महिलाओं के शरीर का महत्वपूर्ण और संवेदनशील अंग होती हैं योनी जिसे वैजाइना के नाम से भी जाना जाता हैं। योनि बाहरी जननांगों को गर्भाशय से जोड़ने वाली एक मांसपेशियों की ट्यूब होती है। इसमें उठी कोई भी परेशानी पीड़ादायक साबित हो सकती हैं। इन दिनों वैजाइनल कैंसर या योनि का कैंसर महिलाओं के लिए घातक हो रहा हैं। यह एक ऐसी जानलेवा बीमारी है जो महिलाओं को मौत के दरवाजे तक ले जा सकती है। कैंसर वैजाइना की आंतरिक सतह वाली कोशिकाओं में होता है, जो धीरे-धीरे खतरनाक रूप ले लेता है और दूसरे अंगों तक भी फैलने लगता है। लक्षणों की अनदेखी वजाइनल कैंसर को घातक बनाती हैं। इसलिए आज इस कड़ी में हम आपको इसके लक्षण, परीक्षण और इलाज की जानकारी देने जा रहे हैं।
# योनि में गांठ होना योनि में होने वाले कैंसर के शुरुआती लक्षणों में गांठ बनना भी शामिल है। स्तन कैंसर हो या योनि कैंसर, शरीर के किसी भी हिस्से में जब गांठ बनता है, तो आपको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यह किसी ना किसी समस्या के कारण ही विकसित होता है। चूंकि, कैंसर कोशिकाओं की असामान्य वृद्धि के कारण होता है, इसलिए योनि में गांठ का बनना सामान्य बात नहीं है। इसका मतलब यह हो सकता है कि आपकी योनि में ट्यूमर है, जो कैंसरस या नॉन कैंसरस भी हो सकता है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
# वजाइना के रंग में बदलाव आनाअगर आपकी वजाइना का रंग पहले से थोड़ा बहुत बदल जाता है तो यह भी वजाइनल कैंसर का एक संकेत हो सकता है। अगर आपको वजाइना के रंग में बदलाव होने के साथ साथ कुछ अन्य लक्षण जैसे गंदी स्मेल आना, सूजन आना आदि दिखते हैं तो यह इंफेक्शन भी हो सकता है इसलिए एक बार डॉक्टर को जरूर दिखा लें।
# वेजाइनल ब्लीडिंग योनि या वेजाइना से अनियमित रक्तस्राव होना वेजाइनल कैंसर के सबसे आम लक्षणों में से एक है। यह रक्तस्राव मेनोपॉज के बाद होना, सेक्स के दौरान या बाद में ब्लीडिंग होना, पीरियड्स खत्म होने के बाद भी रक्तस्राव होते रहना। इस तरह की समस्या आपको भी नजर आए, तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।
# सेक्सुअल इंटरकोर्स के दौरान दर्द होना अगर आपको हमेशा सेक्सुअल इंटरकोर्स करते समय तेज दर्द होता है। तो यह भी वेजाइनल कैंसर का एक संकेत हो सकता है। यह सामान्य लक्षण नहीं होता है इसलिए इसको भी आपको अपनी गाइनी से एक बार डिस्कस कर लेना चाहिए।
# जब पेशाब करने में दर्द होयोनि कैंसर होने पर आपको पेशाब करते समय दर्द हो सकता है। हालांकि, बार-बार पेशाब आना, पेशाब करते समय दर्द या जलन होना, खून आना ब्लैडर, किडनी आदि से संबंधित समस्याओं में भी होता है, लेकिन आप अलर्ट हो जाएं। इसे वेजाइनल कैंसर के शुरुआती लक्षण मानते हुए चेकअप जरूर कराएं।
# योनि कैंसर के दौरान परीक्षण- पैल्विक परीक्षण : चिकित्सक आपकी असामान्यताओं को श्रोणि (pelvis) से महसूस करेंगे।
- पैप स्मीयर : यह गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर के लिए एक परीक्षण होता है।
- कॉल्पोस्कोपी : अगर आपका पैप परीक्षण असामान्य था या यदि चिकित्सक ने पेल्विक परीक्षण के दौरान कोई असामान्यता या कुछ संदिग्ध महसूस किया था।
- बायोप्सी : एक निश्चित निदान के लिए बायोप्सी की आवश्यकता होती है। बायोप्सी के दौरान, एक छोटे ऊतक के नमूने को लिया जाता है और उसकी जांच की जाती है। बायोप्सी को आमतौर पर कॉल्पोस्कोपी के दौरान किया जाता है।
# क्या है योनि कैंसर का इलाज? अगर कैंसर शुरूआती चरण में हो और समय रहते इसके लक्षण पहचान लिया जाए तो इलाज संभव होता है। लेकिन यदि कैंसर योनि के बाहर फैल चुका हो तो इसका इलाज मुश्किल हो जाता है। स्थिति के हिसाब से, छोटे ट्यूमर या घावों को हटाने के लिए डॉक्टर्स सर्जरी करते हैं। पूरे कैंसर को हटाने के लिए योनि का एक हिस्सा सर्जरी द्वारा निकाल दिया जाता है। अगर कैंसर पेल्विस यानि श्रोणि में फैल जाए तो डॉक्टर मूत्राशय, अंडाशय, गर्भाशय, योनि, मलाशय और कोलन के निचले हिस्से को भी निकालने की सलाह देते हैं। इसके अलावा रेडिएशन थेरेपी या और कीमोथेरेपी द्वारा भी योनि के कैंसर का इलाज किया जाता है।