याददाश्त से जुड़ी समस्या हैं अल्जाइमर, इससे बचने के लिए दिनचर्या में शामिल करें ये 8 आहार

वर्तमान समय में अल्जाइमर की समस्या को बढ़ते हुए देखा जा रहा हैं जो कि पहले एक उम्र के बाद देखने को मिलती थी लेकिन आजकल युवाओं में भी इसे काफी देखा जा रहा हैं। इस बीमारी में लोगों की संज्ञानात्मक क्षमता कमजोर हो जाती है, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें याददाश्त और निर्णय लेने में कठिनाई जैसी दिक्कतों का अनुभव होने लगता है। इस समस्या के पनपने का मुख्य कारण हैं अव्यवस्थित जीवनशैली और असंतुलित आहार। ऐसे में आज इस कड़ी में हम आपके लिए कुछ ऐसे आहार की जानकारी लेकर आए हैं जिनका सेवन करने से अल्जाइमर की समस्या से बचा जा सकता हैं। आइए जानते हैं वे कौन से आहार हैं जिनसे अल्जाइमर के रोग को दूर रखा जा सकता है।

विटामिंस

'विटामिन के' इस समस्या को दूर करने में बेहद मददगार है। ऐसे में आप अपनी दिनचर्या में और अपनी डाइट में विटामिन के को जोड़ सकते हैं। अब सवाल यह है कि विटामिन के किन चीजों में पाया जाता है। आप अंडा, मछली, हरी सब्जी, आलू बुखारा, पत्ता गोभी, ब्रोकली, कीवी, ब्लैकबेरी, अनार, फूलगोभी, मीट, वेजिटेबल ऑयल आदि को अपनी दिनचर्या में जोड़ सकते हैं। इनके अंदर भरपूर मात्रा में विटामिन के पाया जाता है।

हरी पत्तेदार सब्जियां-साग

न्यूरोलॉजी जर्नल में प्रकाशित एक अन्य अध्ययन से पता चलता है कि दिन में कम से कम एक हरी पत्तेदार सब्जी का सेवन करने वाले लोगों में संज्ञानात्मक गिरावट और स्मृति हानि का जोखिम कम होता है। पत्तेदार साग फोलेट, विटामिन-ए और सी, फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट का समृद्ध स्रोत माने जाते हैं जो लंबे समय में मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं। इनमें फोलेट की मात्रा स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण करने और मस्तिष्क के कार्यों को बेहतर बनाए रखने में सहायक है।

अखरोट

बता दें कि अखरोट के अंदर भरपूर मात्रा में ओमेगा 3 फैटी एसिड के साथ-साथ विटामिन ई भी पाया जाता है जो न केवल दिमाग की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है बल्कि दिल के लिए भी अच्छा होता है। अगर आप रोजाना अखरोट का सेवन करते हैं तो यह अल्जाइमर की समस्या को भी दूर करने में बेहद मददगार है।


पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन

ध्यान दें कि व्यक्ति आमतौर पर जितना पानी पीता है यह रोग हो जाने पर व्यक्ति को उससे अधिक पानी पीने की आवश्यकता है। क्योंकि अल्जाइमर रोग होने पर व्यक्ति को ज्यादा प्यास लगती है। ऐसे में व्यक्ति को दिन में कम से कम 12 से 15 गिलास पानी पीना चाहिए। इसके लिए व्यक्ति अपने फोन में अलार्म भी लगा सकता है जिससे उसे याद रहे कि उसे हर घंटे में पानी पीना है।

ऑलिव ऑइल

यह स्वस्थ तेलों में से एक है जिसे आप अपनी डायट में शामिल कर सकते हैं। तेल में मौजूद घटक मस्तिष्क के संज्ञानात्मक कार्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। यह स्मृति में सुधार भी करता है और आपको अल्जाइमर रोग से दूर रखने में मदद करता है।

फैटी फिश

तेज दिमाग के लिए मछली का सेवन काफी समय से प्रचलित है। यदि विज्ञान की बात करें तो वसा युक्त मछली में काफी मात्रा में डीएचए होता है, जो मष्तिष्क के विकास एवं समस्याओं के लिए काफी लाभकारी साबित होता है। कार्डियोवैस्कुलर एवं कॉग्नेशन हेल्थ स्टडी के अनुसार, फैटी फिश के नियमित सेवन से डेमेंशिया एवं अल्जाइमर रोग की प्रगति एवं खतरा कम होता है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, सप्ताह में दो बार फैटी फिश का सेवन कर सकते हैं। इन मछलियों में आप रवाशा, बांगड़ा, सुरमई आदि मछलियों का सेवन कर सकते हैं।

हल्दी और डार्क चॉकलेट

बता दें कि हल्दी को एंटी ऑक्सीडेंट गुण के लिए एक अच्छा विकल्प माना जाता है। ऐसे में इसका सेवन अल्जाइमर रोग को काफी कम कर सकता है। यह याददाश्त को बढ़ाने और सूजन को दूर करने में बेहद उपयोगी है। अगर आप अल्जाइमर से बचे रहना चाहते हैं या बीमार होने पर इस समस्या का इलाज करना चाहते हैं तो आप रात को सोने से पहले हल्दी के दूध का सेवन करें। इसके अलावा आप सब्जी, दाल का भी सेवन कर सकते हैं।

साबुत अनाज

साबुत अनाज खाने से यह सुनिश्चित होता है कि आपका आहार अन्य आवश्यक पोषक तत्वों में समृद्ध है, जो आपके शरीर और दिमाग को स्वस्थ रखते हैं। प्रसंस्कृत खाद्य को आपके दिमाग का सबसे बड़ा दुश्मन कहा जाता है। पूरे अनाज से वजन नियंत्रित करने, रक्तचाप को कम करने और हृदय रोगों के जोखिम को कम करने में मदद मिलती है। बदले में यह मस्तिष्क स्वास्थ्य में सुधार लाता है और अल्जाइमर को रोकने में मदद करता है।