महिलाओं की समस्याओं का इलाज करती है ये 5 चीजें, करती हैं हार्मोन्स को संतुलित

अक्सर देखा गया हैं कि महिलाएं आए दिन अपनी कई शारीरिक समस्याओं की वजह से परेशान रहती हैं और वे इसके बारे में खुलकर बात भी नहीं कर पाती हैं। मूड में बदलाव, बांझपन, सेक्स समस्या, मासिक उतार-चढ़ाव, ओव्यूलेशन जैसी समस्याओं के चलते महिलाओं को शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान होना पड़ता हैं। इन समस्याओं का मुख्य कारण होता हैं हार्मोन्स का संतुलित ना हो पाना। इसलिए आज हम आपके लिए कुछ ऐसी चीजों की जानकारी लेकर आए हैं जो हार्मोन्स में संतुलन स्थापित कर महिलाओं को इन समस्याओं से निजात दिलाते हैं। तो आइये जानते हैं इनके बारे में...

सोयाबीन

सोया एस्ट्रोजन लेवल को प्रभावित करता है, लेकिन इसके कई अन्य लाभ भी हैं, खासकर मेनोपॉज में। एक अध्ययन के अनुसार नियमित रूप से थोड़ी मात्रा में सोया के सेवन से मेनोपॉज के दौरान महिलाओं पर एस्ट्रोजेन प्रभाव पड़ता है। वेबएमडी के अनुसार, यह हॉट फ्लैशेस के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है।

हल्दी

हल्दी को इन्फ्लेमेशन के इलाज के लिए एक महान उपाय के रूप में जाना जाता है। क्योंकि यह करक्यूमिन से बना होता है। हल्दी में कई हीलिंग गुण पाए जाते हैं। 2009 के एक अध्ययन में यह भी पाया गया कि हल्दी में गठिया से पीड़ित लोगों में दर्द को कम करने की क्षमता थी। सोया की तरह, हल्दी का तत्व करक्यूमिन एस्ट्रोजेन को प्रभावित करने के साथ मासिक धर्म के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है।

एवोकाडो

इस फल को सुपरफूड माना जाता है। यह फल तनाव हार्मोन को बैलेंस करने में मदद कर सकता है, और यहां तक कि आपके मासिक धर्म को नियंत्रित करने वाले हार्मोन को भी प्रभावित कर सकता है। यह ब्लड कोलेस्ट्रॉल लेवल के अलावा तनाव हार्मोन कोर्टिसोल को संतुलित करने में मदद करता है।

फ्लैक्ससीड

फ्लैक्ससीड फाइटोएस्ट्रोजेन का एक महत्वपूर्ण स्रोत है और इसमें विशेष रूप से लिग्नंस नामक फाइटोएस्ट्रोजन का एक प्रकार होता है। लिग्नन्स में एस्ट्रोजेनिक और एंटीस्ट्रोजन दोनों प्रभाव होते हैं। इसे कुछ प्रकार के कैंसर के खिलाफ काफी प्रभावी माना गया है। यह ओमेगा -3 फैटी एसिड, फाइबर, और एंटीऑक्सिडेंट का भी बड़ा स्रोत है।

अनार

अनार एंटीऑक्सिडेंट का भंडार है। अमेरिकन एसोसिएशन फॉर कैंसर रिसर्च के एक अध्ययन के अनुसार, अनार में शरीर में एक्स्ट्रा एस्ट्रोजन उत्पादन को कम करने की क्षमता होती है। इसके अलावा अनार में एस्ट्रोजेन को प्रतिक्रिया देकर स्तन कैंसर के प्रकारों को रोकने की क्षमता होती है।