वर्तमान समय की बदले खान-पान, स्ट्रेस, थकान से भरी लाइफस्टाइल के कारण पुरुषों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हैं जिसमें से इंफर्टिलिटी की समस्या भी एक हैं। इंफर्टिलिटी की यह समस्या तेजी से उभर रही है जिससे छुटकारा पाना बहुत जरूरी हैं। ऐसे में इससे जुड़ी हुई शोध में खुलासा हुआ हैं कि इंफर्टिलिटी का सामना कर रहा कोई व्यक्ति अगर 5 पौंड के 30 कैप्सूल्स का सेवन सही डायट और गाइडलाइन्स के साथ करता है तो उसमें फर्टिलिटी की संभावना दो गुना तक बढ़ जाती है। फिश ऑइल ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर होता है। यह फैटी एसिड स्पर्म सेल्स को हेल्दी बनाने का काम करता है, जिससे सीमन और स्पर्म काउंट को हेल्दी करने में मदद मिलती है।
JAMA नेटवर्क द्वारा पब्लिश रिसर्च में यूनिवर्सिटी ऑफ साउदर्न डेनमार्क की डॉ टीना केड जेनसेन के हवाले से कहा गया है कि फिश ऑइल सप्लिमेंट्स का सही मात्रा में सेवन सीमन के वॉल्यूम को बढ़ाने का काम करता है। यह स्पर्म काउंट को इंप्रूव करता है और टेस्टिकल्स का साइज बढ़ाता है। डॉक्टर टीना ने यह बात मेल फर्टिलिटी बढ़ाने में फिश ऑइल सप्लिमेंट्स के प्रभाव से जुड़ी रिसर्च के संबंध में कही। टीना इस रिसर्च की हेड रही हैं।
रिसर्च में सामने आया कि अगर स्वस्थ पुरुष भी फिश ऑइल सप्लिमेंट्स का यूज करते हैं तो उन्हें भी हेल्थ से जुड़े कई बेनिफिट्स होते हैं। शोधकर्ताओं के अनुसार, ब्रिटेन में हर 6 में से एक कपल इंफर्टिलिटी यानी नि:संतान्ता की स्थिति से जूझ रहा है। इनमें भी करीब आधे केसेज में मेल इंफर्टिलिटी के मामले हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार, पिछले 80 वर्षों में शुक्राणुओं की गुणवत्ता में लगभग 50 प्रतिशत की कमी आई है। स्पर्म क्वालिटी काउंट में यह गिरावट पूरी दुनिया को ध्यान में रखकर दर्ज की गई है।
शोध के दौरान सामने आया कि जो लोग ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर फिश ऑइल सप्लिमेंट्स का उपयोग करते हैं, उनमें फिश ऑइल ना लेनेवालों से कहीं अधिक सीमन प्रड्यूस होता है। ब्रिटिश फर्टिलिटी सोसायटी से जुड़े डॉक्टर केविन मैकेली के अनुसार, जो यंग और फिट पुरुष फिश ऑइल सप्लिमेंट्स लेते हैं , उनमें सीमन वॉल्यूम हाई होने के साथ ही स्पर्म काउंट भी दूसरे लोगों की तुलना में बेहतर होता है। इन पुरुषों का हॉर्मोन लेवल बेहतर रहता है और टेस्टिकल्स का साइज काफी बड़ा होता है।