अक्सर देखा गया है कि कभीकभार तेज चलने, पैर मुड़ने या पैर में झटका लगने से उसमें मोंच आ जाती हैं और पीड़ा होती है। जी हाँ, पैर में मोंच आने पर व्यक्ति को चलने में भी दिक्कत महसूस होती हैं और असहनीय दर्द का अहसास होता हैं। ऐसे में आपको जरूरत होती हैं सही देखभाल की। इसलिए आज हम आपके लिए कुछ ऐसे घरेलू उपाय लेकर आए हैं जो इस मोंच के दर्द को दूर करने में आपकी मदद करेंगे। हांलाकि तेज दर्द होने पर चिकित्सकीय परामर्श लेना ही उचित रहता हैं। तो चलिए जानते हैं इन घरेलू उपचारों के बारे में।
सरसों के तेल का मसाज
नसों में खिंचाव के कारण या मोच में होने वाले दर्द को कम करने के लिए गर्म तेल से मसाज भी कर सकते हैं। इसके लिए सरसों का तेल बहुत फायदेमंद होता है। 2-3 लहसुन की कलियों को छीलकर थोड़े से सरसों के गर्म तेल में डालें और भून लें। इसके साथ ही इसमें 3-4 पत्तियां पुदीने की डाल दें। इस तेल को हल्का गुनगुना हो जाने पर दर्द वाली जगह पर मसाज करें। इससे आपको दर्द से तत्काल राहत मिलेगी और सूजन भी दूर हो जाएगी।
हल्दी-दूध का सेवन
नसों में खिंचाव या मोच की समस्या में असहनीय दर्द होता है। दर्द से राहत पाने के लिए आप हल्दी-दूध का भी सेवन कर सकते हैं। हल्दी में दर्द निवारक गुण होते हैं। इसके लिए रात को सोने से पहले एक ग्लास गुनगुने दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पिएं। इससे आपका पेट भी अच्छी तरह साफ होता है और दर्द से भी राहत मिलती है।
बर्फ से सिंकाई करें
नसों में खिंचाव या मोच की समस्या होने पर बर्फ से सिंकाई करना फायदेमंद होता है। इसके लिए एक कपड़े या तौलिये में बर्फ के टुकड़ों को रखें और उस जगह पर सिंकाई करें जिस जगह आपको दर्द और सूजन की समस्या हो। इससे जल्द ही आपको दर्द से राहत मिल जाएगी। दिन में 3-4 बार सिंकाई करने से सूजन की समस्या भी दूर हो जाएगी।
गर्म पानी और नमक की सिंकाई
मोच और नसों में खिंचाव के कारण अगर आपको असहनीय दर्द हो रहा है और आप बिल्कुल चल नहीं पा रहे हैं, तो इस उपाय से आपको बहुत जल्दी आराम मिलेगा। इसके लिए एक बाल्टी में 3 लीटर गर्म पानी (सहने योग्य गर्म) लें। इसमें 5 बड़े चम्मच नमक और 2 चम्मच सरसों का तेल मिलाएं। इस पानी में पैर को डुबाकर 15-20 मिनट तक बैठे रहें। अगर पानी ठंडा हो जाए, तो थोड़ा गर्म पानी और मिला लें, ताकि सिंकाई अच्छी तरह हो सके।