जवानों में भी बढ़ गया है ऑस्टियोपोरोसिस का जोखिम! घुटनों के लिए डाइट में लें ये फूड आइटम

अगर आप सोचते हैं कि आप जवान हैं और आपकी हड्डी अभी कमजोर नहीं हो सकती, तो आप बिल्कुल गलत हैं। आजकल लोगों को कम उम्र में ही ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डी विकार) होने का खतरा पहले की तुलना में ज्यादा बढ़ गया है। अगर आप अपने भोजन में कैल्शियम युक्त भोजन नहीं लेते तो आपके घुटने कुछ ही दिनों में कमजोर हो जाएंगे। अगर घुटना किसी भी प्रकार से क्षतिग्रस्त हो गया तो उसे ठीक करना बहुत मुश्किल है। अच्छा है कि आप अपने भोजन में कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ शामिल करें, जो आपके घुटनों के लिए अच्छे हों।


बादाम

बादाम खाने से जोड़ों की आउटर मैम्ब्रेन खराब होने से बची रहती है। इसमें विटामिन ई और एंटीऑक्सीडेंट होता है जो कि सूजन और दर्द से बचाता है।

सोलमन मछली

30 साल की उम्र के बाद लोगों को जोड़ों की समस्या हो जाती है। इसलिए ऐसी मछलियां जैसे सोलमन, ट्यूना और मकरैल खाएं जिससे आपकी हड्डी को ओमेगा 3 फैटी एसिड मिलेगा। ये जोड़ों को क्षतिग्रस्त होने, सूजन तथा दर्द से बचाता है।


पपीता

पपीते में ढेर सारा विटामिन सी होता है। रिसर्च में पाया गया है कि जिन लोगों के अदंर विटामिन सी की कमी होती है उनमें जोड़ों का दर्द आम बात है।
सेब

सेब खाने से आप जोड़ों के दर्द तथा उसे क्षतिग्रस्त होने से बचा सकते हैं। सेब जोड़ों में कोलेजन बनाने में मदद करता है जो कि घुटने को झटके लगने से बचाता है। जिससे घुटने खराब नहीं होते।


ब्रॉकली

यह शरीर से फ्री रैडिकल्स को बाहर निकालती है जिसकी वजह से जोड़े क्षतिग्रस्त नहीं होते। इनमें काफी मात्रा में कैल्शियम होता है जिससे जोड़ों में मजबूती आती है।

काली बींस

यह मैगनीज और अन्य तत्वों से भरा हुआ होता है, जो जोड़ों के स्वास्थ्य के लिए बहुत जरुरी है। इसमे एंथोकायनिन्स होता है जो कि एक एंटीऑक्सीडेंट होता है। यह शरीर से फ्री रैडिकल्स को बाहर निकालता है और जोड़ों को खराब होने से रोकता है।

एक्सट्रा वर्जिन ऑइल

इसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है जो कि जोड़ों के दर्द को दूर करता है। इसी की तरह से आप अखरोट का तेल भी प्रयोग कर सकते हैं।


हल्दी

हल्दी में मौजूद करक्यूमिन सूजनरोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है। अध्ययन में पाया गया कि हल्दी का नियमित सेवन वास्तव में ऑस्टियोपोरोसिस और रुमेटोइड आर्थराइटिस के विकास को रोकने में मदद कर सकता है। एक चम्मच हल्दी पाउडर और थोड़ा-सा शहद एक गिलास गर्म दूध में मिलाएं। ध्यान दें खून पतला करने की दवाइयां लेने वालों के लिए यह उपाय उपयुक्त नहीं है।

अदरक

इसमें एक तत्व पाया जाता है जो तुरंत ही दर्द और सूजन को दूर करता है। आप चाहें तो इसकी चाय या फिर इसे भोजन में डालकर पका सकती हैं।


ग्रीन टी

यह जोड़ों के कार्टिलेज को क्षतिग्रस्त होने से रोकता है। ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट होता है जिससे फ्री रैडिकल्स हड्डियों को नुकसान नहीं पहुंचा पाते। रोजाना एक कप ग्रीन टी आपको जोड़ों के दर्द से बचा सकती है।

मेथी दाना

गठिया के कारण जिन्हें घुटनों में दर्द है, वे एक चम्मच मेथी के बीज को रातभर भिगोकर रख दें और सुबह उन्हें खा लें। इसमें एंटीऑक्सिडेंट और सूजनरोधी गुण होते हैं।