पपीता : हर मौसम में मिलने वाला फल, स्वाद बेहतरीन तो सेहत का भी बखूबी रखता ख्याल

पपीता, हर मौसम में मिलने वाला एक ऐसा फल जो स्वाद में तो बेहतरीन होता ही है इसके साथ-साथ इसमें पौष्टिक तत्वों की मात्रा भी भरपूर रूप से मौजूद होती है। पपीता एक ऐसा फल है जो आपको कहीं भी आसानी से मिल जाएगा। पोषण से भरपूर पपीता कई बीमारियों से दूर रखने में कारगर है। पाचन या भूख न लगने की समस्या से जूझ रहे लोगों को तो हर कोई पपीता खाने की सलाह देता है।

आम तौर पर ऑफिस जाने वाले और फलों का सेवन करने वाले लोग अक्सर इसे लंच के रूप में भी खाते हैं। डॉक्टर भी पपीता खाने की सलाह इसलिए देते हैं, क्योंकि यह आपके पेट समेत शरीर की दूसरी बीमारियों को दूर करने में काफी लाभदायक होता है। इसका छिलका बेहद मुलायम होता है जो आसानी से उतर जाता है। इसे काटने पर इसके भीतर कई छोटे-छोटे काले रंग के बीज होते हैं। पपीता पका हो या कच्चा, इसके अनेक फायदे हैं लेकिन कई बार इसकी अधिकता नुकसानदेह भी हो सकती है।


ब्लड प्रेशर को संतुलित रखने में

ब्लड प्रेशर को संतुलित रखने के लिए जिस खास पौष्टिक तत्व की जरूरत होती है उसका नाम मैग्नीशियम है। यह एक ऐसा मिनरल है जो पपीते में पर्याप्त रूप से मौजूद होता है। इसलिए जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है वे लोग अपनी डाइट में पपीते का सेवन रोजाना शामिल कर सकते हैं। इतना ही नहीं, इसमें सूदिंग का गुण भी पाया जाता है जो ब्लड प्रेशर के बढ़ने के बाद होने वाली बॉडी रिएक्शन से आपको राहत दिलाने के काम आ सकता है।


दिल को रखे दुरुस्त

पपीता विटामिन सी, एंटीऑक्सिडेंट्स व फाइबर से भरपूर होता है। इसमें मौजूद फाइबर कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करनें में बेहद कारगर साबित होता है।


मुंह के छालों को ठीक करने में

कई बार किसी दवाई के एलर्जी के कारण, किसी बीमारी के साइड इफेक्ट के वजह से या शरीर में किसी विटामिन की कमी से मुंह में छाले या घाव होने लगते हैं। इस परेशानी से राहत पाने के लिए पपीते के दूध या आक्षीर को जीभ पर लगाने से घाव जल्दी भर जाते हैं।


कोलेस्ट्रॉल कम करने में सहायक

पपीते में उच्च मात्रा में फाइबर मौजूद होता है। साथ ही ये विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स से भी भरपूर होता है। अपने इन्हीं गुणों के चलते ये कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में काफी असरदार है।

आंखों की सेहत सुधारे

पपीते में आंखों के लिए जरूरी विटामिन ए की प्रचुरता होती है। इसमें नीली रोशनी से आंखों का बचाव करने वाला कैरोटिनॉइड ल्यूटिन पाया जाता है। ये रेटिना की रक्षा करता है और मोतियाबिंद के खिलाफ भी लड़ता है।


बवासीर में फायदेमंद

आजकल के असंतुलित खान-पान के वजह से बवासीर की समस्या बढ़ने लगी है। इसके दर्द से राहत पाने में पपीता बहुत फायदेमंद साबित होता है। पपीता के कच्चे फलों से प्राप्त आक्षीर या दूध को अर्श के मस्सों पर लगाने से बवासीर में लाभ होता है। इसका प्रयोग चिकित्सकीय परामर्शानुसार करना चाहिए।