कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ता ही जा रहा हैं और मौत का आंकड़ा 47 हजार को पार कर चुका हैं। इसको लेकर कई रिसर्च और स्टडी हुई है और कई महत्वपूर्ण जानकारियां भी सामने आई है जिसके अनुसार इस वायरस के संक्रमण का खतरा उसको सबसे ज्यादा है जिसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है। उम्र के साथ बुजुर्गों की इम्युनिटी में कमी आती हैं जिस वजह से मरने वालों में अधिक संख्या बुजुर्गों की ही हैं। हाल ही में एक नई स्टडी सामने आई हैं जिसमें कोरोना वायरस की 'मृत्यु दर' का खुलासा हुआ हैं।
कोविड-19 से होने वाली मृत्यु दर 0.0016 से 7.8 फीसदी के बीच है, लेकिन यह लोगों की उम्र पर निर्भर करता है। कोरोना पर हुई नई स्टडी में यह जानकारी सामने आई है, जिसमें चीन में कोविड-19 के कारण अस्पताल में भर्ती होने वाले लोगों और इस बीमारी के कारण जान गंवाने वाले लोगों के अनुपात पर पहला समग्र अनुमान व्यक्त किया गया है। इस अध्ययन में 70,000 से ज्यादा मामलों को आंका गया।
द लैंसेट में प्रकाशित इस स्टडी के मुताबिक, कोविड-19 से होने वाली कुल मौतों के पूर्व अनुमानों में यह दर 0.2 से 1.6 फीसदी के बीच थी। वहीं सबसे उम्रदराज आयु समूह यानी 80 साल से ऊपर वालों के लिए यह दर आठ से 36 फीसदी के बीच बताई गई थी। हालांकि इस स्टडी में उस तथ्य को शामिल नहीं किया गया है कि ज्यादातर देशों में केवल उन्हीं लोगों का परीक्षण किया गया, जिनके लक्षण गंभीर थे।
ब्रिटेन के इंपीरियल कॉलेज लंदन के अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि ये संख्या पूरी आबादी के सही-सही मामलों को नहीं दिखाती है। उन्होंने कहा कि इससे पहले तक अध्ययनों में संक्रमण के उन मामलों के अनुपात का अनुमान भी नहीं दिया गया था जिनमें लोगों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत होती है। यह अध्ययन ‘द लैंसेट इंफेक्शस डिजीज’ जर्नल में प्रकाशित हुआ है।
मौजूदा स्टडी के मुताबिक कोविड-19 से चीन में हुई कुल मृत्यु दर 0.66 फीसदी हो सकती है। इसमें वे मामले भी शामिल हैं, जिनमें संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई। वहीं जिन मामलों की पुष्टि हुई, उनमें मृत्यु दर 1.38 फीसदी हो सकती है। हालांकि अनुसंधानकर्ताओं का कहना है कि वैश्विक महामारी के संबंध में और जानकारी सामने आने पर इन परिणामों में सुधार हो सकता है और वर्तमान अध्ययन में सुधार करना जरूरी होगा।