कोरोना : यहां बुजुर्गों से ज्यादा युवाओं में बढ़ रहा खतरा, आंकड़े चौकाने वाले

दुनियाभर के देशों के सामने कोरोना वायरस का बढ़ता संक्रमण एक बड़ी चिंता बनता जा रहा हैं। दुनियाभर में संक्रमितों का आंकड़ा 54 लाख के पार हो चुका हैं। शीर्ष पर अमेरिका हैं जहाँ इससे अबतक 98 हजार से भी अधिक मौत हो चुकी हैं। लेकिन अब ब्राजील बड़ी चिंता का विषय बनता जा रहा हैं जहां मौत का आंकड़ा निरंतर बढ़ता जा रहा हैं। इसी के साथ ही चिंता बढाने वाली बात यह हैं कि यह बुजुर्गों से ज्यादा युवाओं में खतरा बढ़ रहा हैं। ब्राजील में संक्रमित 3.49 लाख के पार हो चुकी है, जबकि इससे मरने वालों की संख्या 22 हजार पार कर चुकी है। दुनियाभर में अब तक इस बीमारी से संक्रमित लोगों में बुजुर्ग सबसे ज्यादा है, जबकि बच्चों पर इसका कोई खास असर देखने को नहीं मिला है। लेकिन ब्राजील में कोरोना का सबसे ज्यादा असर युवाओं पर ही हुआ है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के आपात निदेशक माइक रयान के मुताबिक, कोरोना को लेकर कई देशों में चिंता है लेकिन इस वक्त सबसे ज्यादा ब्राजील प्रभावित है। डब्ल्यूएचओं की गाइडलाइन में कहा गया था कि कोरोना महामारी का सबसे ज्यादा असर बुजुर्गों और बच्चों पर पड़ सकता है, इसलिए उनका खास ख्याल रखने की जरूरत बताई गई है। लेकिन ब्राजील में स्थिति अन्य देशों से अलग है।

द वाशिंगठन पोस्ट की खबर के मुताबिक, ब्राजील में कोरोना का असर बुजुर्गों से ज्यादा युवाओं पर हो रहा है। ब्राजील में कोरोना संक्रमण से मरने वाले युवाओं का आकंड़ा अन्य देशों की तुलना में अधिक है। ब्राजील के आंकड़े इन दावों को गलत साबित करते हैं कि कोरोना वायरस ज्यादातर बुजुर्गों के लिए घातक है।

बताया जा रहा है कि ब्राजील में आधिकारिक आंकड़ों से 10 गुना ज्यादा संक्रमित हैं। 20 से 29 आयुवर्ग और 30 से 39 आयुवर्ग के लोगों में सबसे अधिक संक्रमण फैला है। यह 60 से 69 आयुवर्ग वाले बुजुर्गों की तुलना में लगभग दोगुना है।

मालूम हो कि ब्राजील में कुल आबादी में 13.6 फीसदी आबादी 60 या उससे अधिक उम्र की है। स्पेन में यह आंकड़ा 25 फीसदी, जबकि इटली में 28 फीसदी है। विशेषज्ञों की मानें तो ब्राजील के निवासी कोरोना से बचाव के लिए घरेलू उपाय अपना रहे हैं। वहीं, इन मौतों के पीछे का कारण सरकार की नीतियों में कमी भी बताई जा रही है।