कोरोना वायरस का फैला संक्रमण सभी के लिए बड़ी परेशानी बनता जा रहा हैं जो कि बहुत तेजी से अपना प्रभाव डाल रहा हैं। अभी तक इससे 3।5 लाख लोग प्रभावित हो चुके हैं और मौत का आंकड़ा 15000 के करीब पहुँचने की ओर हैं। सरकार द्वारा लोगों में जागरूकता लाने के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं। लोगों के मन में इस कोरोना वायरस से जुड़े कई सवाल उठ रहे हैं जिनकी जानकारी आज हम आपको बताने जा रहे हैं।
क्या ठीक होने के बाद दोबारा हो सकता है कोरोना?
अभी ये ठीक-ठीक नहीं कहा जा सकता क्योंकि कोरोना वायरस के संक्रमण का पहला मामला अभी दिसंबर के आस-पास ही सामने आया है। हालांकि पहले के वायरसों के अनुभव से ये कहा जा सकता है कि एक बार संक्रमण के बाद वायरस के खिलाफ़ शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति एंटी बॉडीज बना लेती है। इससे भविष्य के लिए इस वायरस से बचाव हो जाता है।
उदाहरण के तौर पर सार्स और मार्स वायरस (जो कि कोरोना वायरस की फैमिली से ही हैं) की पहले की किस्मों में दोबारा संक्रमण देखने को नहीं मिला। हालांकि चीन से मिल रही ताजा रिपोर्टों में ये बात कही जा रही है कि अस्पताल से डिस्चार्ज किए जाने के बाद भी कुछ लोगों में फिर से संक्रमण पाया गया है। लेकिन पुख्ता तौर पर इस पर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता।
क्या कोरोना का संक्रमण फोन से भी हो सकता है?
माना जाता है कि कोरोना वायरस का संक्रमण छींकने या खांसने से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में हो सकता है। लेकिन जानकारों का कहना है कि ये वायरस किसी सतह पर भी अस्तित्व में रह सकता है और वो भी संभवतः कई दिनों तक।
इसलिए ये अहम है कि आपका फोन चाहे घर पर हो या दफ़्तर में पूरी तरह से बार-बार साफ़ हो। सभी प्रमुख फोन बनाने वाली कंपनियां मोबाइल फोन को एल्कोहॉल से, हैंड सैनिटाइजर से या स्टरलाइजिंग वाइप्स से साफ़ करने को लेकर आगाह करती हैं क्योंकि इससे फोन की कोटिंग को नुकसान होने का खतरा रहता है।