बदलते मौसम में अक्सर दाद-खाज की समस्या हो जाती है। इस समस्या से पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं भी काफी परेशान रहती हैं। अगर इस समस्या को नजरअंदाज किया तो आगे चलकर ये एक्जिमा का रूप ले लेती है। दाद त्वचा की ऊपरी परत पर होता है। दाद को चिकित्सकीय भाषा में टिनीया कहते हैं। यह एक परतदार त्वचा पर गोल और लाल चकत्ते के रूप में दिखाई देता है। इसमें खुजली एवं जलन होते हैं।
इतना ही नहीं यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को आसानी से हो सकती है। दाद होने पर खुजली होने के अलावा और भी लक्षण होते हैं। दाद वाली जगह पर खुजली एवं जलन दोनों हो सकते हैं। यह लाल चकत्ते के रूप में दिखाई देता है। दाद वाले चकत्ते बाहरी तरफ से किनारों पर लाल होते हैं। यह गोल चकत्तों के रूप में होते हैं तथा ऊपर की और उभरा हुआ होता है।
इस समस्या से निजात पाने के लिए तरह-तरह के प्रोडक्ट का इस्तेमाल करते हैं। क्या आपको पता है दाद, खाज, खुजली होने का कारण क्या है, दाद के लक्षणों की पहचान कैसे की जा सकती है। दाद, खाज, खुजली होने पर आपको क्या घरेलू उपचार करना चाहिए।
जानिए इन घरेलू उपायों के बारे में
नारियल का तेल
नारियल का तेल त्वचा संबंधी समस्याओं के लिए
अच्छा माना जाता है। यह न सिर्फ खुजली वाली त्वचा से राहत प्रदान करता है
बल्कि त्वचा को चिकना और नरम भी बना देता है। इसलिए प्रभावित क्षेत्र पर
नारियल का तेल लगाने से आराम मिलता है।
लहसुन
लहसुन
में अजोइना नामक नैचुरल एंटी फंगल एजेंट पाया जाता है। जिसका इस्तेमाल
करके आप आसानी से दाद-खाज की समस्या से निजात पा सकते हैं। इसके लिए लहसुन
को स्लाइस में काटकर प्रभावित जगह पर रखें और ऊपर से पट्टी बांध लें। रातभर
ऐसे ही बंधा रहने दें।
हल्दी
हल्दी
एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक की तरह कार्य करता है। हल्दी और पानी को मिलाकर
अच्छी प्रकार पेस्ट बना लें और रूई की सहायता से इसे प्रभावित क्षेत्र पर
लगाएं। यह फंगल इन्फेक्शन का आयुर्वेदिक तरीके से इलाज करता है।
एलोवेरा
एलोवेरा जेल में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो फंगल इंफेक्शन से तुरंत निजात दिलाते हैं। इसे रात को सोने से पहले चकत्तों में लगा लें।
सेब का सिरका
सेब
के सिरके को रूई की सहायता से दाद वाली जगह पर लगाएं। दिन में कम से कम
चार से पांच बार इसे दोहराएं। यह उपाय लाभ पहुंचाता है। यह दाद की अचूक दवा
है।
करेला
करेला का जूस और गुलाब जल को मिक्स करके प्रभावित जगह पर लगा लें। इससे आपको तुरंत लाभ मिल जाएगा।
सरसों के बीज
सरसों के बीजों को पानी में आधे घंटे के लिए भिगो दें। इसके बाद इसे पीसकर संक्रमित स्थान पर लगाएं। यह दाद की अचूक दवा है।
टी ट्री ऑयल
कॉटन
में थोड़ा सा टी ट्री ऑयल लेकर प्रभावित जगह में लगाएं। ऐसा दिन में 3-4
बार करें। कुछ ही दिनों में आपको दाद-खाज से छुटकारा मिल जाएगा।