
लोगों पर इस समय गर्मी का कहर जमकर बरप रहा है। ऐसी भीषण और झुलसाने वाली गर्मी में तेज धूप लोगों को न केवल परेशान कर रही है, बल्कि बीमार भी कर रही है। कई शहरों में तापमान 45 डिग्री के पार जा चुका है। लोग घर से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं और गर्मी से खुद को राहत देने के लिए वे ज्यादा से ज्यादा एसी में रहने की कोशिश कर रहे हैं। इस उमस भरी, चिपचिपाती गर्मी में एसी से बेहतर कूलिंग पाने के लिए लोग कई घरेलू तरीके अपनाने लगे हैं। वहीं, आजकल सोशल मीडिया पर एक अजीब लेकिन कारगर ट्रेंड देखा जा रहा है— कई लोग अपने कमरे में एक बाल्टी पानी भरकर भी रख रहे हैं।
जी हां, अगर आपको इसके पीछे की वजह नहीं पता है तो जान लें कि इस समय कई लोग अपने एसी वाले कमरे में जानबूझकर पानी की बाल्टी भरकर रखते हुए देखे जा रहे हैं। इसका कारण केवल ठंडक ही नहीं, बल्कि बीमारी से बचाव भी है। दरअसल, कई लोग एसी की वजह से एलर्जी, सर्दी या स्किन से जुड़ी बीमारियों का शिकार हो जाते हैं। ऐसे में अब वे एक देसी इलाज आजमा रहे हैं— कमरे में पानी की बाल्टी रखना।
अब समझते हैं इसका वैज्ञानिक कारण। दरअसल, AC आपको ठंडी हवा तो देता है, लेकिन यह कमरे की हवा से गर्मी और नमी को पूरी तरह खींच लेता है। इससे कमरा जरूर ठंडा हो जाता है, लेकिन हवा की नमी यानी ह्यूमिडिटी काफी घट जाती है और वह हवा बहुत ड्राई हो जाती है। इसी कारण लोगों की त्वचा रूखी, आंखें जलन भरी और नाक सूखी हो जाती है। इससे न केवल खुजली, होंठ फटना और आंखों में जलन जैसी परेशानियां होती हैं, बल्कि साइनस या अस्थमा के मरीजों को तो AC वाले कमरे में सांस लेने में तकलीफ होने लगती है।
हालांकि, लोग अब कुछ आसान उपाय करके एसी चलते समय भी कमरे की हवा में नमी बनाए रखने लगे हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कमरे की हवा में नमी बनाए रखने के लिए AC के साथ ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन TOI की एक रिपोर्ट के अनुसार, अगर आपके पास ह्यूमिडिफायर नहीं है, तो आप कमरे में एक पानी से भरी बाल्टी रख सकते हैं।
खुले बर्तन में पानी रखने पर वह धीरे-धीरे वाष्प बन जाता है। इसे प्राकृतिक वाष्पीकरण (evaporation) कहा जाता है। इस प्रक्रिया से कमरे की हवा में नमी यानी ह्यूमिडिटी धीरे-धीरे बढ़ने लगती है, जो कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मदद करती है।
कमरे की हवा में नमी बनी रहने से स्किन, आंखें और गला हाइड्रेटेड रहते हैं, जिससे खुजली, जलन और सूखापन जैसी समस्याएं नहीं होतीं। इसके अलावा, नमी के कारण नींद भी बेहतर आती है और आप रातभर चैन से सो सकते हैं। खास बात यह है कि इस उपाय में कोई केमिकल नहीं होता, इसलिए यह पूरी तरह सुरक्षित और नेचुरल है।
अगर आप इस उपाय से अधिक लाभ उठाना चाहते हैं, तो ध्यान दें कि पानी की बाल्टी कमरे में ऐसी जगह रखें जहां हवा का फ्लो अच्छा हो, जैसे खिड़की या पंखे के पास। इसके अलावा, पानी में नींबू के टुकड़े या एसेंशियल ऑयल की कुछ बूंदें डाल सकते हैं। इससे कमरे में एक सुकून देने वाली खुशबू फैल जाएगी और वातावरण और भी सुखद हो जाएगा।
साथ ही, यह भी याद रखें कि पानी को हर रोज बदलें ताकि उसमें बैक्टीरिया या गंदगी न जमा हो। इस तरह आप लंबे समय तक एसी का आनंद उठाते हुए भी स्किन और स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं से बचे रह सकते हैं।