क्या गले में खराश बन सकती है कोरोना वायरस का कारण, जाने क्या कहते है डॉक्टर

पूरी दुनिया में फैले कोरोना वायरस से भारत में 85 लोग संक्रमित हो गए है। चारों तरफ इस वायरस को लेकर खौफ का माहौल है। पूरी दुनिया में इस वायरस की वजह से 5000 से ज्यादा लोग जान गवां चुके है वहीं तकरीबन 1,34,000 इस वायरस से संक्रमित है।

कोरोना वायरस के लक्षण आम सर्दी-जुकाम की तरह ही हैं जैसे गले में खराश होना, बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ। कोरोना वायरस के लक्ष्ण और आम सर्दी-जुकाम के लक्ष्ण कुछ हद तक मिलते जुलते है। जिसकी वजह से इस वायरस की पहचान होने में समय लगता है।

WHO की एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, बुखार, सूखी खांसी, थकान, थूक बनना, सांस की तकलीफ, गले में खराश, सिर में तेज दर्द, निमोनिया, ब्रॉन्काइटिस, लकवा या गठिया, ठंड लगना, मिचली या उल्टी, बंद नाक, दस्त, खांसी में खून आना कोरोना वायरस के अन्य लक्षण हैं।

वहीं दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉक्टर अनिल कुमार राय का इस वायरस को लेकर कहना है कि थकान, सांस लेने में तकलीफ, छाती में बलगम, जकड़न या भारीपन के साथ खांसी आ रही है तो ये कोरोना वायरस के लक्षण हैं। गले में खराश होना कोरोना वायरस का एक लक्षण हो सकता है। कोरोना वायरस के लक्षण 2 से 10 दिनों के बीच में दिखने शुरू होते हैं। वायरस के लक्षण देरी से दिखने की वजह से लोग बाहर से बीमार नहीं लगते हैं जिसके कारण संक्रमण लोगों में आसानी से फैल रहा है।

हालांकि सामान्य इन्फ्लूएंजा वायरस और सर्दी में भी इस प्रकार के लक्षण होते हैं और यही लक्षण H1N1वायरस (स्वाइन फ्लू) के भी थे। कोरोना वायरस को WHO द्वारा पहले ही महामारी घोषित किया जा चुका है। कोरोना वायरस के प्रति लोगों को सचेत करने के लिए WHO की तरफ से कई तरह की पहल की जा रही है।

कोरोना वायरस से बचने के लिए ये करना चाहिए

- अपने आसपास के लोगों के साथ कम से कम 3 फीट की दूरी बनाए रखना बेहतर होगा ताकि इंफेक्शन से आप बचे रहें
- नियमित तौर पर हाथ धोएं, यानि दिन में कई बार हाथों को कम से कम 20-30 सेकेंड तक कायदे से धोएं
- हाथों से बैक्टीरिया साफ करने के लिए एक अच्छे सेनेटाइजर का भी इस्तेमाल किया जा सकता है
- जिन लोगों को खांसी या जुकाम हो उनसे भी खासी दूरी बनाए रखना बेहतर होगा
- हाथों से आंख, नाक और मुंह को बार-बार न छुएं
- इस बीमारी से बचने के लिए कच्चा या अधपका मांस खाने से परहेज करें
- खांसते और छींकते समय अपने मुंह और नाक को अच्छी तरह से ढक कर रखें
- सांस की तकलीफ से पीड़िता मरीज के पास जाने से बचने की कोशिश करें
- छींकते या खांसते वक्त नाक और मुंह को टिशू से ढंके और बाद में इस टिशू को डस्टबिन में फेंक दें
- अच्छे मास्क और दस्ताने को प्रयोग में लाएं, ताकि इंफेक्शन से बचे रहें
- खांसी बुखार के वक्त यात्रा करने से परहेज करें
- स्मार्टफोन की स्क्रीन को भी हफ्ते में एक बार जरूर साफ करें
- बुखार,खांसी और जुकाम के लक्षण होते ही अच्छे डॉक्टर को दिखाएं