एरोबिक एक्सरसाइज : करना बहुत आसान, फिट रहने का फॉर्मूला, इन समस्याओं में होगा सुधार

हम अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए कई तरह के व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करते हैं। ऐसे ही एरोबिक्स भी एक प्रकार का व्यायाम है, जिसे करना बहुत ही आसान है। इसे आप घर में भी कर सकते हैं। इसे शुरुआत में अनुभवी एरोबिक एक्सरसाइज करने वालों के साथ करना चाहिए। एरोबिक एक्सरसाइज से आप न सिर्फ फिट रहते हैं, बल्कि कोई भी शारीरिक समस्या आपके आसपास फटकती तक नहीं है। हां, एक और बात का ध्यान रखना जरूरी है कि इस एक्सरसाइज के साथ-साथ पौष्टिक खाद्य पदार्थों का सेवन भी करें।


एरोबिक एक्सरसाइज करने के फायदे

1.वजन को नियंत्रित रखने में मददगार

जो लोग अपना वजन कम करना चाहते हैं, उनके लिए एरोबिक एक्सरसाइज सही विकल्प साबित हो सकता है। इसे करने के लिए कुछ लोगों को 6-12 महीने तक मॉडरेट इंटेंसिटी एरोबिक एक्सरसाइज कराई गई। 12 महीने के बाद उनके वजन और कमर के आकार में कमी पाई गई। वहीं, आइसोलेटेड एरोबिक एक्सरसाइज का अधिक वजन और मोटापे पर कोई प्रभाव नहीं पड़ सकता है।

हां, अगर इसे सही आहार के साथ किया जाए, तो रक्तचाप और लिपिड के स्तर में सुधार हो सकता है। साथ ही वजन को कम करने में मदद मिल सकती है। आइसोलेटेड एरोबिक एक्सरसाइज का मतलब सिर्फ एरोबिक करना है। इसमें किसी अन्य एक्सरसाइज को शामिल नहीं किया जाता है। यह जानकारी एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में दी गई है। ऐसे में कहा जा सकता है कि एरोबिक एक्सरसाइज के फायदे वजन को नियंत्रित करने के लिए हो सकते हैं।


2. हृदय रोग को कम करने के लिए

एरोबिक एक्सरसाइज के फायदे हृदय से जुड़ी समस्या को दूर करने के लिए भी हो सकते हैं। एक रिसर्च के मुताबिक, एरोबिक एक्सरसाइज एक गतिशील एक्साइज है, जो हृदय के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने का काम करती है। इसे करने पर हृदय के साथ-साथ उच्च रक्तचाप जैसी समस्या को भी रोकने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा, अगर किसी को हृदय संबंधी कोई समस्या है, तो उनके लिए भी एरोबिक एक्सरसाइज फायदेमंद हो सकती है, लेकिन इस अवस्था में डॉक्टर की सलाह पर ही इसे करें। डॉक्टर मरीज की अवस्था को देखकर बताएंगे कि किस तरह की एरोबिक एक्सरसाइज करना सही होगा।


3. ब्लड शुगर और इंसुलिन के स्तर को संतुलित रखने के लिए

ब्लड शुगर और इंसुलिन के स्तर को संतुलित रखने के लिए भी एरोबिक एक्सरसाइज मददगार हो सकती है। एक वैज्ञानिक रिसर्च में बताया गया है कि एरोबिक एक्सरसाइज टाइप 2 मधुमेह वाले रोगियों के रक्त शर्करा को नियंत्रित करने का काम कर सकती हैं। एरोबिक एक्सरसाइज शरीर में इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ाती है, जो ग्लूकोज को अवशोषित (Absorption) करने का काम करती है। इससे शरीर में रक्त शर्करा के स्तर को कम किया जा सकता है। यह जानकारी एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में उपलब्ध है।


4. धूम्रपान को छुड़वाने में सहायक

कई लोग धूम्रपान छोड़ना चाहते हैं, लेकिन तलब के कारण इसे छोड़ नहीं पाते हैं। ऐसे में उन्हें एरोबिक एक्सरसाइज करने से कुछ फायदा हो सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक वैज्ञानिक अध्ययन के मुताबिक, एक्सरसाइज करने से सिगरेट की तलब में कमी आती है और इसके लक्षण को भी दूर रखने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा, धूम्रपान के कारण जिन लोगों के फेफड़ों में समस्या है, उनमें सुधार करने में भी एरोबिक सहायक हो सकती है। धूम्रपान किसी भी लिहाज से फायदेमंद नहीं है। फिर चाहे पौष्टिक भोजन ही क्यों न किया जाए और नियमित व्यायाम किया जाए। यह हर लिहाज से हानिकारक है।


5. मानसिक स्वास्थ्य और मूड में सुधार

एरोबिक एक्सरसाइज के फायदे मानसिक स्वास्थ्य और मूड में सुधार करने से भी जुड़े हैं। एरोबिक एक्सरसाइज करने से चिंता और अवसाद को कम किया जा सकता है। इस एक्सरसाइज को करने से शरीर के साथ-साथ मस्तिष्क में भी रक्त का संचार बेहतर होता है, जिससे मूड में सुधार होता है ।


6. हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए

हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए व्यायाम किया जा सकता है। व्यायाम न सिर्फ हड्डियों को स्वस्थ रखता है, बल्कि ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियों से जुड़ा रोग) से बचाने में भी सहायक साबित हो सकता है। इसके अलावा, यह मांसपेशियों को मजबूत करने में भी मदद कर सकता है।


7. नींद में सुधार

एरोबिक एक्सरसाइज करने के फायदे में बेहतर नींद सोना भी शामिल है। इसकी पुष्टि के लिए एक वैज्ञानिक शोध किया गया। इसके तहत अनिद्रा की समस्या से जूझ रहे युवक को 4 महीने तक एरोबिक एक्सरसाइज कराई गई। व्यायाम करने से युवकों की नींद की गुणवत्ता में सुधार हुआ और साथ ही दिन के समय नींद और अवसाद के लक्षणों में भी कमी आई। यह रिसर्च पेपर एनसीबीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध है।