बच्चों में तेजी से फैल रहा है खसरा, जानें इसके लक्षण और जरूरी उपाय

बदलते मौसम में अक्सर बच्चों को स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं। इन दिनों में सर्दी-जुकाम के साथ ही खसरा भी बच्चों में तेजी से फैल रहा है। खसरा एक वायरल संक्रमण है जिसे मीजल्स, रूबेला या मोर्बिली के नाम से भी जाना जाता हैं। आमतौर पर संक्रमण लगभग 7 से 10 दिनों में ठीक हो जाता है। लेकिन इसकी गंभीर जटिलताओं की बात करें तो निमोनिया, नेत्रहीनता और मस्तिष्क में संक्रमण भी हो सकता हैं। ऐसे में समय पर उचित चिकित्सकीय परामर्श भी जरूरी हैं। आज इस कड़ी में हम आपको खसरा के लक्षण और जरूरी उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं जो बहुत काम आएंगे। आइये जानते हैं इसके बारे में...

खसरा के लक्षण

खसरा (मीजल्स) के कुछ सामान्य लक्षणों में त्वचा पर दाने, बुखार, भूख में कमी, नाक बहना, गले में खराश, खांसी, लाल चकत्ते, नाक बंद होना, आंखों में पानी या गंदगी आना, थकान, आंखों में लाली, छींके आना, ग्रंथियों में सूजन और पलकें भारी होना शामिल हैं। बच्चों को चकत्तों के शुरू होने से पहले मुंह के अंदर कोप्लिक के धब्बे (नीले-सफेद धब्बों के साथ छोटे लाल धब्बे) भी हो सकते हैं।

लक्षण शुरू होने के 3 से 5 दिनों के बाद दाने निकलते हैं, कभी-कभी 104°F (40°C) तक तेज बुखार भी इसके साथ हो सकता है। लाल या लाल-भूरे दाने आमतौर पर माथे पर सपाट लाल धब्बों के रूप में शुरू होते हैं। यह चेहरे के बाकी हिस्सों में भी फैलता है, फिर गर्दन और नीचे हाथ और पैरों तक फैलता है। कुछ दिनों के बाद बुखार और दाने धीरे-धीरे दूर हो जाते हैं।

खसरा होने पर करें ये उपाय

नीम के पत्ते


खसरा रोग में शरीर में खुजली होना सामान्य है। खुजली से न सिर्फ रोगी की त्वचा को नुकसान होता है, बल्कि इससे वो चिड़चिड़े भी हो जाते हैं। इस खुजली को कम करने के लिए नीम के पत्ते लाभकारी साबित हो सकते हैं। रोगी की खुजली को कम करने के लिए गुनगुने पानी में नीम के पत्ते डालकर उससे नहा सकते हैं। दरअसल, नीम में मौजूद एंटीबैक्टीरियल व एंटीफंगल गतिविधि खसरा वायरस के असर को कम करके इससे राहत दिला सकते हैं।

नारियल पानी

खसरा रोग से राहत पाने के लिए नारियल पानी का उपयोग किया जा सकता है। यह संक्रमण होने पर रोगी अक्सर चिडचिडा हो जाता है और खसरा के कारण हुए चकत्ते की वजह से होने वाली जलन की वजह से उसे काफी समस्या होती है। ऐसे में अगर रोगी को नारियल पानी दिया जाए तो उसे अंदर से शांति मिलती है क्योंकि यह ठंडा होता है। इतना ही नहीं एक शोध के अनुसार अगर नारियल पानी को खसरे के कारण हुए चातकों पर लगाया जाए तो उनमें ठंडक भी मिलती है और उसे आगे बढने से रोकता है।

नींबू पानी

खसरा के लिए घरेलू उपाय के तौर पर नींबू पानी का इस्तेमाल किया जा सकता है। एक वैज्ञानिक अध्ययन की मानें, तो नींबू पानी सर्दी जुकाम की स्थिति में राहत दिला सकता है। वहीं, खसरा की स्थिति में लोगों को सर्दी जुकाम हो सकता है। इस आधार पर कहा जा सकता है कि नींबू पानी खसरा के लक्षण से निजात दिला सकता है। इस स्थिति में कुछ बच्चों को विटामिन-ए की आवश्यकता होती है, जिससे जान जाने और दूसरे जोखिमों को कम किया जा सकता है। वहीं, नींबू में विटामिन-ए होता है, जो रोगी के लिए लाभकारी हो सकता है।

ले सकते हैं ये दवाइयां

बुखार और मांसपेशियों में दर्द के लिए एसीटामिनोफेन, आइबुप्रोफेन, एस्पिरिन और पेरासिटामोल जैसी दवाएं ली जा सकती हैं। याद रखें कि 16 साल से कम उम्र के बच्चों को एस्पिरिन नहीं देनी चाहिए। कोई भी दवा लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लें और पैकेट पर दिए गए निर्देशों को ध्यान से पढ़ें।

जितना हो सकें आराम करें

खसरा होने पर आराम करना बहुत महत्वपूर्ण होता है ताकि हमारा शरीर अपनी पूरी ताकत बीमारी से लड़ने में लगा सके। जितना हो सके उतना आराम करें और ऐसे काम न करें जिनमें अधिक शारीरिक परिश्रम की आवश्यकता होती है।

गुनगुना पानी पियें

जो व्यक्ति खसरे से जूझ रहा है उन्हें ठंडा पानी बिलकुल भी नहीं पीना चाहिए, क्योंकि इस दौरान उन्हें सर्दी-जुकाम और बुखार की समस्या हो सकती है। ऐसे में गुनगुने पानी का सेवन करने से खसरा के दौरान होने वाली सर्दी-जुकाम और नाक बहने से राहत मिल सकती है।

संतरे का जूस

खसरा के लिए घरेलू उपाय के रूप में संतरे के जूस का भी सेवन कर सकते हैं। इससे जुड़े एक वैज्ञानिक अध्ययन में दिया है कि संतरे के जूस में एंटीवायरल प्रभाव होता है, जो वायरस की समस्या को कम कर सकता है। इस आधार पर कहा जा सकता है कि संतरे का रस खसरा के लक्षण को कम कर सकता है।