अच्छी खबर / सफल रहा कोरोना की वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल, जल्द दवा आने की उम्मीद

कोरोना वायरस से दुनिया में अब तक 48 लाख 94 हजार 863 लोग संक्रमित हो चुके हैं। 19 लाख 8 हजार 65 ठीक हुए हैं। वहीं, मौतों का आंकड़ा 3 लाख 20 हजार 181 हो गया है। अमेरिका में इस वायरस के चलते 91 हजार 981 लोगों की मौत हो चुकी है। यह आंकड़ा दुनिया में सबसे ज्यादा है। यहां एक दिन में 759 लोगों ने जान गंवाई हैं। हालांकि, अब यहां हर दिन होने वाली मौतों में कमी आई है। वहीं, यहां संक्रमितों की संख्या 15 लाख से ज्यादा हो गई है।इस बीच एक अमेरिकी कंपनी ने कोरोना वायरस के ह्यूमन ट्रायल को लेकर दावा किया है जिसके बाद उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द इसकी दवा बाजार में आ जाएगी।

अमेरिका की दवा बनाने वाली कंपनी मॉर्डना ने कहा है कि कोरोना वैक्सीन का इंसानों पर ट्रायल सफल रहा। साथ ही कहा कि यह वायरस के खिलाफ इम्यून बनाने में सक्षम है। कंपनी ने 16 मार्च को सिएटल की काइजर परमानेंट रिसर्च फैसिलिटी में सबसे पहले यह वैक्सीन दो बच्चों की मां 43 वर्षीय जेनिफर को लगाया गया। पहले ट्रायल में 18 से 55 वर्ष की उम्र के 45 स्वस्थ प्रतिभागी शामिल किए गए थे।

अमेरिका के सिएटल में वॉलेंटियर्स के 8 समूहों पर ये ह्यूमन ट्रायल किया। इसका परीक्षण जिन लोगों पर किया गया उनके शरीर में इस वैक्सीन के जरिए एंटीबॉडी बन रही हैं, जो वायरस के हमले से लड़ने में सक्षम साबित हो रही हैं। मॉडर्ना ने ये भी बताया है कि ह्यूमन क्लीनिकल ट्रायल के शुरुआती नतीजे पॉजिटिव आए हैं। मॉडर्ना ने कहा है कि वह दूसरे फेज में 600 लोगों पर वैक्सीन का ट्रायल करने जा रही है। जबकि जुलाई से वैक्सीन की टेस्टिंग का तीसरा फेज शुरू होगा जिसमें हजारों लोगों को शामिल किया जा सकता है।

आपको बता दे, मॉडर्ना कंपनी जनवरी से इस वैक्सीन के डेवलपमेंट पर काम कर रही है और इसके लिए कहा जा रहा है कि इसने वैक्सीन के लिए जरूरी जेनेटिक कोड हासिल किए और उसका इंसानों पर ट्रायल करने का सफर बहुत कम दिनों में पूरा कर लिया।

कंपनी का कहना है कि दूसरा और तीसरा ट्रायल सफल होने पर वैक्सीन साल के अंत तक या फिर 2021 के शुरुआत में बड़े पैमाने पर लोगों के लिए उपलब्ध हो सकती है।

इस ह्यूमन ट्रायल के लिए जिन 45 लोगों पर परीक्षण किया गया था उन्होंने दवाई के जरिए कोरोना के खिलाउ अच्छी प्रतिरोधक क्षमता को दिखाया और इसी के आधार पर कहा गया है कि वैक्सीन का इस्तेमाल मनुष्यों पर करने के लिए बिलकुल सुरक्षित है। कंपनी ने इस वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स को लेकर कहा कि जिस तरह किसी भी आम वैक्सीन के कुछ साइड इफेक्ट्स होते हैं उसी तरह इस कोरोना की ट्रायल वैक्सीन के भी कुछ साइड इफेक्ट्स रहे लेकिन ज्यादा गंभीर नही है।