इन 5 तरीकों से रोका जा सकता हैं प्राइवेट पार्ट में इंफेक्शन, जानें और आजमाए

अक्सर देखा जाता हैं कि कई लोगों को प्राइवेट पार्ट में इंफेक्शन की समस्या हो जाती हैं जो कि दर्द देने के साथ ही स्ट्रेस भी देती हैं। खासतौर से यह समस्या महिलाओं में देखी जाती हैं। यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) आपको शारीरिक परेशानी के साथ ही मानसिक तनाव भी देता हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि कुछ बातों का ध्यान रखा जाए और इन्फेक्शन से बचा जाए। आज हम आपको कुछ ऐसे ही तरीके बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से प्राइवेट पार्ट में इंफेक्शन को रोका जा सकता हैं। तो आइये जानते हैं इनके बारे में।

सही से वाइप करें

मोशन यानी पॉटी जाने के बाद आप अपने इनर पार्ट्स को आगे और पीछे दोनों तरफ से टिश्यू पेपर की मदद से ठीक से साफ करें। यहां गीलापन ना रहने दें। आमतौर पर बैक्टीरिया एनेक्स यानी मल-मार्ग के आस-पास पनपता है और अक्सर यही बैक्टीरिया यूरेट्रा तक इंफेक्शन पहुंचने का कारण बन जाता है।

सेक्स और शौच

सेक्स से पहले अपने प्राइवेट पार्ट्स को दोनों ही पार्टनर्स को अच्छी तरह साफ करना चाहिए। साथ ही सेक्स के बाद यूरिन जरूर जाएं और सिंपल पानी से ही सही वॉश जरूर करें। वॉश करने के बाद टिश्यू या सॉफ्ट कॉटन फेब्रिक से पानी जरूर साफ करें।

बर्थ कंट्रोल के तरीके

कपल के बीच इंफेक्शन की एक वजह बर्थ कंट्रोल के लिए अपनाए जानेवाले तरीके भी हो सकते हैं। कुछ लोगों को कॉन्डम सूट नहीं करता तो किसी को लूब्रिकेट्स, कॉपरटी जैसी चीजों से दिक्कत हो सकती है। इनमें वजाइना में गीलापन लानेवाले लूब्रिकेंट्स भी शामिल हैं।

जलन और बर्निंग की वजह

जरूरी नहीं है कि अपके प्राइवेट पार्ट में जलन और बर्निंग की वजह सेहत से ही जुड़ी हो, यह आपकी हाइजीन से भी जुड़ी हो सकती है। कई बार कपड़े धोने का सोप, सर्फ या उनके सुखाने की जगह हमारी सेहत को नुकसान पहुंचा रही होती है। इन्हें बदलकर देखें।

बैक्टीरिया पनप ही नहीं पाएगा

लिक्विड डायट लेते रहें। जैसे, जूस, सूप, पानी, ग्रीन-टी आदि। फल और सलाद भी शरीर के अंदर पानी की मात्रा को संतुलित रखने का काम करते हैं। अगर आप हर रोज जरूरत के हिसाब से लिक्विड डायट लेते रहेंगे तो ब्लेडर में बैक्टीरिया पनप ही नहीं पाएगा। क्योंकि समय-समय पर टॉइलट के जरिए आपका यूरिनरी ट्रैक्ट क्लीन होता रहेगा।