रोटी के आटे में मिलाएं ये चीजें, गंदा कोलेस्ट्रॉल घटाएं और वजन करें कम

आजकल खराब लाइफस्टाइल और अस्वास्थ्यकर आदतों के कारण लोग कई प्रकार की बीमारियों का सामना कर रहे हैं। इनमें से मोटापा एक गंभीर समस्या है, जो अन्य खतरनाक बीमारियों को जन्म देता है। इसके साथ-साथ हाई कोलेस्ट्रॉल भी शरीर में कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनता है। लेकिन, शरीर में बढ़ रहे गंदे कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए आपको ज्यादा प्रयास नहीं करने होंगे। बस, आपको अपनी रोटी बनाने के तरीके में थोड़ा सा बदलाव करना है।

आटे में कुछ हेल्दी सामग्री मिलाकर आप अपनी रोटी को अधिक पौष्टिक बना सकते हैं, जो न केवल आपके वजन को नियंत्रित करेगी, बल्कि खराब कोलेस्ट्रॉल को भी घटाएगी। यह रोटी खाने से आपकी सेहत बेहतर होगी और आप अपनी बीमारियों से छुटकारा पा सकते हैं।

कोलेस्ट्रॉल घटाने के लिए कौन सी रोटी खाएं?

ज्वार या बाजरे का आटा मिलाएं - ज्वार और बाजरा दोनों ही फाइबर से भरपूर होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। इन अनाजों को गेहूं के आटे में मिलाकर रोटियां बनाएं। यह आपके दिल के लिए फायदेमंद रहेगा और शरीर में जमी हुई गंदगी को भी बाहर निकालने में मदद करेगा।

चिया सीड्स डालें - चिया सीड्स को आटे में मिलाकर रोटियां बनाना भी एक बेहतरीन तरीका है। चिया सीड्स में ओमेगा-3 फैटी एसिड, प्रोटीन और फाइबर पाया जाता है, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने और वजन घटाने में मदद करता है। इसे पीसकर या सीधे आटे में मिला सकते हैं।

मूंग दाल का आटा मिलाएं - मूंग दाल का आटा भी एक बेहतरीन विकल्प है। इसमें प्रोटीन और फाइबर की अधिक मात्रा होती है, जो शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने में मदद करती है। मूंग दाल के आटे को गेहूं के आटे में मिलाकर रोटी बनाई जा सकती है।

मेथी दाना का पाउडर मिलाएं - मेथी दाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं। आप इसे पाउडर बनाकर आटे में मिला सकते हैं। यह रोटी खाने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर संतुलित रहेगा।

साबुत गेहूं का आटा - सफेद आटे की बजाय साबुत गेहूं का आटा इस्तेमाल करें। साबुत गेहूं में फाइबर की अधिक मात्रा होती है, जो शरीर में कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए मददगार है। साबुत गेहूं के आटे से बनी रोटियां आपके पाचन तंत्र को भी बेहतर बनाएंगी।

अदरक और लहसुन का पेस्ट मिलाएं - अदरक और लहसुन दोनों ही आयुर्वेद में कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए जाने जाते हैं। इन्हें पीसकर पेस्ट बनाएं और इसे आटे में मिलाकर रोटी बनाएं। अदरक और लहसुन के एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण दिल और हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।

तुलसी के पत्ते मिलाएं - तुलसी के पत्ते आयुर्वेद में बहुत ही प्रभावी माने जाते हैं। इन पत्तियों में एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकते हैं। तुलसी के कुछ पत्तों को पीसकर आटे में मिलाकर रोटी बनाएं, इससे न केवल कोलेस्ट्रॉल कम होगा, बल्कि आपकी रोटियां भी हेल्दी बनेंगी।

बादाम पाउडर डालें - बादाम में स्वस्थ वसा (Healthy fats) और फाइबर होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करते हैं। आप बादाम को अच्छे से पीसकर उसका पाउडर बना सकते हैं और उसे आटे में मिलाकर रोटी बना सकते हैं। यह रोटी आपके दिल के लिए फायदेमंद होने के साथ-साथ ऊर्जा का भी बेहतरीन स्रोत होगी।

अलसी के बीज मिलाएं - अलसी के बीजों में शरीर के लिए बेहद फायदेमंद तत्व होते हैं, जो खासतौर पर हाई कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार हैं। अलसी के बीजों को पीसकर पाउडर बना लें और इसे आटे में 2-4 चम्मच मिलाकर गूंथ लें। इस आटे से बनी रोटी को खाने से हाई कोलेस्ट्रॉल कम होने के साथ-साथ हार्ट हेल्थ भी बेहतर रहती है।

ओट्स मिलाएं - ओट्स में मौजूद घुलनशील फाइबर कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। आप ओट्स को पीसकर पाउडर बना लें और इसे आटे में मिलाकर रोटी बनाएं। ओट्स से बनी रोटी खाने से वजन कम होने में मदद मिलती है और यह हाई कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी घटाती है। ओट्स के फाइबर की वजह से नसों से गंदा कोलेस्ट्रॉल बाहर निकलने में मदद मिलती है।

ईसबगोल की भूसी डालें - ईसबगोल की भूसी में उच्च मात्रा में फाइबर होता है, जो शरीर से बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। आटे में ईसबगोल की भूसी डालकर रोटी बनाएं। यह रोटी न सिर्फ आपके पेट को साफ करने में मदद करती है, बल्कि मोटापा कम करने और गंदे कोलेस्ट्रॉल को घटाने में भी कारगर साबित होती है।

चने का आटा मिलाएं - चने के आटे में प्रचुर मात्रा में फाइबर होता है, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक है। आप गेहूं के आटे में थोड़ा चने का आटा मिलाकर रोटी बना सकते हैं। यह रोटी न केवल स्वाद में बेहतर होती है, बल्कि कोलेस्ट्रॉल और वजन को नियंत्रित करने के लिए भी बेहद फायदेमंद है।