एक महिला का हमारे समाज में बहुत ऊँचा स्थान होता हैं क्योंकि महिला अपनी जिम्मेदारियों को निभाते हुए घर-परिवार और समाज को संभालती हैं। ऐसे में महिलाओं को अपना अच्छा स्वास्थ्य रखना बहुत जरूरी होता हैं और इसके लिए आपके ब्रेस्ट का हेल्दी रहना बहुत जरूरी होता हैं। जी हाँ, महिलाओं के ब्रेस्ट के हेल्दी रहने का असर उनके स्वास्थ्य पर भी पड़ता हैं। इसलिए आज हम आप महिलाओं के लिए कुछ ऐसे उपाय लेकर आए हैं जिनकी मदद से आप अपने ब्रेस्ट को हेल्दी रख सकें। तो आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में।
* शतावरीशतावरी जड़ी-बूटी स्तन को सुडौल और मजबूत बनाने में मदद करती है। यह एक फाइटोस्ट्रोजेन है जो नियमित रूप से उन महिलाओं के लिए निर्धारित किया जाता है जिन्हें लैक्टेटिंग की परेशानी होती है। आप को शतावरी बड़े आराम से सब्जी मंडी में मिल सकती है। इसे सैलेड मे डाल कर खाइये या फिर सब्जी बना कर प्रयोग कीजिये।
* एलोवेरा आपको बता दें कि एलोवेरा के अनगिनत स्वास्थ्य फायदे हैं। इसे ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर सेल्स के विकास को रोकने के लिए जाना जाता है। माना जाता है कि एलोवेरा को नियमित रूप से खाने से स्तन की नलिकाओं को मजबूत करने में मदद मिलती है। एलो वेरा आपको आराम से घर पर मिल सकता है। इसका जैल निकालें और ताजा ही प्रयोग करें।
* पुनर्नवा इसे वैज्ञानिक नाम बोहेराविया डिफुसा से भी जाना जाता है। इस पौधे और उसके हिस्सों का उपयोग कई आयुर्वेदिक तैयारी में किया जाता है। मुख्यतः यह शरीर में जमा एमा को ख़त्म करने में सहायता करता है।
* सौंफ़ क्या आप जानते हैं कि खाने के बाद एक चम्मच सौंफ क्यों खाया जाता है? कहते हैं कि सौंफ खाने से स्तन के ऊतकों में बनने वाले विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिलती है।
* यष्टिमधु इसमें कई शक्तिशाली कैंसर विरोधी और हार्मोन-संतुलन गुणों की वजह से इसे आयुर्वेद में एक खास जगह दी गई है। यह लसीका द्रव को साफ करता है, जिससे शरीर को स्तन के स्वास्थ्य के लिए खराब होने वाले विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिलती है।
* मेथी यह सुगंधित और थोड़ी कड़वी जड़ी-बूटी भारत के सभी किचन में पाई जाती है। इसके कई स्वास्थ्य फायदे होते हैं। डॉक्टर भगवती के अनुसार, आपको अपनी डायट में इसे जरूर शामिल करना चाहिए। क्योंकि यह स्तन के ऊतक के चारों ओर एमा का निर्माण रोकती है।
* तुलसी पवित्र तुलसी को भारतीय संस्कृति में कई स्वास्थ्य लाभ और धार्मिक महत्व के लिए सम्मानित किया गया है। यह सुगंधित जड़ी-बूटी, लीकोरिस की तरह, लसीका द्रव को साफ करने में मदद करती है और शरीर को एमा से छुटकारा दिलाती है।