Kiss Day: किस करने से आपको हो सकती हैं ये 6 गंभीर बीमारियां, बरते सावधानी

हर साल वैलेनटाइन डे (Valentine Day) से पहले किस डे ही सेलिब्रेट किया जाता है। वैलेंटाइन डे से पहले मनाया जाने वाले इस दिन को लोग अपने पार्टनर किस करके अपने रिश्ते को पक्का कर देते हैं। वैसे तो प्रेम में किस सुख की अनुभूति कराता है। लेकिन इस बात के भी वैज्ञानिक प्रमाण हैं कि किस करने से कई खतरनाक संक्रमण और बीमारियों का खतरा बढ़ता है। ऐसे में अगर आप भी आज किस डे (Kiss Day) पर अपने पार्टनर को किस (Kiss) करने की सोच रहे हैं तो सावधान हो जाइए क्योंकि किस करने से आपको कई गंभीर बीमारियां अपनी चपेट में ले सकती हैं। तो चलिए जानते है इसके बारे में...

हर्पीस (Herpes)

आमतौर पर हर्पीस (Herpes Infection) के वायरस दो तरह के होते हैं - HSV-1 और HSV-2।

हेल्थलाइन की रिपोर्ट के अनुसार, HSV-1 वायरस किस के जरिए बड़ी आसानी से फैल सकता है। 50 साल से कम उम्र के 67% लोगों में इसके होने की संभावना है। मुंह या गुप्तान में लाल या सफेद रंग के छाले होना इसके प्रमुख लक्षण में से एक है। कई बार यह संक्रमण बिना लक्षणों के भी इंसान को घेर लेता है।

हर्पीस का दूसरा प्रकार है HSV-2। इसे जेनिटल हर्पीस भी कहते हैं। वैसे तो यह मुख्य रूप से शारीरिक संबंध बनाने से फैलता है, लेकिन इसके किस के जरिए फैलने की संभावनाएं भी होती हैं।

HSV-2 के लक्षण भी HSV-1 की तरह ही होते हैं। अगर इंसान का इम्यून सिस्टम (Immune System) कमजोर हो तो ये बीमारी गंभीर रूप ले सकती है। ऐसी स्तिथि में लापरवाही भारी पड़ सकती हैं।

साइटोमेगालोवायरस (Cytomegalovirus)

साइटोमेगालोवायरस (Cytomegalovirus) एक ऐसा वायरल इनफेक्शन (Viral Infection) है जो सलाइवा या लार के संपर्क में आने से फैलता है। इसके अलावा, यह वायरस यूरिन (Urine), ब्लड, सीमेन और ब्रेस्ट मिल्क (Breast Milk) के जरिए भी बड़ी आसानी से फैल सकता है। मुंह या गुप्तांग के संपर्क में आने से भी यह फैलता है। इसलिए इसे एक सेक्शुअल ट्रांसमिटेड इंफेक्शल (STI) भी कहा जाता है। साइटोमेगालोवायरस के प्रमुख लक्षण थकावट, गले में खराश, बुखार और बदन दर्द माने जाते है।

सिफलिस (Syphilis)

सिफलिस (Syphilis) एक बैक्टीरियल इंफेक्शन है, जो किस या सैक्शुअल एक्टिविटीज के दौरान हो सकता है। सिफलिस के संपर्क में आने से मुंह के अंदर घाव या छाले जैसी समस्याएं होती हैं। हालांकि इस इंफेक्शन को एंटी-बायोटिक्स दवाओं की मदद से कंट्रोल किया जा सकता है लेकिन समय पर इलाज नहीं कराने से ये बेहद घातक साबित हो सकता है। इस इंफेक्शन के मुख्य लक्षण है बुखार, सिरदर्द, गले में खराश, बदन दर्द, थकावट, धुंधला दिखाई देना, दिल से संबंधित परेशानी, ब्रेन डैमेज या मेमोरी लॉस।

मैनिंजाइटिस (Meningitis)

मैनिंजाइटिस एक बैक्टीरियल इनफेक्शन है जो आमतौर पर किस करने से फैल जाता है। इसके मुख्य लक्षण बुखार, सिरदर्द या गर्दन में जकड़न है। शरीर में इस तरह के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

रेस्पिरेटरी वायरस (Respiratory Virus)

आमतौर पर रेस्पिरेटरी सिस्टम से जुड़ी समस्या के लिए खसरा, कोल्ड या फ्लू को ही जिम्मेदार माना जाता है। यह वायरस संक्रमित इंसान के साथ एक कमरे में रहने या उसकी चीजों को इस्तेमाल करने से भी फैल सकता है। हालांकि किस करने से इसके फैलने की संभवनाएं बहुत ज्यादा बढ़ जाती हैं।

मैनिंजाइटिस बैक्टीरिया (Meningitis Bacteria)

मैनिंजाइटिस बैक्टीरिया किस (Kiss) करने से फैलता है। जिसके बाद गर्दन में जकड़न, बुखार और सिरदर्द होता है।