मौसम में परिवर्तन हुआ नहीं कि लोग संक्रमणों की चपेट में आने लगते हैं, इनमें सर्दी-जुकाम, बुखार और खांसी जैसी समस्याएं बहुत आम हैं। इन दिनों में मौसम की उठापटक जारी हैं जहां दिन में गर्मी और रात में सर्दी का माहौल हैं। यह मौसम बिमारियों का कारण बनता हैं। इस बदलते मौसम में कफ और बलगम जमने की समस्या बढ़ जाती है। वह गंभीर बीमारी का रूप ले सकती है। इसलिए गले में कफ और बलगम को जमा नहीं होने देना चाहिए। कुछ घरेलू उपायों की मदद से आप गले में खराश और बलगम से आसानी से छुटकारा पा सकते हैं। आज हम आपको यहां वो ही घरेलू नुस्खें बताने जा रहे हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में...
# सफेद-मिर्चआधी चम्मच सफेद कालीमिर्च को पीस लें। इसमें 1 चम्मच शहद मिला लें। इस मिक्सचर को 10-15 सेकेंड माइक्रोवेव करें। फिर पी लें। इसे पीते ही आपको फौरन आराम मिलेगा। बलगम से पूरी तरह छुटकारा पाने के लिए इस मिक्चर को एक हफ्ते तक दिन में तीन बार जरूर लें।
# नींबू का जूसनींबू बलगम को निकलने के लिए बहुत ही बेहतरीन उपाय है। साथ ही नींबू में एंटीबैक्टीरियल और विटामिन सी के गुण मौजूद होते हैं, जो संक्रमण को कम करते हैं। सबसे पहले दो चम्मच नींबू के जूस को एक चम्मच शहद के साथ मिलाकर, उन्हें एक ग्लास गर्म पानी में डाल दें। अब इस मिश्रण को पी जाएँ।
# कच्ची हल्दीकच्ची हल्दी भी काम आ सकती है। थोड़ी सी कच्ची हल्दी का रस लें और कुछ बूंदों को अपने गले में डालें, फिर थोड़ी देर के लिए रुक जाएं। आप चाहें तो हल्दी के रस को गुनगुने पानी में मिलाकर गरारे भी कर सकते हैं। हल्दी में करक्यूमिन नामक एक सक्रिय यौगिक होता है, जो बलगम को घोलने में मदद करता है। इसके एंटी बैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण खांसी और सर्दी के इलाज में मदद करते हैं।
# पुदीने का तेलअगर स्टीमर में पानी डालकर और इसमें 2-3 बूंद पुदीना का तेल मिलाकर भाप लेते हैं, तो इससे गले की सिकाई होगी और सूजन दूर होगी। साथ ही गले की खराश में आराम मिलेगा। यह गले या छाती में जमा बलगम को ढीला करने और बाहर निकालने में भी प्रभावी है। दिन में 2-3 बार भाप जरूर लें।
# गरारेबलगम से छुटकारा पाने के लिए गरारे करना बेहद फायदेमंद है। इसके लिए एक ग्लास पानी गर्म करें उसमें एक दो से तीन चुटकी नमक मिलाएं अब इससे गरारे करें। सुबह और शाम दोनों बार गरारे करने से आप कुछ ही दिनों में कफ से छुटकारा पा सकते हैं।
# हर्बल चाय गले की खराश और बलगम दूर करने में तुलसी और अदरक की चाय बहुत प्रभावी है। क्योंकि दोनों ही कई औषधीय गुणों से भरपूर होती हैं। इनकी चाय सर्दी-खांसी, जुकाम की समस्या में बहुत लाभकारी है। आप इसमें शहद मिलाकर भी पी सकते हैं, इससे बहुत लाभ मिलेगा।
# नीलगिरीनीलगिरी के उत्पादों का उपयोग वर्षों से खांसी को कम करने और बलगम को कम करने के लिए किया जाता है। वे आमतौर पर सीधे छाती पर लगाए जाते हैं। नीलगिरी के तेल की कुछ बूंदें भी नाक और छाती में जमा कफ को हटा सकती हैं। इसके लिए गर्म पानी में तेल मिलाकर स्नान करें।
# अदरकअदरक एक प्राकृतिक डिकंजेस्टेन्ट है जो गले में संक्रमण या श्वसन ट्रैक्ट इन्फेक्शन से लड़ने में सालों तक मदद करता है। इसके साथ ही, अदरक में मौजूद एंटीवाइरल, एन्टीबैटीरियल और एक्सपेक्टोरेंट गुण गले में जमाव को कम करते हैं और इस तरह छाती से सांस लेने और छोड़ने में आसानी होती है। सबसे पहले एक चम्मच ताज़ा अदरक का टुकड़ा लें और फिर उसे गर्म पानी में डाल दें। फिर मिश्रण को कुछ मिनट तक उबलने को रख दें। अब उसमे दो चम्मच शहद मिलाएं। मिश्रण को अच्छे से मिलाने के बाद पी जाएँ। इस अदरक की चाय को पूरे दिन में कई बार पीने की कोशिश करें।