आज के समय में देखा जाए तो सबसे बड़ी समस्या मोटापा ही हैं, खासतौर से लॉकडाउन के बाद से। यह मोटापा अपने साथ कई अन्य बीमारियां भी लेकर आता हैं। ऐसे में आपको जरूरत होती हैं आयुर्वेद के मदद की जिसमें कई ऐसे उपाय बताए गए हैं जिनकी मदद से मोटापे को कम करने में मदद मिलती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको आयुर्वेद के उन्हीं उपायों के बारे में बताने जा रहे है जिनसे वजन कम करके मोटापे पर नियंत्रण किया जा सकें। तो आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में।
त्रिफलात्रिफला एक प्राचीन आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जिसमें शरीर से विषाक्त पदार्थों को खत्म करने की क्षमता होती है। यह पाचन में सुधार करने में मदद करता है। आप त्रिफला पाउडर को रात के खाने के दो घंटे पहले और नाश्ते के आधे घंटे बाद गर्म पानी के साथ ले सकते हैं।
गर्म पानी पिएं
आयुर्वेद के अनुसार, सुबह जागने के बाद गर्म पानी पीने से वजन घटाने में मदद मिलती है। गर्म पानी पीने से आपके शरीर का तापमान बढ़ सकता है, जो चयापचय को बढ़ाने में मदद करता है। बेहतर चयापचय पूरे दिन में अधिक कैलोरी जलाने में मदद करता है। इसलिए हो सके तो पूरे दिन गर्म पानी का सेवन करें।
काली मिर्च
काली मिर्च में मौजूद यौगिक पिपेराइन वजन घटाने में मदद कर सकता है, क्योंकि यह एडिपोजेनेसिस (शरीर में वसा कोशिकाओं के निर्माण) की प्रक्रिया में बाधा डालता है। आप एक गिलास नींबू, शहद और पानी में एक चुटकी काली मिर्च मिला सकते हैं।
अदरक
अध्ययनों से पता चलता है कि अदरक में मौजूद 6-जिंजरोल, शरीर में सूजन को कम करने में मदद करता है। इससे वसा को जलाने में मदद मिलती है क्योंकि इसमें एंटीओबेसिटी गुण होते हैं, जिसका अर्थ है कि यह शरीर में वसा के गठन को रोकता है।
अपने शरीर को आराम दें
आयुर्वेद कहता है कि शरीर को तनाव मुक्त रखने के लिए शरीर की आराम दें। चूंकि तनाव वजन बढ़ने का एक कारण है। यह हार्मोन के स्तर को बनाए रखने में भी मदद करता है, जो तनाव (कोर्टिसोल) के दौरान जारी होते हैं।