अक्सर देखने को मिलता हैं कि लोगों को कई बार चलते-चलते अचानक पैर मुड़ जाने की समस्या होती हैं जिसे मोच आना कहते हैं। चलते हुए, दौड़ते हुए, सीढ़ियों से उतरते हुए कभी भी यह समस्या हो सकती हैं। हड्डियों में किसी भी तरह का डैमेज होने से मोच की समस्या होती है। मोच आने पर व्यक्ति की अत्यधिक पीड़ा का सामना करना पड़ता है। अगर समस्या ज्यादा गंभीर है तो चिकित्सक का परामर्श लेना जरूरी हैं, वहीँ अगर आप चाहे तो कुछ घरेलू उपायों की भी मदद ले सकते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे ही घरेलू नुस्खे बताने जा रहे हैं जो आपको मोच के दर्द से राहत दिलाने में मदद करेंगे। आइये जानते हैं इनके बारे में.
बर्फ
मोच आ जाने पर मोच प्रभावित स्थान पर तुरंत बर्फ की सिकाई करना आरामदायक होता है। इसके लिए आप बर्फ के कुछ टुकड़ों को एक सूती कपड़े में बांधकर प्रभावित स्थान पर लगाएं। अगर मोच का दर्द अधिक है तो हर 1-2 घंटे में 20 मिनट के लिए मोच पर बर्फ लगाएं।
लौंग का तेल
दांतों में सड़न, दर्द की समस्या से राहत पाने के लिए अक्सर लौंग का तेल लगाने की सलाह दी जाती है। लौंग के तेल में मौजूद पोषक तत्व पैरों की चोट को ठीक करने में भी मददगार साबित होते हैं। मोच वाले हिस्से में लौंग के तेल से मालिश करने से सूजन और दर्द से राहत मिलती है। पैरों की मोच से राहत पाने के लिए आप दिन में दो बार लौंग के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
इमली का पत्ता
मोच के दर्द में आराम पहुंचाने के लिए इमली के पत्तों में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-सेप्टिक गुण पाए जाते हैं। इस उपाय को करने के लिए आप इमली के थोड़े से पत्तों को पीसकर इसमें गुनगुना पानी मिलाकर एक पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को मोच से प्रभावित भाग पर लगाने से आराम मिलेगा।
सेंधा नमक
मोच की समस्या से राहत पाने में सेंधा नमक और पानी काफी लाभकारी माना जाता है। सेंधा नमक मैग्नीशियम सल्फेट से बनता है। मैग्नीशियम प्राकृतिक तरीके से आराम दिलाने में मदद करता है। मोच की समस्या से राहत पाने के लिए एक बाल्टी में गुनगुना पानी लें और इसमें आधा चम्मच सेंधा नमक डालें। इस पानी में आधे घंटे पैर को डालकर बैठें। थोड़ी ही देर बाद आपको पैर की मोच से राहत महसूस हो सकती है।
नौसादर
इस उपाय को करने के लिए 10-10 ग्राम नौसादर और कलमी शोरा को पीसकर पाउडर बना लें और उसे 200 ग्राम पानी में मिलाएं। अब इस मिश्रण में एक सूती कपड़ा भिगोकर बार-बार मोच के ऊपर लगाने से शीघ्र आराम मिलता है।
अरंडी का तेल
अरंडी के तेल में बहुत से औषधीय गुण होते हैं, जो हड्डियों के दर्द को कम करने में कारगर होता है। गठिया रोग के लोगों के लिए अरंडी के तेल से मालिश करने से सूजन एवं ऐंठन कम होती है। इसके अलावा मोच को ठीक करने के लिए अरंडी के तेल का उपयोग फायदेमंद होता है।
हल्दी
एंटीसेप्टिक गुणों से युक्त हल्दी भी मोच के दर्द और सूजन को कम करने में सहायक होती है। इसके लिए आप थोड़े से पानी में दो चम्मच हल्दी डालकर पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को दर्द वाली जगह पर लगाकर 2 घंटे के लिए छोड़ दें और उसके बाद गुनगुने पानी से धो लें।
जैतून का तेल
जैतून के तेल में फेनोलिक कंपाउंड होता है जो सूजन को
दूर करता है जिसकी मदद से टखने में मोच से राहत मिलती है। इसके साथ ही
जैतून के तेल में इलाज करने के गुण भी मौजूद होते हैं जिससे ये समस्या तेज़ी
से कम होती रहती है।