तब तक चेहरे के किसी भी हिस्से को छूने से बचें।
- यदि आपको अपनी आंख, नाक या मुंह को छूने की आवश्यकता हो, तो पहले अपने हाथों को धो लें।

3. बीमार लोगों से दूरी बनाएं:

क्यों जरूरी है?

एचएमपीवी और अन्य श्वसन संक्रमण सीधे बीमार व्यक्ति के संपर्क में आने से फैल सकते हैं। संक्रमित व्यक्ति जब खांसता या छींकता है, तो वायरस हवा में फैल सकता है।

क्या करना चाहिए?

- यदि कोई व्यक्ति बीमार है, तो उसे विशेष रूप से खांसते या छींकते समय अपने आसपास से दूरी बनाकर रखें।
- यदि आप भी बीमार महसूस करते हैं, तो दूसरों से संपर्क कम से कम रखें ताकि वायरस दूसरों तक न पहुंचे।

4. खांसी और छींक के दौरान एहतियात बरतें:

क्यों जरूरी है?

खांसने और छींकने से एचएमपीवी जैसे वायरस हवा में फैल जाते हैं। यदि सही तरीका नहीं अपनाया जाता है, तो यह वायरस दूसरों तक भी पहुंच सकते हैं।

क्या करना चाहिए?

- जब भी आप खांसें या छींकें, तो अपने मुंह और नाक को टिशू या अपनी कोहनी से ढकें।
- इस्तेमाल किए हुए टिशू को तुरंत कचरे में फेंकें और फिर हाथ धोएं।
- बीमार व्यक्ति से आग्रह करें कि वह भी खांसते और छींकते समय अपना मुंह और नाक ढके ताकि दूसरों को संक्रमित होने से बचाया जा सके।

5. खाना और कपड़े साझा न करें:

क्यों जरूरी है?

संक्रमित व्यक्ति के कपड़े, खाने के बर्तन या अन्य व्यक्तिगत सामान को साझा करने से वायरस का फैलाव हो सकता है। खासकर यदि किसी संक्रमित व्यक्ति ने इन चीजों को छुआ है, तो वायरस आसानी से अन्य व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है।

क्या करना चाहिए?

- बीमार व्यक्ति के साथ खाने के बर्तन, कप या अन्य व्यक्तिगत सामान साझा करने से बचें।
- सुनिश्चित करें कि हर व्यक्ति के पास अपने व्यक्तिगत सामान हो, खासकर बर्तन, तौलिया, कप, आदि।
- परिवार के सदस्यों को भी इस नियम का पालन करने के लिए प्रेरित करें।