पेट्रोल सूंघने की लत डैमेज कर सकती है आपका दिमाग, आज ही करें इस जानलेवा आदत से तौबा

आजकल एक अजीब तरह का नशा तेजी से बढ़ रहा है। यह नशा है पेट्रोल की गंध सूंघना। इसे स्नीफिंग पेट्रोल (Sniffing Petrol) या स्नीफिंग गैसोलीन (Sniffing Gasoline) के नाम से जाना जाता है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि पेट्रोल की महक किसी को इतना प्रभावित कर सकती है कि उसके इसकी लत लग सकती है। पेट्रोल की लत गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है और मौत का कारण भी बन सकती है। आजकल बहुत से लोग नशे के मौजूदा उपायों से अलग पेट्रोल सूंघने की तरफ बढ़ रहे हैं। कई देशों में इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पेट्रोल की गंध शरीर को कई तरीके से नुकसान पहुंचा सकती है। कई केस में यह लत मौत की वजह बन सकती है। दरअसल, पेट्रोल शरीर में जाकर नशा पैदा करता है और यह सीधे रूप से केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को दबा देता है और आप शराब के नशे की स्थिति में आ जाते हैं। चलिए जानते हैं कि यह लत आपको कितना नुकसान पहुंचा सकती है और इससे कैसे छुटकारा पाया जा सकता है...

बढ़ सकता है मौत का जोखिम

पेट्रोल दिमाग पर बुरा असर डालता है यह दिमाग के कामकाज को धीमा कर सकता है। पेट्रोल सूंघने का असर एक घंटे तक रह सकता है। दुनिया भर में ऐसी कुछ घटनाएं हुई हैं, जब कई लोगों की पेट्रोल की गंध के कारण दिमाग में ऑक्सीजन की कमी से मौत हुई है।

पेट्रोल की गंध की लत के कारण

कई लोग बोरियत दूर करने के लिए भी कभी-कभी पेट्रोल सूंघ लेते हैं। पेट्रोल सूंघना आम होता जा रहा है क्योंकि पेट्रोल एक ऐसी चीज है जो आसानी से उपलब्ध है और किसी भी पेट्रोल पंप पर मिल सकती है। पेट्रोल सूंघना गोंद सूंघने जितना ही खतरनाक माना जाता है। जिन लोगों को इसकी लत लग जाती है उन्हें लगता है कि यह समस्याओं से निजात पाने का आसान तरीका है।

पेट्रोल गंध की लत के लक्षण और नुकसान

पेट्रोल में जहरीले रसायन धीरे-धीरे मस्तिष्क, हृदय, फेफड़े, प्रतिरक्षा प्रणाली, यकृत और गुर्दे को नुकसान पहुंचाते हैं। पेट्रोल को सूंघने से शरीर में विषाक्तता भी हो सकती है। इसका असर अन्य अंगों पर भी पड़ सकता है। एक व्यक्ति जितनी देर तक सूंघता है, उतना ही वे इन अंगों को नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे कई संकेत और लक्षण हैं, जो किसी पेट्रोल सूंघने वाली व्यक्ति में दिखाई दे सकते हैं-

- सांस लेने मे तकलीफ
- गले में दर्द या जलन
- मल में खून
- सिर में चक्कर आना
- चिड़चिड़ापन
- मूड स्विंग
- कम भूख लगना
- नींद की कमी
- डिप्रेशन
- बेहोशी
- तेज सिरदर्द
- ज्यादा थकान
- शरीर की कमजोरी
- एसोफैगस में जलन
- पेट में दर्द
- नजर का कमजोर होना
- खून के साथ या इसके बिना उल्टी

पेट्रोल गंध की लत का उपचार

पेट्रोल सूंघने की इस समस्या से जूझ रहे लोगों की मदद के लिए कई तरह की पहल की जा रही है। इससे पीड़ित ऐसे लोगों के लिए पुनर्वसन की सुविधा है और इस समस्या से उबरने में उनकी मदद करने के लिए विशेष ध्यान रखा जाता है। इन्हें पेट्रोल से पूरी तरह से अलग कर दिया जाता है और फिर कुछ दिनों के लिए इससे दूर रखा जाता है। इसके साथ ही टेंशन को दूर करने के लिए पेट्रोल सूंघने की आदत नहीं लगाएं। इस समस्या के बारे में जागरूकता फैलाने की जरूरत है और इससे युवाओं को इस आदत से बचने में मदद मिल सकती है। साथ ही किसी शख्स की ये लत नहीं छूट रही तो उसे रिहैब में भेजें।

पेट्रोल गंध की लत से कैसे पाएं छुटकारा

इस गंदी लत से छुटकारा पाने के लिए कई जगहों पर एक गंध मुक्त पेट्रोल लॉन्च किया गया है जिसका नाम ओपल (Opal) है। जिसमें लेड (Lead) की मात्रा काफी कम होती है और इसमें सुगंधित हाइड्रोकार्बन का भी कम इस्तेमाल होता है। इसके उपयोग को बढ़ावा देने से पेट्रोल सूंघने की आदत में कमी लाई जा सकती है।