स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है काले चने का सेवन, ब्लड शुगर वालों को रखनी होगी ये सावधानी

आयुर्वेद विशेषज्ञों का यह मानना है कि पूरी तरह से तंदुरुस्त रहने के लिए नियमित रूप से काले चने का सेवन करना चाहिए। काले चने में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है, जो शरीर को स्वस्थ व तंदुरुस्त रखने का काम करता है। रोजाना इसका सेवन करने से शरीर में कैल्शियम, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट जैसे जरूरी पोषक तत्वों की कमी पूरी होती है। काले चने को लोग कई तरह से खाना पसन्द करते हैं। ज्यादातर लोग इसे भिगोकर खाना पसन्द करते हैं। काला चना को मुट्ठी भर रोज उबालकर खा लिया जाए तो हमारा शरीर लोखंड की तरह मजबूत हो जाएगा। सुबह खाली पेट काला चना खाने से स्वास्थ्य की कई परेशानियों को दूर किया जा सकता है। यह आपके बढ़ते वजन को कंट्रोल करने से लेकर हड्डियों की समस्याओं को दूर कर सकता है।

प्रोटीन से भरपूर हैं काले चने

काले उबले चने प्लांट बेस्ड प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत होते हैं, जो मांसपेशियों की मरम्मत करते हैं और शरीर की ओवरऑल हेल्थ के लिए फायदेमंद होते हैं।

पाचन में करे सुधार

भीगे हुए काले चने का सेवन करने से आपके पाचन तंत्र में सुधार हो सकता है। दरअसल, चने में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो आपके शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को बाहर कर सकता है। इससे कब्ज, अपच, एसिडिटी जैसी परेशानियों को दूर किया जा सकता है।

वजन घटाने में प्रभावी, फाइबर में हाई हैं काले उबले चने

सुबह-सुबह खाली पेट भीगे हुए काले चने खाने से आपका वजन कंट्रोल हो सकता है। यह एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है। इसके अलावा यह फाइबर का काफी अच्छा होता है, जो आपके पेट को लंबे समय तक भरा रख सकता है। इसका सेवन आप सुबह-सुबह हेल्दी ब्रेकफास्ट के रूप में कर सकते हैं।

बैड कोलेस्ट्रॉल को घटाए

भीगे हुए काले चने में घुलनशील फाइबर होता है, जो शरीर में बढ़ते बैड कोलेस्ट्रॉल को घटाने में प्रभावी हो सकता है। अगर आप बढ़ते कोलेस्ट्रॉल को घटाना चाहते हैं, तो इसका सेवन करें।

ब्लड शुगर को करे नियंत्रित

डायबिटीज के मरीजों के लिए सबसे जरूरी है अपने ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखना। ऐसे में काले चने खाने के फायदे काफी मददगार हो सकते हैं। इस बात को काले चने से संबंधित एक शोध में स्पष्ट रूप से स्वीकार किया गया है। शोध में जिक्र मिलता है कि काले चने में स्टार्च के साथ-साथ ऐमिलोज नाम का एक खास तत्व पाया जाता है, जो लिए गए खाद्य से खून में शुगर के मिलने की प्रक्रिया को धीमा कर सकता है। साथ ही यह कुछ हद तक इसुलिन की सक्रियता को बढ़ाने का भी काम करता है। इस कारण यह टाइप-2 डायबिटीज से ग्रस्त रोगियों के ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि काले चने का सेवन कर डायबिटीज की समस्या को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। हालाकि, ब्लड शुगर की दवा लेने वाले लोगों को काले चने के नुकसान से बचकर रहने की जरूरत होती है। वजह यह है कि काले चने में ब्लड शुगर को कम करने का गुण होता है। इस कारण यह डायबिटीज की दवा लेने वाले लोगों में इसका अधिक सेवन शुगर का स्तर काफी कम कर सकता है।

विटामिन और खनिजों का अच्छा सोर्स

काले उबले चने में विटामिन (जैसे बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन डी), आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे खनिज होते हैं, जो बॉडी को अंदर से मजबूत बनाते हैं।

कैंसर से करता है बचाव

काले चने के बारे में कुछ शोध बताते हैं कि यह कैंसर जैसे गंभीर रोग से बचाव करने में भी काफी उपयोगी है। इसके लिए काले चने में मौजूद बायोकनिन-ए, लायकोपिन, सैपोनिंस और ब्यूटीरेट जैसे तत्व अहम माने जाते हैं। वहीं शोध में यह भी जिक्र मिलता है कि इसमें से ब्यूरेट मुख्य रूप से कोलोरेक्टल कैंसर (आंतों का कैंसर) से बचाव में मदद कर सकता है। वहीं एक अन्य शोध में पाया गया कि काले चने में मौजूद लाइकोपेन प्रोस्टेट कैंसर (पुरुष स्पर्म ग्रंथि का कैंसर) और बायोकनिन-ए पेट के कैंसर से बचाव का काम कर सकता है। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि कैंसर के जोखिम को कुछ हद तक कम करने में काले चने फायदेमंद हो सकते हैं। फिर भी यह समझना जरूरी है कि कैंसर एक जानलेवा और घातक बीमारी है, जिसका इलाज डॉक्टरी परामर्श पर ही निर्भर करता है।

खून की कमी को दूर करता है

एनीमिया यानी खून की कमी की समस्या का मुख्य कारण आयरन की कमी को माना जाता है। वहीं काला चना आयरन का अच्छा स्रोत माना जाता है। ऐसे में आयरन की कमी को पूरा कर काला चना एनीमिया की समस्या में कुछ हद तक राहत पहुंचाने का काम कर सकता है। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि काले चने का उपयोग एनीमिया की समस्या से ग्रस्त लोगों के लिए भी लाभकारी हो सकता है।

एनर्जी बूस्ट करें

कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होने के कारण काले उबले चने शरीर को एनर्जी देते हैं और दिनभर काम करने में भी हमें थकावट नहीं होती है।

दिल को करे मजबूत

काले उबले चने में मौजूद मैग्नीशियम और पोटेशियम ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करके हार्ट हेल्थ को बनाए रखने में मदद करता है।

ल्यूकोडर्मा से बचाता है

ल्यूकोडर्मा एक ऐसी स्थिति है, जिसमें सफेद रंग के चकत्ते नजर आने लगते हैं। इसे विटिलाइगो भी कहा जाता है। यह पूरे शरीर में कहीं पर भी हो सकता है। इस समस्या से राहत पाने के लिए भी काले चने को उपयोग में लाया जा सकता है। इस बात का प्रमाण ल्यूकोडर्मा के इलाज से संबंधित एक शोध में मिलता है। शोध में माना गया है कि काले चने के पेस्ट को प्रभावित स्थान पर लगाने से समस्या में राहत मिल सकती है। हालांकि, इस संबंध में शोध की कमी के कारण यह स्पष्ट नहीं है कि यह ल्यूकोडर्मा में काम कैसे करता है।

हड्डियों के स्वास्थ्य में मदद करें

काले उबले चने में पाया जाने वाला कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटेशियम हड्डियों के स्वास्थ्य को बनाए रखने और ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने में मदद कर सकता है।

त्वचा के लिए उपयोगी

त्वचा के लिए भी काले चने काफी उपयोगी साबित हो सकते हैं। तीन अलग-अलग शोध से इस बात का इशारा मिलता है। पहले शोध में इसे सीधे तौर पर त्वचा के लिए उपयोगी बताया गया है। दूसरे शोध में जिक्र मिलता है कि काले चने के आटे से तैयार उबटन त्वचा को साफ करने में मदद कर सकती है। वहीं काले चने पर आधारित एक अन्य शोध में माना गया है कि इसमें एंटीबैक्टीरियल (बैक्टीरिया को नष्ट करने वाला) प्रभाव मौजूद होता है। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि काले चने के उबटन का प्रयोग करने से त्वचा को साफ करने के साथ ही बैक्टीरियल इन्फेक्शन से बचाव करने में भी मदद मिल सकती है।

बालों के लिए लाभकारी

विटामिन ए, ई और नियासिन के साथ ही जिंक और आयरन जैसे पोषक तत्वों की कमी बालों के झड़ने की समस्या पैदा कर सकती है। वहीं काले चने में यह सभी पोषक तत्व मौजूद होते हैं। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि इन पोषक तत्वों की शरीर में पूर्ति कर काला चना बालों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी मददगार हो सकता है। हालांकि, इस बात का कोई स्पष्ट प्रमाण उपलब्ध नहीं है।

काले चने के नुकसान

काले चने के फायदे और नुकसान दोनो ही हैं। इसलिए इससे होने वाले लाभों के साथ-साथ इसके नुकसान को भी ध्यान में रखना जरूरी है। अधिक मात्रा के कारण या कुछ गंभीर स्थितियों में काले चने के उपयोग करने से शरीर को नुकसान भी हो सकता है।

एलर्जी की समस्या

कुछ लोगों को काले चने से एलर्जी संबंधी दिक्कतें भी हो सकती हैं, जिसमें नाक में खुजली या सूजन और शरीर पर चकत्तों की समस्या देखी जा सकती है। इसलिए किसी खास खाद्य से एलर्जी की स्थिति में इसे खाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें।

वजन कम वाले इससे रहें दूर

काला चना वजन को भी कम करने में मदद कर सकता है। इसलिए जरूरत से कम वजन वाले लोगों को इसके अधिक सेवन से बचना चाहिए। हो सके तो कम वजन वाले लोगों को इससे पूरी तरह से दूरी बनाए रखनी चाहिए।

नुकसानदायक है फाइबर की अधिकता


काले चने में फाइबर अच्छी मात्रा में पाया जाता है। फाइबर की अधिकता के कारण पेट में दर्द, पेट का फूलना और पेट में गैस की शिकायत हो सकती है।