गर्मियों का मौसम शुरू हो चुका हैं और घरों में चिलचिलाती धूप और गर्मी से राहत पाने के लिए कूलर, AC की सफाई होने लगी हैं। कई घरों में तो AC चलना शुरू भी हो गया हैं। घर, गाडी या ऑफिस, आज के समय में एक बड़ी संख्या में लोग अपना ज्यादातर समय एसी के सामने बैठकर गुजारते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये दो पल का सुकून आपके लिए कितना नुकसानदायक है। जी हां, एसी में ज्यादा देर रहना आपके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। कुछ लोग जो दो पल भी बिना AC के नहीं रह पाते हैं, उनके लिए आज हम लेकर आए हैं कुछ ऐसी जानकारी जो उनकी चिंता बढ़ा सकती हैं। हम आपको बताने जा रहे हैं एयर कंडीशनर से होने वाले नुकसान के बारे में...
डिहाइड्रेशन अगर आपको लंबे समय तक एसी की हवा में रहने की आदत है तो आप डिहाइड्रेशन की चपेट में आ सकते हैं। दरअसल, नॉर्मल टेम्प्रेचर के कमरे की तुलना में एसी वाले कमरों में डिहाइड्रेशन की समस्या अधिक होती है। एसी का कमरा हमारे शरीर की नमी को सोख लेता है, जिससे डिहाइड्रेशन की परेशानी हो सकती है।
ड्राई आइज की समस्याअधिक समय तक एसी में रहने वालों को आंखों में परेशानी हो सकती है। इसकी वजह से आपकी आंखें ड्राई होने लगती है। ऐसे में आंखों में खुजली और जलन की परेशानी काफी ज्यादा होती है।
बुखार या थकानलंबे समय तक एसी में रहने से आपको लगातार हल्का बुखार और थकान बने रहने की समस्या हो सकती है। इतना ही नहीं इसका तापमान ज्यादा कम करने पर आपको सिरदर्द और चिड़चिड़ाहट महसूस हो सकती है। अगर आप एसी से निकलकर सामान्य तापमान या गर्म स्थान पर जाते हैं तो आप लंबेसमय तक बुखार से पीड़ित हो सकते हैं।
मोटापाये बात सुनकर आपको हैरानी होगी, लेकिन यह पूरी तरह सच है कि एयर कंडीशनर के अधिक इस्तेमाल से मोटापा बढ़ सकता है। तापमान कम होने के कारण हमारा शरीर अधिक सक्रिय नहीं हो पाता और शरीर की ऊर्जा का सही मात्रा में उपयोग नहीं हो पाता, जिस वजह से मोटापा बढ़ने लगता है।
ब्लडप्रेशर होगा प्रभावित लंबे समय तक एसी की ठंडी हवा में बैठने से हमारे शरीर का तापमान कृत्रिम तरीके से काफी लो हो जाता है। जिसकी वजह से शरीर की कोशिकाएं संकुचित होने लगती हैं और रक्त संचार प्रभावित होने लगता है। जो बाद में सिरदर्द, चक्कर, उल्टी आना और लो ब्लड प्रेशर का कारण बनता है।
जोड़ों में दर्दलगातार एसी के कम तापमान में बैठना सिर्फ घुटनों की समस्या ही नहीं देता बल्कि आपके शरीर के सभी जोड़ों में दर्द के साथ-साथ अकड़न पैदा करता है और उनकी कार्यक्षमता धीरे-धीरे कम होने लगती है। आगे चलकर यह हड्डियों से जुड़ी बीमारियों को जन्म भी दे सकता है।
मस्तिष्क पर असर एसी का तापमान बहुत कम होने पर मस्तिष्क की कोशिकाएं भी संकूचित होती है जिससे मस्तिष्क की क्षमता और क्रियाशीलता प्रभावित होती है। इतना ही नहीं आपको लगातार चक्कर आने की समस्या भी हो सकती है।
ड्राई स्किन का खतरा एसी में कमरे में लंबे समय तक रहने वालों की स्किन भी काफी ज्यादा ड्राई होने लगती हैं। क्योंकि यह हमारे शरीर से नमी को सोख लेता है, जिसकी वजह से इचिंग, सफेद दाग और स्किन पर खुजली होने लगती है।
एसी में बैठते समय बरतें ये सावधानियां- एसी का इस्तेमाल करने से पहले उसकी सर्विस जरूर करवा लें, ताकि धूल-मिट्टी साफ हो सके। पानी की निकासी होती रहे।
- जिस कमरे में एसी चलता हो, कभी-कभी उसके खिड़की-दरवाजे खोल कर रखें, ताकि धूप व ताजी हवा कमरे में आ सके।
- देर तक एसी के ठीक सामने ने बैठें। उसे बहुत कम तापमान पर न चलाएं।
- जिस कमरे में एसी चलता हो, वहां पानी से भरा एक बर्तन हमेशा रखें। ऐसा करने से वातावरण में नमी बरकरार रहेगी। आंखें और त्वचा शुष्क नहीं हो पाएंगी।
- हर दो घंटे में कुछ समय के लिए एसी बंद कर दें। इससे कमरे का तापमान संतुलित रखने में मदद मिलती है।
- एसी से सीधे धूप में बाहर न निकलें। बाहर निकलने से पहले कुछ मिनट रुककर शरीर को सामान्य तापमान पर आने दें।