मानसिक रूप से फिट रहना चाहते हैं तो इन बातों पर दें ध्यान, दिमाग और शरीर रहेगा स्वस्थ

कहते हैं ना कि इंसान की सेहत उसकी मानसिक सोच से जुड़ी हुई होती हैं। अगर आप बीमार हैं और अंदर से सकारात्मक रहते हैं, तो बीमारी से रिकवर जल्दी हो पाते हैं। हांलाकि आजकल की भागदौड़ वाली लाइफस्टाइल में तनाव होना आम बात है जो आपको मानसिक रूप से बीमार बनाने का काम करता हैं। जीवन में आने वाली समस्याओं का सामना करने के लिए आपके दिमाग का स्वस्थ रहना बहुत जरूरी हैं। शरीर और मन दोनों एक-दूसरे से जुड़े हुए होते हैं। दिमाग स्वस्थ रहने से पूरा शरीर फिट रहता है। मानसिक रूप से फिट रहने के लिए आपको दैनिक जीवन में कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाने पड़ते हैं। आइए यहां जानते है किस तरह आप अपने मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।

हेल्दी डाइट

हेल्दी डाइट शरीर को फिट रखने के साथ मेंटल हेल्थ को भी सही रखती है। हेल्दी डाइट लेने से शरीर कई तरह की बीमारियों से बचा रहता है और आपका मूड अच्छा रहता है। मेंटली फिट रहने के लिए घर के भोजन को प्राथमिकता दें और भरपूर पानी पिएं। बाहर का खाना खाने से बचें क्योंकि ये आपके पाचन तंत्र पर सीधा असर डालता है। बाहर का खाना अक्सर खाने से बदहजमी और गैस जैसी परेशानियां हो सकती हैं। समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने से लेकर मस्तिष्क को स्वस्थ रखने में पौष्टिक आहार की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। तमाम प्रकार की मानसिक समस्याओं से बचे रहने के लिए दैनिक आहार में हरी सब्जियों, फल, साबुत अनाज,प्रोटीन, ओमेगा-3 जैसे पोषक तत्वों को शामिल करना आवश्यक होता है।

नियमित रूप से व्यायाम करें

नियमित रूप से व्यायाम करना आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए अच्छा होता है। रोजाना व्यायाम करने से आप तनावमुक्त रहते हैं जिसका सीधा असर आपकी सोच और सोचने की क्षमता पर पड़ता है। इसके साथ ही आप हमेशा एक्टिव रहते हैं जो आपके मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति बताने का काम करता है और आपको अल्जाइमर रोग का खतरा भी कम होता है।

मेडिटेशन करें

मेडिटेशन हमें मानसिक रूप से स्वस्थ रखने में हमारी मदद करता है, वहीं नकारात्मक विचार भी मन में नहीं आते जिससे हम मानसिक रूप से खुद को स्वस्थ तो रख ही सकते हैं, साथ ही सूकून भी मिलता है और ऐसे वक्त में हमें मेडिटेशन की बहुत जरूरत है ताकि हम खुद को इन विचारों से दूर रख सकें। इन्हें खुद पर हावी न होने दें। मेडिटेशन से कई फायदे होते हैं, जैसे भावनात्मक स्थिरता में सुधार, रचनात्मकता में वृद्धि, प्रसन्नता में संवृद्धि, मानसिक शांति एवं स्पष्टता, परेशानियों का छोटा होना आदि।

पॉजिटिव लोगों के साथ समय बिताएं

पॉजिटिव लोगों के साथ समय बिताने से मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है। ऐसे लोगों के साथ समय बिताने की कोशिश करें।,जो सोशली ज्यादा एक्टिव हों क्योंकि अच्छे लोगों के साथ रहने से मन में अच्छे विचार आते हैं पॉजिटिव रहने वाले लोगों के बीच समय बिताने से आप खुद भी अंदर से पॉजिटिव महसूस करते हैं।

तनाव को दूर रखें

तनाव यानी स्ट्रेस लेना आपके शरीर और मस्तिष्क दोनों के लिए खतरनाक है। तनाव शरीर में कई ऐसे हार्मोन्स रिलीज करता है, जो हार्ट की सेहत पर असर डालते हैं। इसके अलावा ज्यादा तनाव से आपके मूड और मानसिक सेहत पर भी बुरा असर पड़ता है। अगर कोई समस्या है तो अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ मिलकर उसका रास्ता निकालने की कोशिश करें।

परिवार के साथ समय बिताएं

परिवार के साथ समय बिताने से आप मेंटली फिट रहते हैं। परिवार के साथ समय बिताने के लिए रोज एक घंटा अवश्य निकालें। इसे आपको मानसिक शांति मिलने के साथ नेगेटिव विचारों से भी दूर रहने में मदद मिलती है। परिवार के साथ समय बिताने से अकेलेपन, नीरसता और अधूरेपन जैसी भावनाओं से दूर रह पाएंगे। जब आप अच्छा महसूस करेंगे, तो तनाव और अवसाद से दूर रहेंगे। सलाह लेने या बातचीत शेयर करने के लिए अच्छे दोस्त या अपने करीबियों से बेहतर कोई नहीं होता।

दूसरों की सहायता से मिलेगी खुशी

हर व्यक्ति को कोशिश करनी चाहिए कि वह जरूरत पड़ने पर दूसरों की मदद करें। अपनी ऊर्जा को दूसरे की मदद में लगाने से आपको काफी खुशी मिलेगी। खुश रहना आपके दिमाग को स्वस्थ रखने में सहायक होता है।


पर्याप्त नींद लें

आजकल लोग वर्क प्रेशर के कारण पूरी नींद नहीं ले पाते हैं। यदि आप नींद प्रॉपर नहीं लेते हैं, तो कई तरह की बीमारियों से शरीर घिर सकता है। स्वस्थ रहना चाहते हैं, तो 7-8 घंटे की पूरी नींद लेना शुरू कर दें। इससे आप तरोताजा महसूस करें और स्वस्थ रहेंगे। आप हर काम को फ्रेश मूड से कर सकेंगे। नींद पूरी नहीं होने पर आप दिनभर थके महसूस करेंगे। मन भी चिड़चिड़ा रहेगा। ऐसे में शारीरिक और मानसिक रूप से ही आप बीमार हो जाएंगे। कम नींद लेने से इम्यूनिटी भी प्रभावित होती है। यह तनाव, चिंता, भावनात्मक असंतुलन जैसी समस्या के साथ-साथ आपके बढ़ते वजन के लिए भी जिम्मेदार हो सकती है। प्रतिदिन आप सात से आठ घंटे की नींद जरूर लें।