आखिर क्यों ट्रम्प ने HCQ दवा पर भारत को दे डाली चेतावनी

कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लम्बे समय से प्रयास किए जा रहे हैं। यह वायरस चीन के वुहान से पनपा था और इसकी वजह से चीन पर कई तरह के आरोप भी लगे थे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा चीन पर इसको लेकर आरोप भी लगाए गए थे। इसी के साथ ही पूरी दुनिया इसका इलाज ढूंढने में लगी हुई हैं। काफी पहले से ऐसी खबरें थी कि एंटी-मलेरिया ड्रग hydroxychloroquine या HCQ इस प्रकोप से बचाने में मदद कर सकता है। इसी के चलते कई देशों ने भारत को इस दवा का आर्डर दिया हुआ था। कुछ समय पहले ही भारत ने दवाओं के निर्यात पर रोक लगाई थी। इस रोक पर ही डोनाल्ड ट्रम्प ने एक प्रेस कांफ्रेंस में भारत को धमकी दे डाली कि अगर निर्यात पर रोक लगी तो भारत को इसका जवाब मिलेगा। हालांकि, अब भारत ने इस रोक को खारिज कर दिया है। अब जिस दवाई पर इतनी बड़ी बात हो गई, उसके बारे में जानने की सभी के मन में उत्सुकता भी है और कई सवाल भी।

मार्च में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान इस दवा के बारे में कहा था कि इसे Covid-19 के इलाज के रूप में एक बार ट्राई करना बनता है। उनका मानना था कि यह दवाई Covid19 के इलाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। आपको बता दें, Hydroxychloroquine एक एंटी-मलेरिया ड्रग है। डोनाल्ड ट्रम्प ने बाद में यह ट्वीट भी किया था कि azithromycin, एक एंटीबायोटिक के साथ मिलाने पर यह दवा, दवा के इतिहास में गेम-चेंजर साबित हो सकती है।

कुछ समय पहले, भारत में यह खबर चली थी कि इस दवा से Covid19 से बचा जा सकता है। कई लोगों ने तो यह भी सोच लिया था कि इसे पहले ही खा लेने से वो Covid19 से बच जाएंगे। भारत सरकार ने इस बात पर अभी कुछ नहीं कहा है और फिलहाल ऐसा कुछ सामने नहीं आया है जिससे इसको प्रमाणित किया जा सके। आपको बता दें, HCQ के कई साइड-इफेक्ट्स हैं जैसे की सिरदर्द, कान बजना, उल्टी, पेट दर्द, मूड में बदलाव, स्किन रैश, बाल-झड़ना जैसी कई समस्याएं आ सकती हैं। कुछ लोगों को इस दवा से साइड-इफेक्ट्स हो सकते हैं। इससे स्वाभाव में अस्वाभाविक बदलाव आ सकते हैं। कुछ लोगों को इससे आत्महत्या के ख्याल भी आ सकते हैं। इस दवाई को बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं लेना चाहिए।

भारत में HCQ को सबसे ज्यादा बनाया जाता है। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत से कई देशों ने इस दवा की मांग की है। डोनाल्ड ट्रम्प की इस प्रतिक्रिया के बाद देश-दुनिया में इस दवा को लेकर मांग और बढ़ सकती है। एक दवाई के ऊपर अमेरिका और भारत की बढ़ती दोस्ती के बीच डोनाल्ड ट्रम्प की यह प्रतिक्रिया इस दवा की महत्ता को दर्शाती है। हालांकि, वैज्ञानिक तौर पर ऐसा कुछ सामने नहीं आया है।

अब आपको इस दवा के बारे पता चल गया है, तो यह तो निश्चित है कि भले ही विश्व के कुछ देशों में इसकी मांग तेजी से बढ़ रही है, लेकिन भारत सरकार की तरफ से जब तक इसके बारे में कोई प्रमाण ना आए, यह न माना जाए कि Covid19 को HCQ से हराया जा सकता है या इसे लेने से आप इस वायरस से बच सकते हैं।