ये 3 आहार बढ़ाएंगे पुरुषों का स्पर्म काउंट, बढ़ेगी फर्टिलिटी रेट

वर्तमान समय की जीवनशैली में देखा जा रहा हैं कि तनाव और गलत खानपान के चलते पुरुषों को कई शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। इसका बुरा प्रभाव पुरुषों के वीर्य में स्पर्म की मात्रा और फर्टिलिटी रेट पर भी पड़ रहा हैं। समय के साथ इसके चलते पुरुषों में शारीरिक और यौन कमजोरी भी आने लगती हैं। ऐसे में आज हम आपके लिए कुछ ऐसे आहार लेकर आए हैं जिन्हें अपनी डाइट में शामिल कर स्पर्म काउंट और फर्टिलिटी रेट बढाने में मदद मिलेगी। तो आइये जानते हैं इन आहर के बारे में।

किशमिश

अंगूर को सुखाकर किशमिश बनाया जाता है, लेकिन ये अंगूर से कहीं ज्यादा पौष्टिक और फायदेमंद होता है। क्योंकि अंगूर को सुखाने पर इसमें एनर्जी, विटामिन्स, इलेक्ट्रोलाइट्स, एंटीऑक्सीडेंट्स और मिनरल्स कंसंट्रेट हो जाते हैं। किशमिश में विटामिन A की मात्रा बहुत अच्छी होती है, जिसके कारण ये पुरुषों की तमाम समस्याओं में फायदेमंद होता है। रोज किशमिश खाने से पुरुषों का स्पर्म काउंट और स्पर्म क्वलिटी बढ़ती है। हालांकि जो लोग डायबिटिक हैं, उन्हें इसका सेवन अपने डॉक्टर से पूछकर ही करना चाहिए।

खजूर

पुरुष फर्टिलिटी बढ़ाने और गुप्त रोगों के इलाज के लिए सैकड़ों साल से खजूर खा रहे हैं। खजूर को लेकर कई तरह के रिसर्च हुए हैं, जिनमें पता चला है कि खजूर खाने से स्पर्म काउंट और क्वलिटी बढ़ती है और रिप्रोडक्टिव सिस्टम (प्रजनन तंत्र) स्वस्थ रहता है। खजूर में एस्ट्राडिओल और फ्लैवोनॉइड्स नाम के दो प्रमुख कंपाउंड पाये जाते हैं, जो इसे पुरुषों के लिए खास बनाते हैं। खजूर दुनियाभर भर में मेल फर्टिलिटी को ठीक करने के लिए खाया जाने वाला सबसे पॉपुलर फूड है। खजूर का सेवन महिलाओं के स्तनों का आकार बढ़ाने में भी फायदेमंद होता है। इसके अलावा खजूर के सेवन से पुरुषों में कामुकता और स्टैमिना भी बढ़ती है।

सूखे अंजीर

सूखे अंजीर पुरुषों की सेहत के लिए काफी फायदेमंद हैं। इसका सेवन करने से पुरुषों की फर्टिलिटी बेहतर होती है और उनका स्पर्म काउंट बढ़ता है। अंजीर को विटामिन्स और मिनरल्स से भरा हुआ सबसे पौष्टिक फल माना जाता है। अंजीर की खास बात ये है कि इसमें विटामिन B6, पैंटोथेनिक एसिड और कॉपर होता है। इसके अलावा फाइबर का भी अंजीर अच्छा स्रोत है, इसलिए इसके सेवन से फर्टिलिटी बढ़ती है। सूखी हुई अंजीर खाने से पुरुषों के शुक्राणुओं की संख्या में वृद्धि होती है और मोटिलिटी बढ़ती है।