कैंसर जैसी भयानक बीमारी ने लोगों में खौफ पैदा कर रखा हैं, क्योंकि इसकी वजह से मरने वालों की संख्या में बहुत इजाफा हो रहा हैं। हांलाकि मेडिकल साइंस ने इसको रोकने का इलाज ढूंढ लिया हैं। लेकिन इससे अच्छा यहीं है कि कैंसर होने से पहले ही खुद की जीवनशैली को व्यवस्थित कर उससे बचा जाए। ऐसे में तुलसी आपकी बड़ी मदद कर सकती हैं जिसके औषधीय गुण आपको कैंसर से बचा सकते हैं और उससे लड़ने कि क्षमता में इजाफा करते हैं। आज हम आपको तुलसी कि मदद से कैंसर का इलाज करने के बारे में बताने जा रहे हैं।
तुलसी का उपयोग सर्दी, मलेरिया, हृदय रोग, और कई विभिन्न रोगों के इलाज के लिए प्रयोग किया जाता है। कई अंग्रेजी दवाओं में भी तुलसी का इस्तेमाल मुख्य घटक के तौर पर किया जाता है। तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट, जीवाणुरोधी, एंटीवायरल, और प्रतिरक्षा गुणों को बढ़ाने के वाले सैकड़ों लाभकारी तत्व होते हैं। तुलसी से वातावरण शुद्ध होता है। तुलसी शरीर में विभिन्न प्रक्रियाओं संतुलित रखती है। तुलसी में रोगों से लड़ने वाले कई पोषक तत्व पाए जाते हैं।
तुलसी के पत्ते एंटीऑक्सीडेंट्स और पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में कैंसर की सेल्स को पैदा होने से रोकता है और साथ ही हमारे इम्यून सिस्टम मजबूत करते हैं, जिससे किसी भी बीमारी से लड़ने की क्षमता में विकास होता है। तुलसी में मौजूद एंटी-इन्फ्लेमेट्री तत्वों से फ्लू के लक्षणों को ख़त्म करने में मदद मिलती है। फ्लू में इसे पीने से जल्दी ही आराम मिलता है। तुलसी के 3-4 पत्तियों को उबलते हुए दूध में डाल कर खाली पेट पीने से इंसान सदा सेहतमंद रहता है उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है जिससे उसे कोई बीमारी आसानी से नहीं लगती।