मंकीपॉक्स (Monkeypox) के मामले पूरी दुनिया में तेजी से बढ़ रहे हैं। फ्रांस, जर्मनी, स्पेन और यूनाइटेड किंगडम में सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, मंकीपॉक्स जानवरों से इंसानों में फैलने वाली बीमारी है। इस वायरस से संक्रमित होने पर चेचक जैसे लक्षण दिखते हैं। मंकीपॉक्स अलग-अलग तरीकों से फैल सकता है। मंकीपॉक्स किसी संक्रमित जानवर के खून, उसके शरीर का पसीना या कोई और तरल पदार्थ या उसके घावों के सीधे संपर्क में आने से फैलता है। मंकीपॉक्स यौन संबंध बनाने से भी फैल सकता है। CDC के मुताबिक, अगर आप किसी मंकीपॉक्स संक्रमित से यौन संबंध बनाते हैं, तो आपको भी संक्रमण हो सकता है। संक्रमित के गले लगना, किस करना और यहां तक कि फेस-टू-फेस कॉन्टैक्ट बनाने से भी संक्रमण फैलने का खतरा रहता है। समलैंगिक और बायसेक्शुअल लोगों को इससे संक्रमित होने का खतरा अधिक रहता है।
उत्तरी लंदन का एक सेक्स वर्कर हारुन तुलुने भी मंकीपॉक्स की चपेट में आया है। हाल ही में उसने इस बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) के मंकीपॉक्स से अपना अनुभव शेयर किया है। अगर आप इस तेजी से फैल रही बीमारी से बचना चाहते हैं, तो आपको यह जानना चाहिए।
हारुन को 11 जून 2022 को बुखार हुआ। उसके लिम्फ नोड्स में दर्द, खुजली और सूजन महसूस हुई। उसका बुखार 39.6 डिग्री सेल्सियस (103.28 डिग्री फारेनहाइट) तक बढ़ गया। वह भी कांप रहा था। पांचवे दिन वो किसी तरह की मूवमेंट नहीं कर पा रहा था और असहनीय दर्द था। उसके बाद उसकी नाक पर एक छाला बना गया, जो पहले छोटा था लेकिन बाद में बड़ा और अधिक दर्दनाक हो गया। उसने बताया कि मेरे गले में घावों के कारण, मैं निगल, खा या पी नहीं सकता था। वह दर्दनाक था। दर्द ने मुझे चौंका दिया।
अस्पताल में भर्ती होने के बाद हारून का 10 दिनों के लिए टेकोविरिमैट के साथ इलाज किया गया था। यह चेचक के लिए विकसित एक एंटीवायरल एजेंट है, जिसे अब यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी (ईएमए) द्वारा मंकीपॉक्स के लिए लाइसेंस दिया गया है। हारून ने बताया कि उसे पेन किलर और इन्फेक्शन की वजह से एंटीबायोटिक्स दी जा रही थी।