मिर्गी का दौरा बन सकता हैं जानलेवा, तुरंत आजमाए ये घरेलू उपचार

आपने बातों, कहावतों या फिल्मों में मिर्गी के दौरे के बारे में तो बहुत सुना होगा। मिर्गी का दौरा अचानक आता हैं जिसके दौरान शरीर कांपने और अकड़ने लगता हैं। समय रहते इसका उपचार नहीं किया जाए तो यह आपकी जान भी ले सकता हैं। इसलिए आज हम आपके लिए कुछ ऐसे घरेलू उपचार लेकर आए हैं जिन्हें तुरंत आजमाया जाए तो मिर्गी एक रोगी की जान बचाई जा सकती हैं। तो आइये जानते हैं उन उओचारों के बारे में।

शहतूत और अंगूर का रस

शहतूत और अंगूर का रस मिर्गी के रोगी के लिए काफी फायदेमंद होता है। रोजाना सुबह रोगी को शहतूत और अंगूर का रस पीने को दें।

पेठा या कद्दू

पेठे या कद्दू में ऐसे पोषक तत्व होते हैं जिससे मस्तिष्क के नाडी-रसायन संतुलित हो जाते हैं। इसके लिए आप रोगी को इसकी सब्जी बना कर भी खिला सकते हैं। इसका जूस बना कर पिलाने से रोगी को ज्यादा फायदा मिलेगा। अगल इसका टेस्ट अच्छा न लगे तो इसमें चीनी और मुलहटी का पाउडर मिक्स करके भी रोगी को दिया जा सकता है।

करौंदा

मिर्गी के पीड़ित रोगी को करौंदे के पत्तों से चटनी बना कर खिलाएं। अगर वह इसे रोजाना खाएगा तो उसे बहुत जल्दी फायदा मिलेगा।

तुलसी और सीताफल

तुलसी में काफी मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो मस्तिष्क में फ्री रेडिकल्स को ठीक रखने में मदद करते हैं। मिर्गी से छुटकारा पाने के लिए रोगी को रोजाना 20 तुलसी के पत्ते खाने को दें। मिर्गी का दौरा पड़ने पर तुलसी का रस और सेंधा नमक मिलाकर रोगी के नाक में डालें। अगर तुलसी का पौधा न होने सीताफल के पत्ते का रस भी डाल सकते हैं।

सफेद प्याज

मिर्गी के दौरे से छुटकारा पाने के लिए रोजाना सफेद प्याज के रस का 1 चम्मच रोगी को पिलाएं।