इन चीजों के सेवन से आप नहीं बन पाएंगे पापा, स्पर्म पर पड़ता है बुरा असर

सीमेन में स्पर्म काउंट कम होना सीधे से आपके बच्चे पैदा करने की क्षमता को प्रभावित करता है। लो स्पर्म काउंट का मतलब है ऑर्गैजम के बाद आप जो सीमेन डिस्चार्ज कर रहे हैं, उनमें स्पर्म या शुक्राणुओं की संख्या सामान्य से कम है। अगर आपके स्पर्म प्रति मिलीमीटर सीमेन में 15 मिलियन से कम हैं तो माना जाता है कि आपका स्पर्म काउंट लो है। बीते कुछ सालों में पुरुषों का स्पर्म काउंट लगातार कम होता जा रहा है। इस बात का पता लगाना काफी मुश्किल है कि पुरुषों में स्पर्म काउंट कम होने के पीछे क्या वजह है। कुछ लोगों का मानना है कि गोद में लैपटॉप रखकर काम करने के कारण स्पर्म कम होते हैं। वहीं, कुछ एक्सपर्ट्स का यह भी मानना है कि जब आप अपने फोन को जेब में रखते हैं तो उससे एक हीट निकलती है जिससे स्पर्म पर बुरा असर पड़ता है। मोटापा भी इसकी एक वजह हो सकता है। कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि अनहेल्‍दी आदतें जैंसे कि शराब और सिगरेट भी स्पर्म पर बुरा असर डालती है।

स्पर्म काउंट का कम होना सच में एक बड़ी दिक्कत है। एक स्टडी में बताया गया है कि बीते 38 सालों में पुरुषों में स्पर्म काउंट 59% तक कम हुआ है। स्पर्म काउंट कम होने पर इसका असर पुरुषों की फर्टिलिटी पर भी पड़ता है जिससे अधिकतर कपल्स को बच्चे पैदा करने में कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में मन में सवाल उठता है कि क्या हम जो खाना खाते हैं उसका असर स्पर्म काउंट पर पड़ता है की नहीं? तो ऐसे में हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि स्पर्म काउंट कम होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। हम खाने में किन चीजों का सेवन करते हैं ये बेहद जरूरी होता है और इसकी वजह से ही कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स का सामना करना पड़ता है। रिसर्च के मुताबिक, कुछ खास चीजों का सेवन करने से स्पर्म पर बुरा असर पड़ता है। लेकिन कुछ चीजें ऐसी भी हैं जिनसे स्पर्म काउंट बढ़ता भी हैं। आइए जानते हैं उन सभी चीजों के बारे में...

स्पर्म हेल्थ और फर्टिलिटी पर बुरा असर डालती हैं ये चीजें

प्रोसेस्ड मीट


ऑर्गेनिक मीठ तो ठीक है लेकिन प्रोसेस्‍ड मीट खाना आपके लिए बिलकुल अच्‍छा नहीं है। ऐसी बहुत सी स्टडीज में ये बात बताई जा चुकी है कि प्रोसेस्ड मीट का सेवन करने से कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ता है। प्रोसेस्ड मीट में हॉट डॉग, सलामी, बीफ, बेकन आदि चीजें शामिल हैं। हालांकि ये चीजें खाने में तो काफी अच्छी लगती हैं लेकिन सेहत के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकती हैं। रोसेस्‍ड मीट आपके स्‍पर्म काउंट को 23 फीसदी तक कम कर सकता है। प्रोसेस्‍ड मीट नुकसानदेह है क्‍योंकि इसमें हार्मोनल अवशेष होते हैं जो प्रजनन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकते हैं। कई स्टडीज में इस बारे में बताया गया है कि प्रोसेस्ड रेड मीट खाने से स्पर्म काउंट कम होने के साथ ही स्पर्म की मूवमेंट भी कम होती है।

ट्रांस फैट

हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि ट्रांस फैट से हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ता है। साल 2011 में हुई एक स्पेनिश स्टडी में इस बात का खुलासा किया गया कि शरीर में ट्रांस फैट की मात्रा ज्यादा होने से स्पर्म काउंट कम होने लगता है।

शुगर वाली ड्रिंक्‍स

अगर आपको शुगर युक्‍त ड्रिंक्‍स जैसे कि सोडा, एनर्जी ड्रिंक्‍स और कार्बोहाइड्रेट ड्रिंक्‍स पसंद हैं तो आप इससे तुरंत दूरी बना लें। एक रिसर्च में खुलासा हुआ है कि एक दिन में एक से ज्‍यादा शुगर और कार्बोहाइड्रेट ड्रिंक्‍स पीने से स्‍पर्म क्‍वालिटी सीधे तौर पर प्रभाव‍ित होती है। ज्‍यादा शुगर इंसुलिन रजिस्‍टेंट को बढ़ाकर ऑक्‍सीडेटिव स्‍ट्रेस पैदा करती हैं। नतीजतन स्‍पर्म की फुरती कम हो जाती है।

नॉन-आर्गेनिक फूड

नॉन-ऑर्गेनिक यानी कि कीटनाशकों की मदद से उगाई गई चीजों को न खाएं। कीटनाशकों के छ‍िड़काव से तैयार फल और सब्‍जियां सीधे तौर पर आपके स्‍पर्म काउंट पर बुरा असर डालती हैं। इसमें प्रोसेस्‍ड मीट, सेब, स्‍ट्रॉबेरी, अंगूर, सेलरी, टमाटर, बेल पेपर, पालक और खीरा शामिल हैं। कीटनाशकों और हार्मोन्‍स का असर इन चीजों पर सबसे ज्‍यादा पड़ता है।

कैफीन

अगर आप चाय-कॉफी पीने के शौक़ीन है तो यह शौक आपको महंगा साबित हो सकता है। एक शोध में सामने आया है कि चाय-कॉफी आपकी सेक्‍शुअल हेल्‍थ को नुकसान पहुंचा रही है। जी हां, एक दिन में दो कप से ज्‍यादा चाय-कॉफी आपके प्रजनन सेल्‍स की हेल्‍थ खराब करती हैं। अगर आप पूरी तरह से इन्‍हें पीना बंद नहीं कर सकते तो कम से कम एक दिन में दो कप से ज्‍यादा न पीएं।

सोया प्रोडक्ट्स

सोया प्रोडक्ट्स में फाइटोएस्ट्रोजेन-एस्ट्रोजन जैसे कंपाउंड होते हैं जो पौधों से आते हैं। बॉस्टन में फर्टिलिटी क्लिनिक में 99 पुरुषों पर हुई एक स्टडी में यह पाया गया कि अधिक मात्रा में सोया प्रोडक्ट्स का सेवन करने से स्पर्म काउंट कम होता है।

हाई फैट डेयरी प्रोडक्ट्स

दूध भले ही आपके बॉडी के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि दूध और चीज़ स्‍पर्म की फुरती को नुकसान पहुंचाते हैं। रोजाना फुल फैट दूध पीने से स्‍पर्म काउंट में कमी और स्पर्म के शेप में असमानता पाई गई है।

जंक फूड

फैट और शुगर की अधिकता होने की वजह से जंक फूड आपके पाचन तंत्र, दिल और प्रजनन सेल्‍स पर बुरा असर डालते है। इस तरह का खाना खाने से आपके स्‍पर्म काउंट के विकास पर बुरा असर पड़ता है। इसमें स्‍टेरॉयड भी शामिल हैं। यानी बॉडी बनाने के चक्‍कर में आप अपनी फर्टिलिटी को नुकसान पहुंचा रहे हैं।

इन चीजों से बढ़ती है पुरुषों में फर्टिलिटी और इंप्रूव होती है स्पर्म हेल्थ

कीवी


शादीशुदा पुरुषों को डेली डाइट में कीवी को जरूर शामिल करना चाहिए क्योंकि इससे काफी मात्रा में विटामिन सी हासिल होता है। इससे स्पर्म काउंट और क्वालिटी में इजाफा होता है। विटामिन सी हासिल करने के लिए आप टमाटर और ब्रोकोली भी खा सकते हैं।

अनार

रिसर्च के मुताबिक अनार का जूस स्पर्म काउंट और क्वालिटी बढ़ाता है। रोज एक गिलास अनार का जूस पीने से मेल फर्टिलिटी में बढ़ोत्तरी होती है।

सालमन मछली

सालमन मछली में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है जो स्पर्म की गुणवत्ता और मात्रा बढ़ाने में सहायक होता है। अगर आप शाकाहारी हैं जिसकी वजह से मछलियां नहीं खा सकते तो अलसी या चिया सीड्स का सेवन कर सकते हैं।

डार्क चॉकलेट

इसमें मौजूद एल- अरजिनाइन नामक एमिनो एसिड स्पर्म का वॉल्यूम और क्वालिटी बढ़ाता है। चॉकलेट जितनी डार्क होगी स्पर्म काउंट बढ़ाने में उतनी ही फायदेमंद होगी।

कद्दू के बीज

आमतौर पर हम कद्दू पकाते वक्त इसके ज्यादातर बीज कूड़ेदान में फेंक देते हैं लेकिन आप शायद ये बात नहीं जानते होंगे कि इन बीजों को जिंक का रिच सोर्स माना जाता है जो मेल फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए बेहतरीन मिनरल है। जिंक की मदद से स्पर्म काउंट और स्पर्म क्वालिटी बेहतर हो जाती है।

अंडे

प्रोटीन और विटामिन E से भरपूर अंडे हेल्दी और स्ट्रॉंग स्पर्म के प्रोडक्शन में हेल्पफुल हैं। रोज नाश्ते में दो अंडे खाने से नुकसानदायक फ्री रेडिकल्स से बचाव होता है।

अखरोट

अखरोट में मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड्स मेल ऑर्गन्स में ब्लड फ्लो बढ़ाने में हेल्पफुल है। रोज एक मुट्ठी (75 ग्राम) अखरोट खाने से स्पर्म की संख्या और आकार बेहतर होता है।

टमाटर

टमाटर में मौजूद लाइकोपिन स्पर्म काउंट, क्वालिटी और स्ट्रक्चर को बेहतर करता है। टमाटर को ऑलिव ऑयल में पकाकर खाने से काफी फायदा होता है।

लहसुन

लहसुन में मौजूद एलिसिन नामक कम्पाउंड मेल ऑर्गन में ब्लड फ्लो बढ़ाता है। ब्लड फ्लो यौन अंगों में अच्छी तरह से सर्कुलेट करता और उन्हें किसी भी प्रकार की क्षति से बचाता है। रोज सुबह लहसुन की 3-4 कलियां चबाकर खाने से सीमेन वॉल्यूम बढ़ता है।

केले

केले में मौजूद ब्रोमिलेन नामक एंजाइम और विटामिन B स्टेमिना, एनर्जी और स्पर्म काउंट बढ़ाते हैं। रोज सुबह-शाम एक केला खाने से ताकत मिलती है।

गाजर

गाजर में मौजूद विटामिन A स्पर्म का प्रोडक्शन बढ़ाने में हेल्पफुल है। रोज सलाद में गाजर खाने या गाजर का जूस पीने से फर्टिलिटी बढ़ती है।

ब्रोकोली

शरीर में विटामिन ए की कमी से आपका फर्टिलिटी लेवल कम हो जाता है, इससे बचने के लिए आप अपने आहार में ब्रोकोली शामिल कर सकते हैं। इसका सेवन करने से हेल्दी और एक्टिव स्पर्म बनते हैं।

बेरीज

बेरीज में शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट और क्वेरसेटिन व रेसवेराट्रॉल जैसे एंटीइंफ्लेमेटरी पोषक तत्व होते हैं, जो स्पर्म की क्वालिटी और उत्पादन को बढ़ाने में मदद करते हैं।