मलेरिया (Malaria) की बिमारी वर्तमान समय में काफी आम हो चुकी हैं जो मादा एनाफिलिज नामक मच्छर के काटने से होती है। इस बीमारी का मुख्य कारण यह मच्छर गंदगी के होने और लम्बे समय तक पानी जमा होने से उत्पन्न होता है। अगर इस बीमारी का सही समय पर इलाज ना कराया जाए तो यह आपके लिए जानलेवा साबित हो सकती है। इसलिए आज हम आपके लिए इस बीमारी को रोकने के कुछ उपचार लेकर आए है, आइये जानते है इन उपचारों के बारे में।
* तीन ग्राम चूना लें, इसे 60 मिली पानी में घोलें। एक नींबू इसमें निचोड़ें। मलेरिया बुखार की संभावना होने पर यह मिश्रण पीएं। यह नुस्खा प्रतिदिन लेने से बुखार से राहत मिलती है।
* सेंधानमक (10 ग्राम) और 40 ग्राम देशी चीनी (बूरा) को मिलाकर बारीक पीस लें। इस चूर्ण को आघा चम्मच रोजाना 3 बार गर्म पानी से लेने से मलेरिया बुखार आना बन्द हो जाता है।
* थोड़ी सी फिटकरी को तवे पर भुन ले और चूर्ण बना ले। अब आधा चम्मच चूर्ण पानी के साथ ले, हर 2 घंटे में ये उपाय करने पर बुखार से आराम मिलेगा।
* अदरक का सेवन भोजन का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ मलेरिया के इलाज के लिए भी काफी लाभदायक होता है। थोड़ी सी अदरक लेकर उसमें 2-3 चम्मच किशमिश डालकर पानी के साथ उबालें। जब तक पानी आधा नहीं रह जाता इसे उबालते रहें। थोड़ा ठंडा होने पर इसे दिन में दो बार लें। इससे मलेरिया का बुखार कम करने में बहुत मदद मिलती है।
* जामुन के पेड़ की छाल सूखा ले और पीस कर चूर्ण बना ले। गुड के साथ 5 ग्राम चूरन दिन में २ से 3 बार लेने पर मलेरिया में आराम मिलता है।
* धतूरा पौधे की 2-2 पत्तियां लें और इन को पीसकर इनमे से रस निकाले, फिर इस रस में थोड़ा गुड़ मिलाये। दोनों को अच्छे से mic कर के छोटी-छोटी गोलियां बना लें। मलेरिया बुखार में इसका सेवन रोजाना सुबह के वक्त करना चाहिए।
* गिलोय ऐसी आयुर्वेदिक बेल है, जिसमें सभी प्रकार के बुखार विशेषकर मलेरिया रोगों से लड़ने के गुण होते हैं। गिलोय के काढ़े या रस में शहद मिलाकर 40 से 70 मिलीलीटर की मात्रा में नियमित सेवन करने से मलेरिया में लाभ होता है। इस प्रकार के बुखार के लिए लगभग 40 ग्राम गिलोय को कुचलकर मिट्टी के बर्तन में पानी मिलाकर रात भर ढक कर रख दें।
* चिरायता मलेरिया बुखार की सबसे असरदायक औषधि मानी गई है। एक पाव गरम पानी में 15 ग्राम चिरायता मिलाएं, कुछ लौंग और दालचीनी भी मिला दें। इस पानी के इस्तेमाल से भी मलेरिया बुखार उतरने लगता है।