हृदय रोग लोगों में सबसे आम बीमारियों में से एक है जिससे मरने वालों की तादाद में लगातार इजाफा हो रहा हैं। पहले यह समस्या बुजुर्गों में ज्यादा देखने को मिलती थी, लेकिन आज के समय में यह युवाओं को भी लगातार परेशान कर रही हैं। विशेषज्ञों और कई अध्ययनों ने युवा रोगियों की संख्या में अचानक वृद्धि के लिए खराब जीवनशैली की आदतों को जिम्मेदार ठहराया है। हार्ट डिजीज के शुरुआती लक्षणों को पहचानकर कुछ हेल्दी आदतों को अपनाएं, तो काफी हद तक दिल को लंबी उम्र तक स्वस्थ रख सकते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको हार्ट को हेल्दी रखने के कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं जिन्हें आजमाकर खुद को स्वस्थ रखा जा सकता हैं। आइये जानते हैं इन टिप्स के बारे में...
30 मिनट एक्सरसाइज करेंयदि हार्ट को लंबी उम्र तक स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो आपको प्रतिदिन एक्सरसाइज करने की आदत डालनी होगी। हेल्दी हार्ट के लिए वयस्कों को प्रतिदिन 150 मिनट मॉडरेट एक्सरसाइज करने की जरूरत होती है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, दिल के लिए सबसे महत्वपूर्ण प्रकार का व्यायाम एरोबिक एक्सरसाइज होता है, जिसमें वॉकिंग, जॉगिंग, साइकिल चलाना या तैरना शामिल है। प्रतिदिन 30 मिनट एक्सरसाइज करने से भी दिल की सेहत दुरुस्त बनी रहती है।
कोलेस्ट्रॉल स्तर को करें कंट्रोल हृदय के स्वस्थ कामकाज के लिए ये बेहद जरूरी है कि आप अपने ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखें। हाई ब्लड प्रेशर और उच्च कोलेस्ट्रॉल का स्तर आपके हृदय की बीमारियों के जोखिम को बढ़ा सकता है, जिसमें स्ट्रोक, दिल का दौरा और बहुत कुछ शामिल है। ब्लड प्रेशर मॉनिटर की मदद से क्लिनिक या घर पर ब्लड प्रेशर की जांच की जा सकती है, जबकि आप ब्लड टेस्ट के जरिए अपने कोलेस्ट्रॉल की जांच करवा सकते हैं।
शरीर में पानी की मात्रा बढ़ाएं हार्ट को हेल्दी रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन जरूरी है। अगर आप शरीर को हाइड्रेट किए बगैर कसरत करेंगे, तो ब्लड गाढ़ा हो जाएगा और क्लॉट की समस्या हो सकती है। इसके साथ ही अपनी क्षमता से ज्यादा कसरत करने के कारण तनाव होता है। तनाव के कारण आर्टरीज में दिक्कत आ सकती है।
संतुलित डाइट लेंएक्सपर्ट बताते हैं कि आप जो भी कंज्यूम करते हैं उसका असर दिल, दिमाग सहित शरीर के सभी हिस्सों पर होता है। ऐसे में आपके दिल की आयु कई हद तक आपके द्वारा खाए जाने वाले की फूड पर आधारित होती है। ऐसे में हृदय के स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने में एक साल पुराना कटा हुआ चावल, मूंग चना, सही और पर्याप्त मात्रा में घी, करेला, अनार, जौ, सेंधा नमक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। लहसुन, दालचीनी, आंवला, अर्जुन, पटोल जैसी जड़ी-बूटियों को प्राचीन समय से आयुर्वेद में हृदय स्वास्थ्य में सुधार के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।
अच्छे नींद लेंनींद सबसे महत्वपूर्ण फैक्टर में से एक है, जिस पर अक्सर किसी का ध्यान नहीं जाता है। शोध से पता चला है कि जो लोग पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं, उन्हें दिल का दौरा, डायबिटीज और डिप्रेशन का खतरा अधिक होता है। करंट कार्डियोलॉजी रिव्यू में प्रकाशित एक अध्ययन सहित कई अध्ययनों में कहा गया है कि आपके दिल की सेहत को नियंत्रण में रखने के लिए पर्याप्त नींद जरूरी है।
स्ट्रेस करें मैनेजस्ट्रेस कई बीमारियों को जन्म देता है। इसमें हार्ट डिजीज भी शामिल है। यदि आप स्ट्रेस और एंग्जायटी में रहते हैं, तो इन समस्याओं को जल्द से जल्द दूर कर लें वरना कम उम्र में ही आपका दिल रोग ग्रस्त हो सकता है। तनाव सबसे कम आंका जाने वाला हृदय रोग का जोखिम कारक है। लगातार तनाव शरीर में एड्रेनलाइन और कोर्टिसोल जैसे तनाव हार्मोन को रिलीज करता है, जो अधिक बढ़ने पर समय के साथ शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं। स्ट्रेस को कम करने के लिए प्रतिदिन मेडिटेशन, योग और कुछ ऐसी एक्टिविटीज करें, जो स्ट्रेस को दूर करके आपके मूड को फ्रेश करें।
हेल्दी वजन बनाए रखेंबॉडी मास इंडेक्स से पता किया जा सकता है कि किसी का वजन बैलेंस्ड है, ओवरवेट है या अंडरवेट है। आपका वेट बैलेंस्ड है तो बहुत अच्छा है। इस दौरान अगर आप ओवरवेट हैं तो इसे कम करना चाहिए। अगर आप अंडरवेट हैं तब वजन बढ़ाना होगा। आप नियमित व्यायाम कर सकते हैं।