सेहत के लिए फायदेमंद हैं गंदी लगने वाली ये 5 आदतें, ना छोड़ने में ही भलाई

हर इंसान की कुछ आदतें होती हैं जो समय के साथ धीरे-धीरे बनती हैं और अगर वो आदत गन्दी हो तो उसे छोड़ने में उतनी ही मुश्किल होती हैं। जी हां, व्यक्ति की कई आदतें ऐसी होती हैं जो दूसरों को पसंद नहीं आती हैं और गन्दी लगती हैं। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी की कुछ आदतें ऐसी होती हैं जो गन्दी लगती हैं लेकिन आपकी सेहत के लिए फायदेमंद होती हैं। आज हम आपको कुछ ऐसी ही आदतों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें आप गंदा समझते हैं लेकिन यह आपके लिए फायदेमंद होती हैं।

पादना या गैस छोड़ना

हम सभी पादने या गैस छोड़ने के बारे में बात करते हुए बहुत संकुचित महसूस करती हैं और हम में से ज्यादातर लोग सार्वजनिक स्थानों पर इसे रोकते भी हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हमारी बॉडी दिन में कम से कम 14 बार पाद छोड़ती है और रात में ही करीब 3 से 5 बार ऐसा होता है। जब हमारा पाचन तंत्र खाना पचाते हुए कार्बन डाइ ऑक्साइड और मीथेन का उत्पादन करता है, उसके परिणामस्वरूप पाद निकलता है। पादने से हमें इन गैसों को छोड़ने में आसानी होती है। इन गैसों को रोक कर रखने से आपके पेट में दर्द और पेट फूलने की शिकायत हो सकती है।

च्यूंइग गम चबाना

हम बच्चों को हमेशा कहते हैं कि उन्हें च्यूंइग गम नहीं चबानी चाहिए क्योंकि यह एक बुरी चीज है। जबकि ऐसा नहीं है कि च्यूंइग गम इतनी बुरी आदत नहीं है बल्कि यह कैफीन की तुलना में आपकी ज्यादा मदद करती है। च्यूंइग गम आपको ध्यान केंद्रित करने, याददाश्त तेज करने, तनाव कम करने और कोर्टिसोल लेवल बढ़ाकर हार्मोन संतुलन में मदद करती है।

नहाते हुए पेशाब करना

बहुत से लोग इस बात को स्वीकार नहीं करेंगे लेकिन कम से कम 75 फीसदी लोगों ने अपने जीवन में कम से कम एक बार नहाते हुए पेशाब जरूर किया होगा। हालांकि इसमें शर्म को कोई बात नहीं है क्योंकि आपके पेशाब में मौजूद यूरिक एसिड और एमोनिया आपके पैरों में फंगल इंफेक्शन को रोकने में मदद कर सकता है।

डकार लेना

भरपेट खाना खाने के बाद डकार लेने से अच्छा कुछ और नहीं हो सकता। लेकिन इसे दबा कर रखना और बाहर नहीं निकालने से आपके पेट में गैस बन सकती है और आपकी छाती में दर्द हो सकता है। डकार लेने से हमारे पेट की हवा निकलती है। लेकिन अगर आप बहुत ज्यादा डकार लेते हैं तो आपको तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए क्योंकि यह एसिड रिफल्क्स रोग का संकेत हो सकता है।

नाखून चबाना या काटना

आपमें से कितने लोग नाखून चबाते हैं या काटते हैं? ज्यादा लोग नहीं लेकिन कुछ लोग तनाव में ऐसा जरूर करते हैं। जब आप नाखून मुंह से काटते हैं तो आप उनपर लगा बैक्टीरिया खाते हैं। यह आपके इम्युन सिस्टम को एक खास चीज प्रदान करता है, जो संक्रमण से लड़ने में मदद करता है। आपकी बॉडी इस बैक्टीरिया को अपनी याददाश्त में समेट लेती है इस कारण जब दूसरी बार जब आप इस बैक्टीरिया का सेवन करते हैं तो आप पहले से संक्रमण से लड़ने के लिए तैयार होते हैं। कई अध्ययन में कहा गया कि वे लोग, जो नाखून चबाते हैं उनमें एलर्जी होने का खतरा बहुत कम होता है।