वेज, चिकन, तंदूरी, मुगलई और भी कई तरह के मोमोज इस समय लोगों की पहली पसंद बने हुए है। क्या बच्चे, क्या बड़े, हर कोई मोमोज देखते ही खुद को रोक नहीं पाता है। आज हर रेस्तरां, मार्केट, मॉल, फूड स्ट्रीट, रोड साइड आपको मोमोज बेचने वाला मिल जाएगा। हालांकि, इसे खाते समय थोड़ी सावधानी भी बरतनी चाहिए। ज्यादा मोमोज खाने से सेहत को नुकसान भी हो सकते हैं। आज हम अपने इस आर्टिकल में आपको उन नुकसानों के बारे में अवगत कराने जा रहे हैं...
- मोमोज के अंदर स्टफ की जाने वाली सब्जियों की गुणवत्ता कई बार खराब हो सकती है या फिर अस्वच्छ होती हैं। इनमें ई-कोलाई जैसे बैक्टीरिया भी हो सकते हैं, जो गंभीर संक्रमण का कारण बनते हैं।
- मोमोज को बनाने के मैदा इस्तेमाल किया जाता है। मैदे में भारी मात्रा में स्टार्च पाया जाता है। जिसे खाने से मोटापा बढ़ता है। ज्यादा मैदा खाने से कोलेस्ट्रॉल और ब्लड में ट्राइग्लीसराइड (बुरा कोलेस्ट्रॉल) का स्तर बढ़ जाता है।
-बेशक, लाल मिर्च सेहत के लिए अच्छी मानी जाती है, अगर वे प्रॉसेस्ड मिर्च पाउडर ना हो। लेकिन, मोमोज के साथ दी जाने वाली तीखी लाल मिर्च से बनी चटनी गुणवत्ता के ममाले में अनहेल्दी होती है। मोमोज की चटनी का अधिक सेवन बवासीर या खूनी बवासीर, पेट में जलन, गैस, पाचन संबंधित समस्या आदि होने की संभावना को भी बढ़ाता हैं।
-मोमोज के अधिक सेवन से तंत्रिका संबंधी डिसऑर्डर, अधिक पसीना आना, सीने में दर्द, मतली और धड़कन बढ़ने जैसी अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं।
-अधिक मोमोज खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो सकती है।
- मैदे से बने होने की वजह से यह कब्ज की समस्या भी बनाते है।
-मैदे में ग्लाइसेमिक इंडेक्स की मात्रा अधिक होने के कारण शुगर लेवल बढ़ सकता है।
- मोमोज को सॉफ्ट बनाने के लिए मैदे में एजोडीकार्बोना माइड, बेंजोइल पेरोक्साइड जैसे तत्व मिलाए जाते हैं। जो सेहत के लिए बेहद खराब होता है। ये शरीर के पैंक्रियाज को नुकसान पहुंचाते हैं।
- नॉन-वेज मोमोज के शौकीन लोग बहुत चाव से मोमो खाते हैं, पर उसमें फिल किए गए चिकन या मटन की क्वालिटी अकसर खराब होती है। जो आपकी सेहत पर बुरा असर डाल सकती है।