आज दुनियाभर में चीन से शुरू हुए घातक कोरोनोवायरस का कहर फैला हुआ हैं। लाख से भी अधिक लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं और मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा हैं। भारत में भी इस वायरस से एक मौत की पुष्टि हो चुकी हैं। ऐसे में दवाई ना आने तक सावधानी ही इसका बचाव हैं। इससे लड़ने में मास्क आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकता हैं। तो आइये जानते हैं कि किस प्रकार का मास्क आपको कोरोना के संक्रमण से बचा सकता है और इसका इस्तेमाल कैसे किया जाना चाहिए।
डिस्पोजेबल मास्क
डिस्पोजेबल मास्क को सर्जिकल मास्क के नाम से भी जाना जाता है। इस मास्क का प्रयोग अस्पताल में मौजूद मरीजों के आसपास रहने वाले डॉक्टर और स्टाफ करते हैं। यह मास्क डॉक्टर और रोगी दोनों को संक्रमण से बचाता है। हालांकि इस मास्क की लाइफ 3 से 8 घंटे ही होती है और कोरोनावायरस से बचाव में यह मास्क प्रभावी भी नहीं है।
N 95 रेस्पिरेटर मास्क
कोरोना, H1W1 और SARS जैसे वायरस की महामारी से बचने के लिए यह मास्क बेहद प्रभावी है। यह मास्क बाहर से अदंर तक फैलने वाले बैक्टीरियल इंफेक्शन को रोकता है। कोरोना वायरस से सुरक्षा के तौर पर एन 95 श्वासयंत्र का इस्तेमाल ज्यादा प्रभावी माना गया है, क्योंकि ये मास्क अच्छी तरह से फिट होते हैं और छोटे कणों को छानते हैं। N 95 मास्क हवा में मौजूद 95 फीसदी छोटे कणों को अवरुद्ध कर देता है।
मास्क पहनने में सावधानियां
- मास्क को हाथों में लेने से पहले हाथों को एल्कोहल आधारित हैंड सेनेटाइजर या साबुन से अच्छी तरह धो लें।
- अपने मुंह और नाक को मास्क से अच्छे से ढकें और सुनिश्चित करें कि कोई गैप न रहे।
- मास्क पहनने के बाद इसे हाथों से न छूएं, यदि आपको किसी वजह से छुना भी है तो हाथों को साफ कर लें।
- हर मास्क की एक लाइफ होती है। उसके बाद उसे प्रयोग में नहीं लाना चाहिए।