असहज स्थिति पैदा करती हैं कब्ज की समस्या, इन 9 घरेलू नुस्खों से मिलेगी राहत

भागदौड़ भरी जीवनशैली और अनियमित खानपान के कारण पेट से जुड़ी कई दिक्कतें सामने आती रहती हैं। ऐसे में देखने को मिलता हैं कि कई लोगों को सुबह शौच करने के दौरान परेशानी का सामना करना पड़ता हैं और कई दिनों तक पेट साफ नहीं हो पाता हैं जिसे कब्ज की समस्या कहते हैं। कब्ज की समस्या के कई कारण हो सकते हैं जैसे असमय खाना खाना, कम पानी पीना, तैलीय पदार्थों का सेवन, एक ही जगह बैठे रहना आदि। कब्ज में गैस बनने लगे तो पेट फूलने लगता है और कई बार यह आपको दूसरों के सामने शर्मिंदगी की स्थिति में भी डाल देता हैं। कब्ज की समस्या से राहत पाने के लिए दवाइयों के सेवन से अच्छा हैं घरेलू नुस्खों को आजमाया जाए। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे ही नुस्खों की जानकारी देने जा रहे हैं।

नींबू

नींबू या विशेष रूप से नींबू का रस, कब्ज का इलाज कर सकता है और यह पाचन तंत्र को उत्तेजित करता है। यह सबसे आसान और प्रभावी उपचारों में से एक है जिसे आप घर पर कर सकते हैं। आधे नींबू के रस को निकालकर एक गिलास गर्म पानी में मिलाएँ। आप एक चुटकी सेंधा नमक या आधा चम्मच सादे नमक के साथ तोड़ा शहद भी मिला सकते हैं। सुबह खाली पेट नींबू का पानी पिएं। आप शाम में भी इसका एक गिलास पी सकते हैं।

अजवाइन, त्रिफला और सेंधा नमक

कब्ज की समस्या हो तो 10 ग्राम अजवाइन, 10 ग्राम त्रिफला और 10 ग्राम सेंधा नमक लें। अब इसे पीस कर उसका चूर्ण बना लें। हर दिन इस चूर्ण को तीन से पांच ग्राम की मात्रा में गुनगुने पानी के साथ लेंगे। बताया जाता है कि आपको बहुत जल्द ही आराम मिलेगा।

सौंफ

सौंफ के बीज बदहज़मी, सूजन, कब्ज और ग्रहणी जैसे मुद्दों के उपचार में उपयोगी होते हैं क्योंकि वह सुचारू रूप से पाचन तंत्र की मांसपेशियों की गतिविधि को उत्तेजित करते है। एक कप सौंफ के बीज लें और सुखाकर उन्हें भून लें। फिर उन्हें पीसें और मिश्रण को छान लें। एक जार में इस स्वादिष्ट पाचन पाउडर को स्टोर करें। गर्म पानी के साथ दैनिक रूप से इस पाउडर का आधा चम्मच लें।

जीरे और अजवाइन का पानी

हर सुबह जीरे और अजवाइन का पानी पीने से आपकी पुरानी से पुरानी पेट संबंधी समस्या दूर होती है। एसिडिटी और कब्ज की समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए यह पानी पीने की सलाह दी जाती है। यही वजह है कि जीरे और अजवाइन के पानी को पेट के लिए ‘जादुई पानी’ भी कहा जाता है। इस पानी को पीने से आपके शरीर का मेटाबॉलिज्म बढ़ता है और पाचन शक्ति मजबूत होती है।

अलसी

अलसी के बीज में फाइबर और ओमेगा -3 फैटी एसिड के साथ-साथ कई औषधीय गुण हैं। इसके अलावा, अलसी में रेचक के गुण होते हैं, जो हल्के से गंभीर कब्ज के मामलों के इलाज में बहुत उपयोगी हो सकता है। एक गिलास पानी में एक चम्मच अलसी बीज को मिलाकर दो से तीन घंटे के लिए रख दें। दैनिक रूप से बिस्तर पर जाने से पहले यह पानी पिएं। सुबह में, आपका मल त्याग ज़्यादा बेहतर हो जाएगा।

सोडा वाटर

गैस की समस्या में आप इनो का इस्तेमाल तो करते ही होंगे। कब्ज में आप खाने वाले सोडा को पानी में घोलकर पी सकते हैं। यह भी इनो की तरह ही काम करता है। इससे आपका पेट साफ रहता है। इसके सेवन से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है।

अरंडी का तेल

एक उत्तेजक रेचक होने के नाते, अरंडी का तेल छोटे और बड़े आंत को उत्तेजित करता है और मल त्याग में सुधार लाता है। बस खाली पेट एक से दो चम्मच अरंडी के तेल का सेवन करें। स्वाद में सुधार लाने के लिए, आप इसको फल के रस के साथ भी ले सकते हैं। कुछ ही घंटों के भीतर, आप अपनी हालत में एक बड़ा सुधार देखेंगे। आप एक लम्बी अवधि के लिए इस उपाय को दोहरा नहीं सकते हैं क्योंकि इसके दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं।

इमली

इमली में भी एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं, इसलिए कब्ज की समस्या में इमली और गुड़ की चटनी का सेवन करने की भी सलाह दी जाती है। इससे आपका पेट साफ रहता है और कब्ज की समस्या में भी राहत मिलेगी।

शहद

शहद कब्ज से राहत देने में बेहद फायदेमंद है क्योंकि यह एक हल्के रेचक के रूप में कार्य करता है। आप इसे कब्ज को अच्छी तरह रोकने और ठीक करने के लिए दैनिक रूप से उपयोग कर सकते हैं। शहद के दो चम्मच दिन में तीन बार लें। आप एक गिलास गर्म पानी में एक छोटा चम्मच शहद और नींबू का रस मिला लें। इसे हर सुबह खाली पेट पिएं।