हर शादीशुदा जोड़ा एक बच्चे के बाद दूसरे बच्चे की चाहत रखता ही हैं, जो कि उनके घर में नई खुशियाँ लेकर आए और खुशियों में इजाफा करें। लेकिन उनके सामने सबसे बड़ी समस्या आती है पहले बच्चे के सही रखरखाव की। क्योंकि दूसरे बच्चे ली आस में पहले बच्चे पर ध्यान नहीं देने की वजह से यह खुशी बर्डन और तनाव का कारण बनने लगती हैं। इसलिए दूसरे बच्चे की प्लानिंग करने से पहले आपको कई बातों का ध्यान रखने की जरूरत हैं जो आज हम आपको बताने जा रहे हैं। ताकि आप सुव्यवस्थित तरीके से दूसरे बेबी का प्लान कर सकें। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।
* जरूरी चैकअप दूसरी बेबी प्लान करने से पहले जरूरी है कि जरूरी चैकअप करवा लें। इनमें थायराइड का चैकअप सबसे ज्यादा जरूरी है। इसके साथ ही हेल्दी प्रेगनेंसी के लिए हीमोग्लोबीन और विटामिन डी की जांच करवा लेना भी बहुत जरूरी है।
* घरेलू तैयारी दूसरे बेबी की डिलीवरी डेट से पहले ही घरेलू तैयारियां पूरी कर लें। पहला बच्चा अगर अभी दो ढाई साल का ही है तो यह भी तैयारी करें कि दो बच्चों की परवरिश के लिए आपका सपोर्ट सिस्टम क्या रहेगा। अगर बच्चा स्कूल जाने लगा है, तब भी दूसरे बच्चे के साथ आप उस पर ध्यान न दे पाएं तो उसके स्कूल की जिम्मेदारियों को पूरा करने में कौन मदद करेगा।
* करें पहले बच्चे का बैग तैयार डिलीवरी के दौरान जब आपको हॉस्पिटल में रहना होगा, उस समय पहला बच्चा कहां और किसके साथ रहेगा इस पर गहनता से विचार करें। बच्चे की सुविधा और सुरक्षा के लिए जरूरी सामान का बैग पैक करे और जरूरी निर्देशों के साथ उनके सुपुर्द करें।
* जरूरी सामान की सूची बनाएं दूसरे बच्चे के लिए जरूरी सामान की लिस्ट बनाएं। हो सकता है कुछ सामान आपने पहले से ही इकट़ठा कर रखा हो। उन्हें निकालें और चैक करें कि क्या यह उपयोग करने की स्थिति में हैं या नहीं। फीडिंग बॉटल, डायपर बैग को कीटाणू मुक्त करें।
* धोएं पुराने कपड़े छोटे बच्चों के कपड़ों में चयन के लिए जेंडर की परवाह नहीं की जाती। अगर पहले बच्चे के कपडे आपने पहले से सुरक्षित रखें हैं तो उन्हें निकाल कर साफ करें और धूप लगाएं। जिससे वे कीटाणुमुक्त हो जाएं।
* पंजीकरण करवाएं डिलीवरी से लेकर, नर्सरी, बेबी सिटिंग आदि के लिए कई बार पंजीकरण की जरूरत होती है। जिन भी चीजों के लिए पंजीकरण की आवश्यकता पड़ने वाली है, वह पहले ही करवा लें।
* बढ़ाएं आत्मनिर्भरता अब आपका ज्यादातर ध्यान दूसरे बच्चे पर होगा। ऐसे में पहला बच्चा परेशान न हो, इसके लिए पहले से ही उसे अपने छोटे-मोटे कामों के लिए आत्मनिर्भर बनाना शुरू करें। जरूरत की चीजों की पहचान और डिमांड करना सिखाना भी जरूरी है।
* करें काउंसलिंग घर में आने वाले नए मेहमान के लिए पहले बच्चे को तैयार करना सबसे ज्यादा जरूरी है। आप उसका समय और केयर किसी दूसरे के साथ शेयर करने वाली हैं। और यह कोई उसका अपना बहुत खास है। कैसे वे एक दूसरे की खुशियों और रोमांच में साझीदार बनने वाले हैं, इसके लिए बड़े बच्चे को तैयार करें।