कोरोना से बचना है तो डिलीवरी का सामान लेते समय इन बातों का रखें ध्यान

कोरोना वायरस (Coronavirus) की महामारी ने पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है। अब तक पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के 8,03,313 के संक्रमित मामले सामने आ चुके हैं जबकि इससे 39,014 लोगों की मौत हो चुकी है और 1,62,937 लोग इस वायरस से निजात पा चुके है। करीब 183 देश अब तक इसकी चपेट में आ चुके हैं। भारत में भी अब तक इसके 1400 से भी ज्यादा संक्रमित मामले सामने आ चुके हैं जबकि 40 से ज्यादा मौतें दर्ज की जा चुकी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके संक्रमण से बचाव के लिए पूरे देशभर में 21 दिनों का लॉकडाउन (Lockdown) घोषित कर दिया ताकि लोग घरों से बाहर ना निकलें और बाहरी लोगों के संक्रमण में ना आए। 21 दिनों के लॉकडाउन में सभी गैर-जरूरी सेवाओं को खुला रखने को कहा गया है जबकि सभी प्रकार के ग्रॉसरी के दुकानों और डिलीवरी एप्स को खुला रखने को कहा गया है ताकि मुश्किल घड़ी में किसी को जरूरी सामानों के लिए भी तकलीफ ना उठाना पड़े। अगर आपको ग्रॉसरी से संबंधित कुछ भी चीजों की कमी हो गई है तो आप इसे ऑनलाइन मंगवा सकते हैं।

डिलीवरी एग्जीक्यूटिव से सामान रिसीव करने के दौरान आपको कई बातों का ध्यान रखना होता है। चूंकि जिस प्रकार से बाहरी लोगों से संपर्क रखना खतरे से खाली नहीं है उसी प्रकार बाहरी सामानों को रिसीव करना भी उतना ही खतरे से भरा है। ऐसे में डिलीवरी रिसीव करना उतना सेफ नहीं माना जाता है। ऐसे में डिलीवरी एग्जीक्यूटिव से सामान रिसीव करते वक्त कुछ एहतियात बरतने चाहिए।

क्या करें-

- हाथों हाथ डिलीवरी में आया हुआ सामान रिसीव ना करें। डिलीवरी ब्वॉय से कहें कि वे सामान आपके दरवाजे तक ही छोड़ दें।

- इसके बाद आप पहले उस सामान को पानी से अच्छी तरह धो लें इसके बाद ही उसे घर के अंदर तक लाएं।

- घर में सामान लाकर रखने के बाद आप अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह से साफ कर ले। हाथ धोने से पहले इस बात का ध्यान रहे कि कही आपके हाथ चेहरे नाक कान व आंख को ना छुएं।
- फल सब्जियों को कुछ देर धूप में रख दे इसके बाद फल सब्जियों को खुले नल के नीचे अच्छी तरह से धोएं।

- अगर कोई डिलीवरी एप नो कॉन्टैक्ट डिलीवरी ऑप्शन दे रहा है। जहां तक हो आप इस ऑप्शन वाले एप को ही चुनें इससे सोशल डिस्टेंसिंग को आप आसानी से मेंटेन रख सकते हैं।

- इसके अलावा सुनिश्चित करें कि आप ऑनलाइन पेमेंट कर दें कैश पेमेंट को जहां तक हो सके अवॉइड ही करें।