हेडफोन बन सकता हैं खतरे की घंटी, गंभीर बीमारियों के साथ कैंसर को करता है आमंत्रित

आजकल आपने कई युवाओं को देखा होगा जो अपने कान में हेडफोन या ईयरफोन लगाए मस्ती की धुन में घूमते रहते हैं जो कि अपने शौक के चलते पसंद करते हैं। कई लोग तनाव को कम करने के लिए हेडफोन का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन हद से ज्यादा हेडफोन का इस्तेमाल आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता हैं। जी हां, हेडफोन का लम्बे समय तक इस्तेमाल गंभीर बीमारियों के साथ कैंसर को भी आमंत्रित करता है। तो आइये जानते हैं कैसे हेडफोन आपको अपना शिकार बना रहा है।

कान में संक्रमण के अलावा आपका हेडफोन आपको कान के कैंसर का भी शिकार बना सकता है। अगर किसी दूसरे व्यक्ति के कानों में संक्रमण है और आप भी वही हेडफोन या इयरफोन का इस्तेमाल करते हैं तो आपको भी संक्रमण का खतरा हो सकता है। जो आगे चलकर कैंसर का रूप ले सकता है। इससे बचने के लिए हेडफोन का कम इस्तेमाल करें और दूसरे का इयरफोन का कभी इस्तेमाल ना करें। यही नहीं ईयर फोन को तेज आवाज में सुनने से कानों के अंदर सेल्स खत्म होने का भी खतरा रहता है।

एक अध्ययन में पाया गया है कि लंबे वक्त तक हेडफोन का इस्तेमाल करने से सुनने की क्षमता धीरे-धीरे कम होने लगती है। तो जब भी आप हेडफोन का इस्तेमाल करें तो कुछ समय का ब्रेक लें। लंबे वक्त तक कान में इयरफोन लगाकर गाने सुनने से हमारे काम सुन्न भी हो सकते हैं। साथ ही सुनने की शक्ति कम होने लगती है। यही नहीं ईयर फोन के रेडिएशन और मेग्नेटिक इफेक्ट सिरदर्द की समस्या को बढ़ाते हैं।

इयरफोन का इस्तेमाल लंबे समय तक करने से आपके कान में हवा का प्रवाह नहीं हो पाता है, जिससे कान में संक्रमण हो सकता है। इसके अलावा आप हमेशा के लिए सुनने की शक्ति भी खो सकते हैं। यही नहीं यदि आप तेज आवाज में ईयर फोन का इस्तेमाल करते हैं तो हार्ट पर असर पड़ता है इसके अलावा आप कई तरह की मानसिक बीमारियों का भी शिकार हो सकते हैं।

ईयर फोन सुनने से बहरेपन की समस्या तक हो सकती है। दरअसल, एक सामान्य इंसान के सुनने की क्षमता 90 डेसिबल तक होती है लेकिन ईयर फोन में 40 से 50 डेसिबल होने लगती है। गाना सुनते वक्त या फिर ईयर फोन का इस्तेमाल करते वक्त तो इसका पता नहीं चलता है लेकिन बाद में उम्र बढ़ने के साथ-साथ इसके असर दिखाई देने लगते हैं।