अक्सर देखा जाता हैं कि लोगों को एलर्जी के चलते छींक आने लगती हैं या इसका कारण सर्दी जुकाम भी हो सकता हैं। हांलाकि छींक आना स्वाभाविक हैं लेकिन कई लोगों को एक बार छींक आने के बाद रूकती ही नहीं हैं और लगातार छींक आने लागती हैं। लगातार छींक आने की यह परेशानी हालत खराब कर देती हैं। ऐसे में आपको जरूरत होती हैं कुछ ऐसे नुस्खों को अपनाने की जो आपको तुरंत राहत दिलाए। आज हम आपको रसोई की कुछ ऐसी ही चीजों की जानकारी देने जा रहे हैं जिनका इस्तेमाल आपको लगातार छींक में राहत दिलाएगा। तो आइये जानते हैं इनके बारे में।
लहसुन
लहसुन, हालांकि स्वाद में तीखा और खराब लग सकता है पर ये आपके छींक के लिए रामबाण इलाज बन सकता है। इसमें एक विशेष सक्रिय संघटक होता है, जिसे 'एलिसिन' कहा जाता है, जो नाक की सेंसिटिविटी रोकनेवाला के रूप में काम करता है। साथ ही ये एक ही समय में आपकी प्रतिरक्षा को बढ़ाता है। इसके लिए लहसुन की कुछ फली को चबाएं या सबसे अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए उन्हें घी में हल्का भूनें और फिर खा लें।
काली इलायची
काली इलायची रसोई में गर्म मसाला तैयार करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। पर छींक से निजात दिलाने वाले घरेलू उपचार के रूप में ये आपकी मदद कर सकता है, जो तुरंत आपके छींक को रोक सकता है। इसमें मौजूद मजबूत सुगंध, आवश्यक तेल के साथ नाक के श्लेष्म प्रवाह की मरम्मत करते हैं और जलन पैदा करते हैं। इस तरह जब आपको लगातार छींक आए, तो काली इलायची तो मुंह में रखें और चबाते रहें। कुछ देर में आप महसूस करेंगे कि छींक आना बंद हो गया है।
आंवला
आंवला का भारत में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है और हमारे माता-पिता और बड़ों द्वारा नियमित रूप से सेवन करने की सलाह दी जाती है। यह न केवल इम्यूनिटी को बढ़ाता है, बल्कि इसमें मजबूत एंटीऑक्सिडेंट भी नाक के मार्गों को साफ करते हैं, अचानक छींक से भी छुटकारा दिलाते हैं। इसलिए जब भी आपको लगातार छींक आने की परेशानी हो आप इसे कच्चा चबा लें या इसका जूस निकाल कर रख लें और दिन में दो से तीन बार तक पिएं।
अदरक और तुलसी
अदरक और तुलसी मिलकर एक ऐसा शक्तिशाली संयोजन बनाते हैं जो थोड़ी देर में सर्दी, खांसी और अचानक एलर्जी से लड़ते हैं। 3-4 तुलसी के पत्तों को अदरक के एक छोटे टुकड़े के साछ मिलाकर कूच लें और इसे अपने मुंह में रख लें। साथ ही आप इसे पानी में डाल कर उबाल कर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। वहीं अगर आप इतना भी न कर पाएं तो इन दोनों को अपने जेब में रखें और जब भी छींक आने लगे मुंह में इसे रख लें।