महिलाओं में ब्रैस्ट पेन एक बड़ी समस्या, कैंसर के अलावा ये 5 कारण बनते है वजह

वर्तमान समय में सेहत का ध्यान रख पाना बहुत मुश्किल काम होता हैं क्योंकि इसके लिए शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली का मजबूत होना बेहद जरूरी हैं। खासतौर से महिलाओं से साथ स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या बड़ी परेशानी बनती हैं और उनके ब्रैस्ट में दर्द होना एक आम समस्या बन चुकी हैं। कई लोगों का मानना है कि महिलाओं में ब्रैस्ट पेन की समस्या कैंसर की वजह से होती है जबकि ऐसा नहीं हैं। जी हाँ, कैंसर के अलावा भी कई कारण है जो ब्रैस्ट पेन की वजह बनते हैं। आज हम आपको उन्हीं कारणों के बारे में बताने जा रहे हैं। तो आइये जानते है इसके बारे में।

ब्रा का गलत साइज

ब्रेस्ट में दर्द होने का एक कारण गलत फिटिंग की ब्रा पहनना भी है। ब्रा का टाइट होना या फिर कप का गलत साइज पहनने से भी यह परेशानी हो सकती है।

ब्रेस्ट में चोट

फिजीक्ल एक्टिविटी जैसे खेल, जिम, या भारी सामान उठाने से ब्रेस्ट की मांसपेशियों पर असर डालता है। ब्रेस्ट टिश्यू के नीचे कुछ मासपेशियां होती है। अगर दर्द वहां महसूस हो रहा है तो घबराएं नहीं लेकिन दर्द अगर ज़्यादा समय तक रहता है तो किसी डॉक्टरी सलाह जरूर लें।

पीरियड्स

पीरियड्स आने से कुछ दिन पहले भी ब्रेस्ट में भी दर्द होता है। दरअसल, पीरियड्स शुरू होने से एक हफ्ता पहले शरीर में प्रोजेस्टरॉन नाम का हॉर्मोन काफी ज्यादा मात्रा में बनने लगता है। यह पीरियड साइकिल के 21वें दिन से लेकर 28वें तक होता है। इस हॉर्मोन की वजह से ब्रेस्ट में मौजूद 'मिल्क डक्ट' साइज में बढ़ जाते हैं, जिसकी वजह से दर्द होता है।

प्रेग्नेंसी

जी हां, प्रेग्नेंसी भी ब्रेस्ट पेन का कारण हो सकती है। यह एक साइन है कि आप अपनी प्रेग्नेंसी के पहले ट्राईमेस्टर में हैं। ट्राईमेस्टर एक हॉर्मोन है जो प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों में भी शरीर में बनता है। इसकी वजह से ब्रेस्ट में दर्द होता है।

दवाओं का सेवन

औरतों को सबसे ज्यादा इस बात का फिक्र सताता है कि कहीं वे अनचाही प्रेग्नेंसी का शिकार न हो जाए। इसके लिए वे आई पिल या फिर दूसरे गर्भ निरोधक का सहारा लेती हैं। इन दवाओं को असर हार्मोस पर पड़ता है। इसके अलावा और भी बहुत-सी दवाएं खाने से स्तनों में कोमलता बननी शुरू हो जाती है, जो दर्द का कारण बनती है।