लक्षणों के समाप्त होने के बाद भी हो सकते हैं कोरोना से संक्रमित, शोध में हुआ खुलासा

आज पूरे विश्व के लिए चिंता का कारण बन चुका कोरोनावायरस अब तक 12 लाख से भी अधिक लोगों को संक्रमित कर चुका हैं और मौत का आंकड़ा हजारों में पहुंच चुका हैं।देखा जाता हैं कि जब भी कभी कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखाई देने लगते हैं तो टेस्टिंग की जाती हैं। लेकिन हाल ही में हुई एक शोध में खुलासा हुआ हैं कि लक्षणों के समाप्त होने के बाद भी व्यक्ति कोरोना से संक्रमित हो सकता हैं। चीन के पीएलए जनरल अस्पताल और येल यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन की संयुक्त रिसर्च स्टडी में यह बात सामने आई है।

शोधकर्ताओं के मुताबिक रिसर्च के दौरान चीन में कोरोना से संक्रमित 16 मरीजों पर नजर रखी जा रही थी। इनमें से आधे मरीजों में लक्षण खत्म होने के आठ दिन तक वायरस के ट्रेस थे। इस स्टडी में चीन के जिन मरीजों को सैंपल के तौर पर रखते हुए स्टडी की गई, वे मरीज 28 जनवरी से नौ फरवरी तक अस्पताल में भर्ती थे।

येल स्कूल ऑफ मेडिसिन के इंस्ट्रक्टर डॉ। लोकेश शर्मा के मुताबिक कोरोना से संक्रमित 16 में से आठ मरीजों में लक्षण खत्म होने के कारण भी उनके शरीर में वायरस मौजूद रहे। ऐसी स्थिति में वायरस का संक्रमण और गंभीर हो सकता है। आमतौर पर लक्षण दिखने में तीन से पांच दिन लगते हैं, लेकिन एक मरीज में आठवें दिन लक्षण दिखे। रिसर्च के दौरान मरीजों के गले से सैंपल लेकर नियमित तौर पर जांच की गई।

कंट्रोल डिसीज एंड प्रिवेंशन कंट्रोल, अमेरिका के मुताबिक, जिन मरीजों का बुखार बिना दवाओं के ठीक हुआ हो, उनमें लक्षण दिखने पर कम से कम तीन दिन के लिए आइसोलेट करना चाहिए। इस स्टडी में भी शोधकर्ताओं की सलाह है कि कोरोना मरीजों के लिए आइसोलेशन पीरियड 14 दिन है, जिसे बढ़ाने की जरूरत है, ताकि ऐसे मरीजों से दूसरों लोगों में संक्रमण न फैल सके।

शोधकर्ता डॉ. लीजिन शी का सुझाव है कि लोग खुद को लंबे समय तक आइसोलेट करें। उनकी सलाह है कि यदि किसी को कोरोना के लक्षण महसूस हों तो उन्हें खुद को सेल्फ क्वारंटीन करना चाहिए। दो हफ्तों तक क्वारंटीन में रहने से भी लक्षण न समझ आएं तो भी क्वारंटीन को जारी रखना चाहिए, क्योंकि कोरोना संक्रमित मरीज ठीक होने के बाद भी उनसे संक्रमण का खतरा हो सकता है।