आदतें जो आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए हो सकती है नुकसानदायक

हमारा स्वास्थ्य पैसे की तरह है, जब तक हम इसे नहीं खो देते हैं तब तक हमें इसकी सही कदर नहीं होती है। हर किसी को अपने स्वास्थ्य को अधिक महत्व देना चाहिए लेकिन दुर्भाग्य से, हम में से अधिकांश अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन में इतने व्यस्त होते हैं कि हम अपने स्वास्थ्य को अनदेखा करते हैं। कई लोग इस बात से अंजान होते है कि उनकी साधारण सी लगने वाली आदते उनके मानसिक स्वास्थय को नाकारात्मक रुप से प्रभावित कर रही है। अगर आप भी इनमें से किसी बुरी आदत का शिकार हैं तो इन्हें आज ही त्याग दे या इन आदतों को कभी ना अपनाएं वरना इसका बुरा असर आपके मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ेगा। तो आइये जानते हैं इन आदतों के बारे में जो हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद नुकसानदायक साबित हो सकती हैं।

* सुस्त जीवन शैली :

एक शोध में पाया गया है की जो लोग शारीरिक श्रम नहीं करते उनका शरीर तो सुस्त बना ही रहता है साथ ही वो डिप्रेशन के शिकार हो जाते हैं। इस शोध में ये बात भी सामने आयी है की अगर सप्ताह में 3 बार भी व्यायाम किया जाए तो डिप्रेशन के खतरे को 20 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है।

* टॉक्सिक रिलेशन :

टॉक्सिक रिलेशन से निकलना कई बार मुश्किल हो जाता है। तो बेहतर होगा कि थोड़ा समय खुद को दें और ये जानने की कोशिश करें कि आप एक टॉक्सिक रिलेशन में हैं। यूसीएलए स्कूल ऑफ मेडिसिन के वैज्ञानिकों के अनुसार दीर्घकालिक, नकारात्मक सामाजिक संबंधों सूजन से जुड़े होते हैं, जोकि हृदय रोग, कैंसर, उच्च रक्तचाप आदि का कारण भी बन सकते हैं। हानिकारक बांड (संबंध), जैसे साथी के साथ बांड, सहकर्मी के साथ बांड, परिवार और दोस्तों के साथ बांड भी कम आत्मसम्मान, चिंता और अवसाद का कारण बन सकते हैं।

* पेन किलर :

सामान्य दर्द को कम करने के लिए हर समय दर्द निवारक पर भरोसा करना एक गंभीर समस्या नहीं हो सकता है लेकिन इसके कई दुष्प्रभाव हो सकते हैं। हालांकि ये अस्थायी रूप से दर्द को कम करने में सहायता करते हैं, ये दर्द निवारक कई दुष्प्रभावों के साथ आते हैं। वे गैस्ट्रोइंटेस्टिनल संबंधी संकट पैदा कर सकते हैं, गुर्दे, लिवर या हृदय के कार्यों को ख़राब करना आदि।

* शाम स्क्रीन के साथ बिताना :

हफ्ते मे एक दो बार काम के बाद थियेटर मे फिल्म देखना या कुछ देर नियमित टीवी देखना शायद फायदे मंद हो सकता है। लेकिन हर रोज देर रात स्क्रीन के सामने समय बिताना बहुत बुरी आदत है। इसलिए इससे शरीर और दिमाग दोनो थकते है। इससे दूर होने के लिए टीवी देखते समय कुछ काम करते रहे।

* पर्याप्त नींद ना लेना :

पर्याप्त नींद लेने से स्वास्थ्य बेहतर रहता है लेकिन अगर पर्याप्त नींद ना ली जाये तो केंद्रीय तंत्रिका तंत्र और पाचन क्रिया पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है और ये मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए भी खतरनाक हो सकता है। इसलिए रोजाना पर्याप्त नींद लें और सोने से पहले इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल ना करें ये नींद में बाधा डालते हैं।

* अकेले रहने की आदत :

कुछ लोगों को हमेशा अकेले रहने की आदत होती है। इन्हें लोगों से मेल-मिलाप और बातें करना पसंद नहीं होता है। लेकिन इस तरह के बर्ताव से सोशल लाइफ बर्बाद होती है और रिश्तों में दरार आ जाती है। अकेलापन दिमाग के लिए घातक सिद्ध हो सकता है, इससे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता पर असर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें आ सकती हैं।