सर्दियों का सुपरफूड हैं शकरकंद, जानें इसके सेवन से मिलने वाले फायदे

सर्दियों के इस मौसम में मौसमी आहार लिया जाए तो सेहत को बेहतर परिणाम मिलते हैं। इन्हीं सुपरफूड में से एक हैं शकरकंद जिसे सर्दियों का आलू भी कहते हैं। शकरकंद को ब्रेकफास्ट, लंच, स्नैक्स या डिनर हर तरह से इस्तेमाल किया जाता है। शकरकंद में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन बी और विटामिन डी अच्छी मात्रा में होता है। शकरकंद में मौजूद कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटैशियम, थायमिन और कैरोटेनॉयड्स हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है, इसलिए डायबिटीज में भी इसे खा सकते हैं। आप शकरकंद का सेवन उबालकर या भूनकर कर सकते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह शकरकंद का सेवन सेहत को फायदे पहुंचाता हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में...

वेट लॉस में मददगार

शकरकंद मे फाइबर होता है, जो वेट लॉस में सहायक होता है। शकरकंद वसा कोशिकाओं को बढ़ने से रोकते हैं। शकरकंद आपके शरीर में सूजन कम करता है। एक कटोरी भुना हुआ शकरकंद खाने से आपको भूख कम लगती है, जिससे धीरे-धीरे वजन कम होने में मदद मिलती है।

हड्डियों की मजबूती के लिए

कैल्शियम की कमी के कारण हड्डियां कमजोर हो सकती हैं। हड्डियों की मजबूती के लिए शकरकंद का उपयोग किया जा सकता है। शोध में पाया गया कि शकरकंद में कैल्शियम व मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जिस कारण यह हड्डियों के लिए फायदेमंद हो सकता है। कैल्शियम व मैग्नीशियम हड्डियों को मजबूती देने के साथ ही उनके विकास में भी मददगार हो सकता है।

डायबिटीज में फायदेमंद

डायबिटीज रोगियों के लिए शकरकंद खाना फायदेमंद होता है। शकरकंद में मौजूद यौगिक रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मदद करता है। ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखने के लिए आप शकरकंद को उबालकर खा सकते हैं। लेकिन अगर आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ा है, तो डॉक्टर की सलाह पर ही शकरकंद का सेवन करना चाहिए।

कैंसर से लड़ने में मददगार

शकरकंद में पाए जाने वाला कैरोटेनॉएड कैंसर के जोखिम को बहुत कम कर देता है। पर्पल रंग के शकरकंद में एंथोसाइनिन नाम का कंपाउड पाया जाता है और कोलोरेक्टर कैंसर के जोखिम को बहुत कम कर देता है।

पाचन में फायदेमंद

पाचन संबंधी समस्या को दूर करने के लिए शकरकंद फायदेमंद हो सकता है। इस विषय पर कई शोध किए जा चुके हैं। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित ऐसे ही एक शोध के अनुसार, शकरकंद में फाइबर की अच्छी मात्रा पाई जाती है। फाइबर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संबंधी पाचन को सुधार करने में फायदेमंद हो सकता है। वहीं, एक अन्य शोध में पाया गया है कि शकरकंद का सेवन खराब पाचन को सुधारने में कारगर हो सकता है। इसमें पाया जाने वाला प्रोटीन पाचन एंजाइमों के लिए फायदेमंद माना गया है। यह गैस्ट्रिक डाइजेशन पर सकारात्मक प्रभाव दिखा सकता है।

मजबूत इम्यून सिस्टम

शकरकंद में आयरन, फोलेट, कॉपर, मैगनीशियम, विटामिन्स आदि होते हैं, जिससे इम्यून सिस्टम मजबूत बनता है। इसको खाने से त्वचा में चमक आती है और चेहरे पर जल्दी झुर्रियां नहीं पड़ती। इसमें मौजूद विटामिन सी त्वचा में कोलाजिन का निर्माण करता है जिससे आप सदाबाहर जवां और खूबसूरत रहते हैं।

आंखों के लिए फायदेमंद

आंखों को स्वस्थ रखने के लिए शकरकंद का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है। शकरकंद में बड़ी मात्रा में बीटा-कैरोटीन और विटामिन ए पाया जाता है। ये पोषक तत्व आंखों को स्वस्थ रखते हैं और नेत्र रोग के जोखिम को कम करते हैं। शकरकंद इम्यूनिटी बढ़ाता है।

अस्थमा से दिलाए राहत

अस्थमा की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए भी शकरकंद का सेवन लाभदायक हो सकता है। अस्थमा से लड़ने में एंटीऑक्सीडेंट कारगर हो सकता है और शकरकंद में कैरोटीन नामक एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है। इसलिए, शकरकंद अस्थमा जैसी श्वास संबंधी समस्याओं में लाभकारी हो सकता।

हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी

हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए आपको शकरकंद को अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। यह बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है। यह हृदय रोग के जोखिम को काफी हद तक कम करता है।

मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के लिए

अच्छी सेहत के साथ ही मस्तिष्क का स्वस्थ होना भी आवश्यक है। इसलिए, शकरकंद का सेवन जरूर करना चाहिए। शकरकंद का नियमित सेवन मस्तिष्क की कार्य क्षमता को बढ़ा सकता है। एक शोध के मुताबिक, मीठा आलू यानी शकरकंद याददाश्त और सीखने की क्षमता को बढ़ा सकता है। इसमें एंथोसायनिन नामक कंपाउंड पाया जाता है, जिसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को दूर कर दिमाग के कार्य करने की क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकता है।