क्या वर्कआउट के बाद आपकी बॉडी में भी होता हैं दर्द, रखें इन बातों का ध्यान

सेहतमंद जीवन जीने के लिए जरूरी हैं कि शारीरिक श्रम को अपनी लाइफस्टाइल में शामिल किया जाए। इसके लिए लोग वर्कआउट या जिम करना पसंद करते हैं। लेकिन कई लोगों के साथ यह परेशानी रहती हैं कि वर्कआउट की शुरुआत करने के बाद उनका पूरा शरीर दर्द करने लगता हैं जिसकी वजह से पूरा दिन किसी भी काम में मन नहीं लगता हैं। एक्सरसाइज करते हैं तो उस दौरान शरीर के मसल्स में स्ट्रेचिंग होती है जिसके कारण थकान होना या जॉइट्स में दर्द होना आम बात हैं। हांलाकि हर दिन वर्कआउट करने से शरीर को इसकी आदत हो जाती हैं। लेकिन फिर भी आपके सामने यह समस्या आती हैं तो इस दर्द को कम करने के आज हम आपको कुछ घरेलू इलाज यहां बताने जा रहे हैं। आइये जानते हैं...

वर्कआउट के बाद प्रोटीन लें

वर्कआउट रिकवरी का मतलब सिर्फ बिस्तर पर लेटना नहीं है, बल्कि आपको अपने आहार पर भी नियंत्रण रखना शामिल है। प्रोटीन युक्त भोजन जैसे नट्स, अंडे या पनीर आपको मांसपेशियों की क्षति को ठीक करने में मदद कर सकते हैं। यह मांसपेशियों के दर्द को को तेजी से ठीक करने में मदद कर सकता है।

स्ट्रेचिंग

जब मांसपेशियां रिकवरी मोड में रहती हैं तो इनमें कसाव आ जाता है और दर्द महसूस होने लगता है। इसके लिए धीरे-धीरे स्ट्रेचिंग करें। बिल्कुल हल्के-हल्के ताकि दर्द बढ़े नहीं। इससे कसाव कम होगा और दर्द भी। ये आपकी मांसपेशियों को हमेशा चोट के खतरे से बचाने और इन्हें स्वस्थ रखने में मदद करती है। आप अपनी वर्कआउट के बाद स्टैटिक स्ट्रेचिंग का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह आपकी गति की सीमा को बढ़ाने में मदद कर सकता है। वर्कआउट के बाद आपकी मांसपेशियां पहले से ही गर्म हैं, इसलिए इसे प्राप्त करना आसान हो सकता है।


शिथिलीकरण है जरूरी

कोई भी योग, एक्सर्साइज या जिम करने के बाद हमें अपने शरीर को 10 मिनट के लिए शिथिलिकरण की अवस्था में ले जाना चाहिए। यह शवासन की तरह ही है। इस दौरान पीठ के बल शांत लेटकर हम अपने मस्तिष्क को निर्देश देते हैं और सांसों पर ध्यान केंद्रित करते हैं। इस तरह रिलैक्स करने से हमारी बॉडी के टूटे सेल्स जल्दी रिपेयर होते हैं और हम बहुत एनर्जेटिक महसूस करते हैं।'

पर्याप्त पानी पिएं

यदि आप गर्म या आर्द्र मौसम में व्यायाम करते हैं, तो आप डिहाइड्रेटेड हो सकते हैं और यह मांसपेशियों की रिकवरी को कठिन बना सकता है। बेहतर रिकवरी के लिए, अपने वर्कआउट से पहले, अपने वर्कआउट के दौरान, वर्कआउट के बाद और पूरे दिन हाइड्रेटेड रहें। यदि आप हाइड्रेटेड हैं, तो यह आपकी मांसपेशियों की खुद को ठीक करने की क्षमता में मदद कर सकता है।

हल्की मसाज
दर्द वाली मांसपेशियों में मसाज करने से कसाव भी कम होता है और रक्त संचार बढ़ता है। रक्त संचार आपकी रिकवरी में तेजी लाता है और इससे मांसपेशियों का दर्द जल्दी खत्म होता है। आप असेंशियल ऑइल से बॉडी मसाज ले सकते हैं। जैसे टी ट्री ऑइल या एनिसी ऑइल चंद मिनट में राहत देनेवाले तेल हैं। ध्यान रखें कि इस दौरान मालिश हल्के हाथों से होनी चाहिए, शरीर पर बहुत अधिक दबाव ना डालें। साथ ही इन तेल को नारियल तेल, बादाम का तेल या जैतून के तेल बराबर मात्रा में मिला लें

गुनगुने पानी में स्नान

गुनगुने पानी में स्नान करने से कसी मांसपेशियां ढीली पड़ती हैं और रक्त संचार में तेजी आती है। बेहतर रक्त संचार का अर्थ है दर्द भरी मांसपेशियों में अधिक ऑक्सीजन और रक्त का पहुंचना। इससे दर्द से जल्दी राहत मिलती है।

हॉट एंड कोल्ड थेरेपी

15 मिनट के लिए उस विशेष क्षेत्र में बर्फ का पैक लगाएं, जहां दर्द हो रहा है। इसके बाद 15 मिनट के लिए गरम पैक लगाएं। ऐसा बार-बार करती रहें। गरम के बाद ठंडे से रक्त संचार में तेजी आती है और मांसपेशियां जल्दी ही खुद को मजबूत बनाने के साथ-साथ रिपेयर भी होती हैं। याद रखें कि इस दर्द का अर्थ है कि आपका शरीर मस्तिष्क को सूचना दे रहा है कि उसे आराम चाहिए।

दर्द की दवा

केमिस्ट की दुकान पर मिलने वाली ओवर द काउंटर पेन किलर से आपकी मांसपेशियों में हो रहे दर्द से कुछ समय के लिए छुटकारा मिल जाएगा। लेकिन इसकी डोज कम ही लेना सही रहता है। बेहतर होगा कि जब दर्द ज्यादा हो रहा हो तो ब्रूफेन जैसी किसी पेन किलर की आधी गोली खाना बेहतर रहेगा।